शिवराज सरकार को उप चुनाव में मात्र 02 ही सीटें जीतने की जरूरत
वही वर्तमान में भाजपा की शिवराज सरकार को 114 विधायको का समर्थन हासिल है। जबकि बहुमत का आंकड़ा छूने के लिए मध्य प्रदेश की 230 विधायकों वाली विधानसभा में 116 विधायकों का समर्थन होना आवश्यक है। जबकि कांग्रेस के वर्तमान में 88 विधायक है जिसे बहुमत का आंकड़ा छूने के लिए सभी 28 विधानसभा सीटों में जीत हासिल करनी होगी।
भोपाल। मध्य प्रदेश में छह माह पहले बनी भाजपा की शिवराज सरकार को अब बहुमत के लिए मात्र दो विधायकों की जरूरत है। प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों के लिए हो रहे उप चुनाव में जहाँ कांग्रेस को सभी 28 सीटों पर जीत हासिल करनी पड़ेगी तो वही भाजपा को बहुमत के लिए मात्र दो सीटें ही जीतनी पड़ेगी। इसका कारण दो निर्दलीय विधायकों का भाजपा की शिवराज सरकार को समर्थन देना है। बुरहानपुर से निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा और खरगौन की भगवानपुरा से निर्दलीय विधायक केदार डावर ने चिट्ठी लिखकर सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया को समर्थन का ऐलान किया। इन दोनों निर्दलीय विधायकों द्वारा दिए गये पत्र को विधानसभा सचिवालय भेज दिया गया है।
इसे भी पढ़ें: मध्य प्रदेश में चुनाव बाद पुलिस में 4 हजार पदों पर होगी भर्ती
वर्तमान में संख्या बल के हिसाब से मध्य प्रदेश विधानसभा में दोनों निर्दलीय विधायको के समर्थन के बाद अब भाजपा सरकार को 114 विधायको का समर्थन मिल गया है। वर्तमान में भाजपा के 107 विधायक, बहुजन समाज पार्टी के 2 विधायक, समाजवादी पार्टी का 01 विधायक सहित दो निर्दलीय विधायकों प्रदीप जयसवाल और विक्रम सिंह राणा का पहले से समर्थन प्राप्त है। वही वर्तमान में भाजपा की शिवराज सरकार को 114 विधायको का समर्थन हासिल है। जबकि बहुमत का आंकड़ा छूने के लिए मध्य प्रदेश की 230 विधायकों वाली विधानसभा में 116 विधायकों का समर्थन होना आवश्यक है। जबकि कांग्रेस के वर्तमान में 88 विधायक है जिसे बहुमत का आंकड़ा छूने के लिए सभी 28 विधानसभा सीटों में जीत हासिल करनी होगी।
आज खरगोन ज़िले के भगवानपुरा विधानसभा के निर्दलीय विधायक श्री केदार सिंग डाबर जी ने कैबिनेट मंत्री श्री अरविंद सिंह भदोरिया के समक्ष भारतीय जनता पार्टी को समर्थन दिया। pic.twitter.com/LBbhyf42ft
— BJP MadhyaPradesh (@BJP4MP) October 21, 2020
अन्य न्यूज़