शिवराज सरकार के पौने दो लाख मजूदरों को राज्य वापस लाने के दावे झूठे- जीतू पटवारी
जीतू पटवारी ने कहा कि जिनको मंत्री बनना है वह भोपाल आकर मजमा लगा रहे है, नियमों का उलंघन कर रहे है। सबसे जायदा तो हमारे स्वास्थ्य मंत्री नियमों की धज्जिया उड़ा रहे है।
भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे जीतू पटवारी ने शिवराज सरकार के उस दावे को झूठा बताया है जिसमें सरकार द्वारा प्रदेश में अब तक पौने दो लाख मजदूरों को वापस लाने का दावा किया गया है। जीतू पटवारी ने कहा कि इस कोरोना काल में हमारे मुख्यमंत्री लासों के ढेर पर राजनीतिक विजय पाना चाहते है। सोमवार को ऑनलाइन प्रेसवार्ता के दौरान जीतू पटवारी ने शिवराज सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस ट्रांसफर उद्योग की विपक्ष में रहते भाजपा नेता कमलनाथ सरकार पर आरोप लगाते थे वह आज उनकी सरकार में फैल हो गया है। जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए कहा कि महामारी के दौर में तबादला ही तबादला करना चाहते हो या फिर कोरोना के लिए काम भी किए जा रहे है।
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प्रेसवार्ता के दौरान जीतू पटवारी ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि किसान मजदूर मध्यम वर्ग आज ऐसी जगह पहुंच गया है कि अगर सरकार उसके सिर पर हाथ नहीं रखेगी तो उसका जीना दूभर हो जाएगा। उन्होंने मांग की कि तत्काल सरकार किसानों को 10 हजार रूपए एवं संबल में पंजीकृत मजदूरों के खातों में 7500 रूपए खातों में डालें जाए। पटवारी ने मीडिया से कहा कि प्रदेश के हालात डेढ़ महीने में ही इस सरकार ने इतने खराब कर दिए हैं कि उससे बाहर निकलने के लिए सरकार को तत्काल केंद्र की मोदी सरकार से 50 हजार करोड़ के पैकेज की मांग करनी चाहिए। पटवारी ने आरोप लगाए कि मध्यप्रदेश में जब दवाखाने खोलने की जरूरत है, तब सरकार दारुखाने खोलने में लगी है। प्रदेश में जब अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए उद्योग खोलने की जरूरत है तब सरकार ट्रांसफर उद्योग खोल रही है। चारों तरफ हाहाकार है। सरकार कह रही है कि वह ढाई लाख मजदूरों को प्रदेश में ला चुकी है फिर हर सड़क पैदल चलते हुए मजदूरों से क्यों पटी पड़ी है। तो 20-25 किलोमीटर के दायरे में ही उन्हें हजारों पैदल चलते हुए प्रवासी भाई मिल जाएंगे।
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औरंगाबाद में रेलवे ट्रेक पर मारे गए 16 मजदूरों की मौत के लिए जीतू पटवारी ने प्रमुख सचिव दीपाली रस्तोगी को जिम्मेदार ठहराते हुए प्रदेश सरकार से निलंबित करने की माँग की है। उन्होनें कहा कि राज्य सरकार ने जिन आईएएस अधिकारीयों को राज्य सरकार ने मजदूर और प्रवासियों को प्रदेश वापस लाने की जिम्मेदीर सौंपी थी उन्होनें अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई। इस दौरान उन्होनें प्रदेश में कोरोना संक्रमण बढ़ने के लिए अधिकारीयों और सत्ताधारी दल के नेताओं को जिम्मेदार ठहराया। जीतू पटवारी ने कहा कि प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ही लॉकडाउन का उलंघन करने में लगे हुए है। स्वास्थ्य मंत्री मुख्यमंत्री बनने के लिए पीतांबरा पीठ में यज्ञ करवाने में लगे हुए है उन्हें अपने मुख्यमंत्री पर भरोसा नहीं है। जीतू पटवारी ने कहा कि जिनको मंत्री बनना है वह भोपाल आकर मजमा लगा रहे है, नियमों का उलंघन कर रहे है। सबसे जायदा तो हमारे स्वास्थ्य मंत्री नियमों की धज्जिया उड़ा रहे है।
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इस दौरान कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि कोरोना काल के इस संकट की घड़ी में कांग्रेस पार्टी सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करना चाहती है। राजनीति अपनी जगह है चुनाव में जाएगें तब राजनीति कर लेगें इस समय प्रदेश को इस महामारी से बचाने की जरूरत है। इसके लिए मुख्यमंत्री को देश के अनुभवी राजनीतिज्ञ और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से सलाह करनी चाहिए।
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