राज्यव्यापी ‘हर घर तिरंगा’ अभियान की ऐतिहासिक अगस्त क्रांति मैदान से शुरुआत
मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि इसी ऐतिहासिक अगस्त क्रांति मैदान पर वर्ष 1942 में स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत हुई थी और 'चले जाओ' का नारा यहीं दिया गया था. इसके बाद पूरे देश में संघर्ष का आंदोलन फैल गया और लाखों लोगों ने देश के लिए अपनी जान दे दी।
मुंबई। “भारत की स्वतंत्रता के लिए लाखों स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राण न्योछावर कर दिए। हर घर तिरंगा अभियान हमें सदैव उनके बलिदान की याद दिलाता रहेगा। यह अभियान राष्ट्रवाद को बढ़ावा देगा क्योंकि यह अभियान अब ‘जन आंदोलन’ बन चुका है,” मुख्यमंत्री श्री एकनाथ शिंदे ने कहा।
सांस्कृतिक कार्य विभाग और मुंबई नगर निगम के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित राज्यस्तरीय हर घर तिरंगा अभियान का मुख्यमंत्री शिंदे के हाथों शुभारंभ किया गया, इस समय वे बोल रहे थे। मुंबई शहर के पालक मंत्री दीपक केसरकर, मुंबई उपनगर के पालक मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव और सांस्कृतिक मामलों के विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विकास खारगे, ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव के. गोविंद राज, मुंबई नगर निगम की अतिरिक्त आयुक्त डा. अश्विनी जोशी, अतिरिक्त आयुक्त अमित सैनी, मुंबई शहर के जिलाधीश संजय यादव और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।
इसे भी पढ़ें: Sonia-Rahul के चरणों में झुके उद्धव, शिवसेना यूबीटी की रैली से पहले महाराष्ट्र में लगे पोस्टर पर विवाद होना तय
आगे बोलते हुए मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि इसी ऐतिहासिक अगस्त क्रांति मैदान पर वर्ष 1942 में स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत हुई थी और 'चले जाओ' का नारा यहीं दिया गया था. इसके बाद पूरे देश में संघर्ष का आंदोलन फैल गया और लाखों लोगों ने देश के लिए अपनी जान दे दी। मुख्यमंत्री शिंदे ने आगे कहा कि शहीदों की देशभक्ति, प्राणों के बलिदान की स्मृति और इन वीरों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि नई पीढ़ी के बीच तिरंगे-राष्ट्रीय ध्वज के प्रति सदैव आत्मीयता बनी रहे। उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों में प्रदेश में हर घर तिरंगा अभियान को बड़े पैमाने पर लागू किया गया है।
मुख्यमंत्री शिंदे ने यह भी कहा कि इस वर्ष नागरिकों में देशभक्ति की भावना जागृत करने के प्रयास के रूप में राज्य में ढाई करोड़ घरों पर झंडा प्रदर्शित किया जाएगा, साथ ही वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों, फर्मों और दुकानें पर भी झंडे फहराए जाएंगे. उन्होंने कहा कि हमारे राष्ट्रीय ध्वज में केसरिया, सफेद और हरा रंग त्याग, साहस, प्रेम और शांति का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि हम नई पीढ़ी में आत्मविश्वास पैदा करने के साथ-साथ इन भावनाओं को विकसित करने का भी प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा, "इस अभियान को और अधिक हर्षोल्लास एवं उत्साह के साथ क्रियान्वित करने से सर्वत्र देशभक्ति के फूल खिलेंगे एवं पुष्पित होंगे तथा पूरे प्रदेश में देशभक्ति की सुगंध फैलेगी।"
उन्होंने कहा कि यह अभियान पूरे राज्य और प्रत्येक गांव में लागू किया जाएगा, जहां रोड शो, रैलियां, तिरंगे के साथ सेल्फी, स्वतंत्रता सेनानियों का अभिनंदन और अन्य पहल भी की जाएंगी। उन्होंने विश्वास जताया कि सभी के सहयोग से यह अभियान सफल होगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार आम लोगों के हित में विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं और पहलों के माध्यम से राज्य के लोगों की सेवा कर रही है। उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि हमारे खिलाड़ियों ने ओलंपिक की विभिन्न प्रतियोगिताओं में पदक जीते और तिरंगा फहराया, उन्होंने कहा कि हमारे राज्य के स्वप्निल कुसाले, नीरज चोपड़ा, मनु भाकर, हॉकी टीम ने भी पदक जीते और यह निश्चित रूप से गर्व और आनंद की बात है।
अपने प्रारंभिक भाषण में अतिरिक्त मुख्य सचिव विकास खारगे ने कहा कि हर घर तिरंगा अभियान पूरे देश में लागू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह अभियान राज्य में भी बड़े उत्साह और देशभक्ति की भावना के साथ मनाया जाता है। उन्होंने यह विश्वास भी जताया कि पिछले दो वर्षों की तरह इस वर्ष भी महाराष्ट्र इस अभियान को लागू करने में सबसे आगे रहेगा।
कार्यक्रम की शुरुआत से पहले, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने स्मृति स्तंभ पर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री शिंदे ने पदयात्रा और साइक्लोथॉन प्रतियोगिता को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री शिंदे ने तिरंगे कॅनवास पर हस्ताक्षर किए और सेल्फी पॉइंट पर तिरंगे अभियान की सेल्फी ली। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों सहित सभी लोगों को तिरंगे की शपथ भी दिलाई। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्कूल और कॉलेज के छात्र-छात्राएं शामिल हुए।
अन्य न्यूज़