कश्मीर में हाड़ कँपाने वाली ठंड का सितम । BSF की महिला जवानों को मिले आधुनिक बैरक
घाटी का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले काजीगुंड शहर में तापमान 0.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि कोकरनाग में बृहस्पतिवार रात न्यूनतम तापमान 1.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बारामूला जिले के गुलमर्ग रिसॉर्ट में न्यूनतम तापमान 0.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
वैसे तो पूरे उत्तर भारत में ठंड पड़ने लगी है लेकिन जम्मू-कश्मीर में सर्दी ने अभी से सितम ढाना शुरू कर दिया है। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर शहर में इस मौसम की सबसे ठंडी रात दर्ज की गई है। अधिकारियों ने बताया कि वार्षिक अमरनाथ यात्रा के आधार शिविर पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से 3.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। यह कश्मीर का सबसे ठंडा स्थान भी रहा। उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में भी पारा शून्य से नीचे 0.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकारियों ने कहा कि श्रीनगर में बृहस्पतिवार रात न्यूनतम तापमान 0.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम का सबसे कम तापमान है। घाटी का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले काजीगुंड शहर में तापमान 0.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि कोकरनाग में बृहस्पतिवार रात न्यूनतम तापमान 1.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बारामूला जिले के गुलमर्ग रिसॉर्ट में न्यूनतम तापमान 0.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
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महिला जवानों को मिले आधुनिक बैरक
दूसरी ओर, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जम्मू फ्रंटियर के महानिरीक्षक (आईजी) डीके बूरा ने आरएस पुरा क्षेत्र में बल की महिला जवानों के लिए अलग बैरकों का उद्घाटन किया। अधिकारियों ने बताया कि बीएसएफ ने जम्मू, पंजाब और राजस्थान में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर महिला कर्मियों को तैनात किया है जो पुरुष जवानों के साथ पाकिस्तान से लगी सीमा पर पहरा देती हैं। अधिकारियों के अनुसार अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बेहतर और सुगम रहन-सहन की सुविधाएं प्रदान करने के बल के प्रयासों के तहत बूरा ने जम्मू क्षेत्र के उप महानिरीक्षक सुरजीत सिंह के साथ जम्मू में कावा चाक और सुचेतगढ़ क्षेत्रों में अग्रिम इलाकों में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीमा संबंधी बुनियादी ढांचों का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि इनमें महिला जवानों के लिए बैरक और अन्य आवासीय सुविधाएं शामिल हैं।
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श्रीनगर में केंद्रीय मंत्री ने दिये पुरस्कार
वहीं श्रीनगर में नशा मुक्त भारत अभियान पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया। केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र सिंह ने शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में नशा मुक्त भारत अभियान के पुरस्कार समारोह की अध्यक्षता की। यह समारोह देश को नशा मुक्त बनाने में योगदान देने वाले लोगों को सम्मानित करने के लिए आयोजित किया गया था। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार के समाज कल्याण विभाग तथा जम्मू और कश्मीर प्रशासन के सहयोग से यह समारोह आयोजित किया गया था। इस अवसर पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आम लोगों का सहयोग सर्वोपरि है और नशा मुक्त भारत का सपना केवल एक मंत्रालय या विभाग द्वारा पूरा नहीं किया जा सकता है। उन्होंने मिशन से जुड़े सभी हितधारकों को बधाई दी और कहा कि अभियान के तहत चुने गए जम्मू-कश्मीर के दस जिलों ने अब तक बहुत अच्छे और आशाजनक परिणाम दिखाए हैं। इस अवसर पर नशा छोड़ने वाले कई लोगों ने अपने अनुभव भी बताये।
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