सेना में धर्म और जाति नहीं, योग्यता के आधार पर होता है चयन: स्मृति ईरानी

Smriti Irani
ANI

स्मृति ईरानी ने कहा कि सशस्त्र बलों में योग्यता आधारित भर्ती होती है और इसमें हर नागरिक के लिए समान अवसर होते हैं। जाति, वंश, वर्ग या धर्म आधारित भेदभाव के बिना चयन होता है, बस यह जरूरी है कि अभ्यर्थी तय आयुसीमा, शारीरिक, चिकित्सा और शैक्षणिक योग्यता पूरी करता हो।

नयी दिल्ली। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री स्मृति ईरानी ने बृहस्पतिवार को कहा कि सेना और केंद्रीय बलों में चयन धर्म और जाति देखकर नहीं, बल्कि योग्यता के आधार पर होता है। उन्होंने लोकसभा में द्रमुक सांसद डी रविकुमार के प्रश्न के लिखित उत्तर में यह टिप्पणी की। रवि कुमार ने सवाल किया था कि क्या सरकार के पास ऐसा कोई प्रस्ताव है कि ‘अग्निपथ’ योजना के तहत मुस्लिम और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के लोगों की भर्ती पर जोर दिया जाए? 

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इस पर ईरानी ने कहा, ‘‘सशस्त्र बलों में योग्यता आधारित भर्ती होती है और इसमें हर नागरिक के लिए समान अवसर होते हैं। जाति, वंश, वर्ग या धर्म आधारित भेदभाव के बिना चयन होता है, बस यह जरूरी है कि अभ्यर्थी तय आयुसीमा, शारीरिक, चिकित्सा और शैक्षणिक योग्यता पूरी करता हो।’’ उन्होंने यह भी कहा कि अग्निपथ योजना उच्चतम न्यायालय के विचाराधीन है। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में मंत्री ने कहा, ‘‘गृह मंत्रालय ने सूचित किया है कि केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों में चयन योग्यता के आधार पर होता है। योग्यता आधारित चयन में धर्म कोई पैमाना नहीं होता।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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