संचारी रोगों पर नियंत्रण के लिए सूकर पालन घटाने में मिली सफलता, एक तिहाई हुआ सूकर पालन

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प्रतिरूप फोटो

विगत तीन वर्षों की भांति इस वर्ष 2021 में भी संचारी रोगों की रोकथाम हेतु प्रभावी उपाय अपनाते हुए व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में जे0ई0, ए0ई0 और दिमागी बुखार की संवेदनशीलता को देखते हुए पशुपालन विभाग द्वारा सूकर पालन की हतोत्साहित किया जा रहा है।

व्यापारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष ने व्यापारियों के हित के लिए प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में की बैठक व्यापारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष ने व्यापारियों के हित के लिये अधिकारियों को दिए कड़े निर्देश। उत्तर प्रदेश व्यापारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष मनीष कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में कल दिनांक 16 जुलाई, 2021 को जवाहर भवन स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल (8वें तल) में प्रदेश सरकार द्वारा व्यापारियों के हित में चलाई जा रही विभिन्न विकासपरक एवं जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में बैठक आयोजित की गई। व्यापारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों से उनके विभागों द्वारा व्यापारियों के कल्याण के लिए चलाई जा रही है विकासपरक एवं जन कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की वर्तमान स्थिति की जानकारी ली और निर्देश दिया कि योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए तथा योजनाओं के वास्तविक लाभार्थियों को शत प्रतिशत लाभ मिलना चाहिए। व्यापारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष ने व्यापारियों के हित के लिये अधिकारियों को दिए कड़े निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि व्यापारियों के हितों के लिए चलाई जा रही योजनाओं मे किसी भी प्रकार की लापरवाही नही होनी चाहिए तथा उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का व्यापारियों को शत प्रतिशत लाभ मिले। विकासपरक एवं जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की लापरवाही नही होनी चाहिए तथा योजनाओं के वास्तविक लाभार्थियों को शत प्रतिशत लाभ मिलना चाहिए। व्यपारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष ने कहा कि व्यापारियों की समस्याओं का सम्बंधित विभाग द्वारा त्वरित निदान सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ की हर माह बैठक करने के निर्देश दिए। बैठक में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, एनआईसी, आवास बंधु, औद्योगिक विकास विभाग, मंडी परिषद, बाट माप विभाग, श्रम विभाग, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, दुग्ध विकास विभाग, ऊर्जा विभाग, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग, कृषि विपणन एवं कृषि विदेश व्यापार विभाग सहित अन्य संबंधित विभाग के अधिकारी गण उपस्थित थे।

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संचारी रोगों पर नियंत्रण के लिए सूकर पालन घटाने में मिली सफलता, एक तिहाई हुआ सूकर पालन

विगत तीन वर्षों की भांति इस वर्ष 2021 में भी संचारी रोगों की रोकथाम हेतु प्रभावी उपाय अपनाते हुए व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में जे0ई0, ए0ई0 और दिमागी बुखार की संवेदनशीलता को देखते हुए पशुपालन विभाग द्वारा सूकर पालन की हतोत्साहित किया जा रहा है। सूकर पालकों को अन्य व्यवसायों जैसे-बकरी पालन, मुर्गी पालन आदि के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है। पशुपालन विभाग के प्रयासों से सूकर पालन में बड़ी गिरावट आयी है। विभाग द्वारा अवगत कराया गया है कि प्रदेश में सूकरों की संख्या वर्ष 2012 में पशुगणना के आधार पर 13.34 लाख थी, जो कि विभाग के निरन्तर प्रयासों से घटकर वर्ष 2019 की पशुगणना के आधार पर 4.08 लाख ही रह गयी है। यह संख्या वर्ष 2012 के मुकाबले एक तिहाई रह गयी है। 01 जुलाई 2021 से प्रदेशव्यापी संचारी रोग नियंत्रण अभियान में प्रदेश के समस्त मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारियों के माध्यम से सभी जनपदों के सूकर पालकों को जे0ई0 रोग की जानकारी, बचाव एवं सूकर बाड़ों की साफ-सफाई आदि की जानकारी देने के निर्देश दिये गये हैं। इस दृष्टि से संवेदनशील गोरखपुर मण्डल एवं बस्ती मण्डल के जनपदों से सूकर सीरम सैम्पिल जे0ई0 परीक्षण के लिए बरेली भेजा जा रहा है। इसके साथ ही छुट्टा घूमने वाले सूकरों पर प्रतिबंध लगाने की कार्यवाही भी की जा रही है।

मण्डी परिषद द्वारा 374.62 कि0मी0 मार्गों का गड्ढ़ामुक्त/नवीनीकरण कार्य पूरा कराया गया

उत्तर प्रदेश कृषि उत्पादन मण्डी परिषद द्वारा संचालित गड्ढ़ामुक्तिकरण योजना के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2020-21 में अब तक 374.62 कि0मी0 मार्गों का गड्ढ़ामुक्त एवं नवीननीकरण का कार्य कराया गया। मण्डी परिषद से प्राप्त जानकारी के अनुसार गड्ढ़ामुक्ति योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष 2017-18 से 2020-21 तक कुल 10680.79 कि0मी0 सम्पर्क मार्गों का गड्ढ़ामुक्त एवं नवीनीकरण का कार्य कराया गया। जिन पर 1228 करोड़ रूपये का व्यय मण्डी परिषद द्वारा किया गया। मण्डी परिषद किसानों के हितों के लिए सत्त प्रयन्तशील है। सम्पर्क मार्गों के कार्य पूर्ण होने से किसान अपने उत्पाद को सुगमता से मण्डियों में लाकर विक्रय कर सकते है तथा अपने उत्पादों का उचित मूल्य प्राप्त कर अपनी आय में वृद्धि भी कर सकते है।

उत्तर प्रदेश राज्य चीनी निगम लि.की पिपराईच व मुंडेरवा चीनी मिलों की परियोजना के लिए 22.23 करोड़ रुपये की धनराशि मंजूर

उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश में बढ़ते गन्ना उत्पादन को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश राज्य चीनी निगम लिमिटेड की जिला गोरखपुर में बंद पड़ी पिपराईच चीनी मिल तथा जिला बस्ती में बंद पड़ी मुंडेरवा चीनी मिल में 5000 टी.सी.डी. क्षमता के नई चीनी मिल और 27 मेगावाट क्षमता के कोजेन एवं रिफाइनरी सल्फरलेस शुगर प्लांट तथा 120 के एल. पी. डी. की आसवनी की स्थापना की परियोजना हेतु कुल 22.30 करोड़ रुपये की धनराशि मंजूर की है। इस संबंध में चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग द्वारा शासनादेश जारी कर दिया गया है।जारी आदेश के अनुसार पिपराइच चीनी मिल के लिए 11.93 करोड़ रुपये की धनराशि तथा मुंडेरवा चीनी मिल के लिए 10.37 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है।

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