कांग्रेस दफ्तर में रखा गया शीला दीक्षित का पार्थिव शरीर, दोपहर 2.30 बजे होगा अंतिम संस्कार
शीला दीक्षित ने हाल में उत्तर पूर्वी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा का चुनाव लड़ा था लेकिन वह जीत नहीं पायी थीं। दिल्ली विधानसभा में उन्होंने नयी दिल्ली विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था।
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का पार्थिव शरीर कांग्रेस दफ्तर में रखा गया है। इसके बाद उन्हें दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय ले जाया जाएगा। शीला दीक्षित के चाहने वाले उनके यहां अतिम दर्शन कर सकेंगे। शीला दीक्षित का अंतिम संस्कार दोपहर 2.30 बजे निगम बोध घाट पर किया जाएगा। आज भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शीला दीक्षित को श्रद्धांजलि दी। बता दें कि दिल्ली की लगातार तीन बार मुख्यमंत्री रहीं और राष्ट्रीय राजधानी को आधुनिक शहर का स्वरूप देने वालों में शामिल शीला दीक्षित का शनिवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 81 साल की थीं। फोर्टिस-एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट में अपराह्न तीन बजकर 55 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली।
Sonia Gandhi and Priyanka Gandhi Vadra pay tribute to former Delhi CM and Senior Congress leader #SheilaDixit, at Congress Headquarter pic.twitter.com/lBbBa4SJnD
— ANI (@ANI) July 21, 2019
Delhi: Mortal remains of former Delhi Chief Minister Sheila Dikshit being taken from her residence in Nizamuddin to Congress Headquarters. pic.twitter.com/T80zxxH3eh
— ANI (@ANI) July 21, 2019
पहले उनके पार्थिव शरीर को निजामुद्दीन पूर्व स्थित आवास पर रखा गया था जहां कांग्रेस और विपक्षी दलों के नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। दिल्ली सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के निधन पर राष्ट्रीय राजधानी में दो दिन के शोक की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को कांग्रेस की वरिष्ठ नेता शीला दीक्षित के आवास पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। मोदी के साथ दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी भी थे। संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, अहमद पटेल, किरण वालिया, जगदीश टाइटलर, शिवराज पाटिल, नगमा, अशोक वालिया, भाजपा के विजय गोयल और माकपा नेता सीताराम येचुरी तथा बृंदा करात उन्हें श्रद्धांजलि देने निजामुद्दीन स्थित आवास पहुंचे।
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शीला दीक्षित का जन्म 31 मार्च 1938 को पंजाब के कपूरथला में हुआ था। उन्होंने दिल्ली के कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी स्कूल से पढ़ाई की और फिर दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस कॉलेज से उच्च शिक्षा हासिल की। दीक्षित पहली बार साल 1984 में उत्तर प्रदेश के कन्नौज से सांसद चुनी गईं। बाद में वह दिल्ली की राजनीति में सक्रिय हुईं। शीला के पुत्र संदीप दीक्षित भी राजनीति में हैं। वह पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से 2004 से 2014 बीच दो बार सांसद रहे हैं। शीला दीक्षित ने हाल में उत्तर पूर्वी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा का चुनाव लड़ा था लेकिन वह जीत नहीं पायी थीं। दिल्ली विधानसभा में उन्होंने नयी दिल्ली विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था।
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