अखिलेश के बयान पर शिवपाल का पलटवार, बोले- भाजपा में भेजना है तो मुझे निकाल देना चाहिए
शिवपाल यादव ने कहा कि अगर भाजपा में भेजना है तो मुझ को निकाल देना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं भी समाजवादी पार्टी के 111 विधायकों में से एक हूं और अगर उन्हें लगता है कि मुझे भाजपा में भेजना है तो निकाल देना चाहिए।
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के बीच सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। एक ओर जहां आजम खान जैसे दिग्गज नेता समाजवादी पार्टी के लिए मुश्किलें बढ़ा रहे हैं तो वहीं परिवार में भी तनाव देखने को मिल रहा है। अखिलेश यादव और शिवपाल यादव आमने-सामने हैं। दोनों के बीच तल्ख़ियां लगातार बढ़ती जा रही है। इन सबके बीच अखिलेश यादव ने आज शिवपाल यादव को लेकर बड़ा बयान दिया था। अखिलेश ने कहा था कि अगर भाजपा चाचा को अपने पास लेना चाहती है तो वह ले ले। इसके जवाब में अब शिवपाल यादव ने पलटवार किया है। शिवपाल यादव ने अखिलेश के बयान को गैर जिम्मेदाराना बताया है। उन्होंने कहा कि अखिलेश का यह बयान नादानी का बयान है।
इसे भी पढ़ें: आजमगढ़ लोकसभा चुनाव में निरहुआ होंगे बीजेपी प्रत्याशी, अखिलेश पर जमकर साधा निशाना
इसके साथ ही शिवपाल यादव ने कहा कि अगर भाजपा में भेजना है तो मुझ को निकाल देना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं भी समाजवादी पार्टी के 111 विधायकों में से एक हूं और अगर उन्हें लगता है कि मुझे भाजपा में भेजना है तो निकाल देना चाहिए। हालांकि, शिवपाल यादव का अगला कदम क्या होगा इसको लेकर उन्होंने चुप्पी साध ली। उन्होंने कहा कि जब कोई बात होगी तो उचित समय पर अवगत करा देंगे। आजम खान को लेकर शिवपाल यादव ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि वह सपा से नाराज चल रहे हैं और उनके अगले कदम को लेकर हलचल बढ़ गई है।
इसे भी पढ़ें: सौ से ज्यादा सीटें जीतने के बावजूद अपनी पार्टी को बचाने में सफल नहीं हो पा रहे हैं अखिलेश यादव
वहीं आज अखिलेश यादव ने साफ तौर पर कहा था कि अगर हमारे चाचा को भाजपा लेना चाहती है तो देर क्यों कर रही है? भाजपा के लोग देर किस बात की कर रहे हैं। मुझे चाचा जी से कोई नाराज़गी नहीं है लेकिन भाजपा बता सकती है कि वे क्यों खुश हैं। इससे पहले भी शिवपाल ने कहा था कि अगर अखिलेश ऐसा सोचते हैं तो उन्हें मुझे विधायक दल से जल्द बाहर कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैंने समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह साइकिल पर चुनाव लड़ा था। अगर उन्हें ऐसा लगता है तो इस पर वह तुरंत निर्णय लें और मुझे विधानमंडल दल से बाहर निकाल दें।
अन्य न्यूज़