शिवराज सरकार ने कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के निर्णयों की समीक्षा के लिए बनाया मंत्री समूह
पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार की सरकार के तख्ता पटल से पहले यानि 20 मार्च, 2020 से 6 माह पूर्व की अवधि में राज्य शासन द्वारा लिये गये निर्णयों की समीक्षा की जाएगी। कमलनाथ सरकार के निर्णयों की समीक्षा के लिए तीन मंत्रीयों का समूह बनाया गया है।
भोपाल। मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार पूर्ववर्ती कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के निर्णयों की समीक्षा करेगा। जिसके लिए मंत्री समूह का गठन किया गया है। शिवराज सरकार ने बुधवार को मंत्री समूह का गठन करते हुए कहा कि पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार की सरकार के तख्ता पटल से पहले यानि 20 मार्च, 2020 से 6 माह पूर्व की अवधि में राज्य शासन द्वारा लिये गये निर्णयों की समीक्षा की जाएगी। कमलनाथ सरकार के निर्णयों की समीक्षा के लिए तीन मंत्रीयों का समूह बनाया गया है। जिसमें मंत्री समूह में गृह, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट और किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल शामिल हैं।
जिसमें से सिंधिया समर्थक तुलसी सिलावट कमलनाथ सरकार में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री के पद पर थे। जिन्होनें सिंधिया के समर्थन में 22 विधायकों के साथ विधानसभा की सदस्यता और मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। वही ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद इन्होनें भी भाजपा की सदस्या ग्रहण कर ली थी। वर्तमान में तुलसी सिलावट शिवराज सरकार में जल संसाधन मंत्री है। जबकि डॉ. नरोत्तम मिश्रा और कमल पटेल भाजपा के पुराने नेता है। कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के छह माह के कार्यकाल के निर्णयों की समीक्षा कर शिवराज सरकार उसे कैबिनेट में लाकर पटल सकती है। साथ ही जिस मुद्दों पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमलनाथ सरकार के जिन निर्णयों के खिलाफ सड़क पर उतरकर संघर्ष करने की बात कही थी। उन निर्णयों की समीक्षा कर उन्हें ज्योतिरादित्य सिंधिया से परामर्श के बाद बदले जाने की बात कही जा रही है।
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