इंदौर मोब लीचिंग मामले पर प्रदेश के डीजीपी का बड़ा बयान, कहा- पीएफआई और एसडीपीआई की कोई भूमिका नहीं
चूड़ी बेचने वाले तस्लीम उर्फ अकलीम से मारपीट के बाद बड़ी संख्या में विशेष समुदाय के लोगों ने बड़ी संख्या में सेंट्रल कोतवाली थाना के बाहर प्रदर्शन किया था। इसे लेकर इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह का बयान आया था जिसमें उन्होंने कहा कि प्रदर्शन में एसडीपीआई और पीएफआई के लोगों की भूमिका सामने आई है।
भोपाल। मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में चूड़ी बेचने वाले से मार पीट के बाद सेंट्रल कोतवाली थाने पर प्रदर्शन के मामले में प्रदेश के डीजीपी का एक बड़ा बयान सामने आया है। डीजीपी विवेक जोहरी ने कहा कि प्रदर्शन में पीएफआई और एसडीपीआई की बिल्कुल भूमिका नहीं थी।
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आपको बता दें कि चूड़ी बेचने वाले तस्लीम उर्फ अकलीम से मारपीट के बाद बड़ी संख्या में विशेष समुदाय के लोगों ने बड़ी संख्या में सेंट्रल कोतवाली थाना के बाहर प्रदर्शन किया था। इसे लेकर इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह का बयान आया था जिसमें उन्होंने कहा कि प्रदर्शन में एसडीपीआई और पीएफआई के लोगों की भूमिका सामने आई है। हालांकि अब डीजीपी विवेक जोहरी ने इस बात से इंकार कर दिया है।
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दरअसल इंदौर के बाणगंगा थाना क्षेत्र के गोविंद नगर में एक विशेष समुदाय का युवक चूड़ी बेचने पहुंचा था। वहां उसका नाम पूछने के बाद कुछ लोगों ने उस पर हमला कर दिया और उसके साथ जमकर मारपीट की। वहीं युवक ने कोतवाली थाना में शिकायत की कि उसके पास मौजूद 10 हजार रुपए, आधार कार्ड, सहित अन्य दस्तावेज और 25 हजार की चूड़ियों को आरोपियों ने लूट लिया।
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