सिंधिया का राहुल पर जोरदार हमला, बोले- अपनी लड़ाई को लोकतंत्र की लड़ाई बनाया, कांग्रेस के पास कोई विचारधारा नहीं
राहुल पर हमला जारी रखते हुए सिंधिया ने कहा कि उन्होंने जिस अपनी निजी कानूनी लड़ाई को एक लोकतंत्र की कानूनी लड़ाई प्रेषित करने की कोशिश की है, उससे एक बात तो स्थापित हो चुकी है कि कांग्रेस पार्टी इस देश में लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ करने में कोई कमी नहीं छोड़ी है।
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राहुल गांधी और कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि विपक्षी पार्टी के पास देश के खिलाफ काम करने वाले ‘देशद्रोहियों’ के अलावा कोई विचारधारा नहीं बची है। उन्होंने मानहानि के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद भी राहुल गांधी को ‘विशेष तवज्जो’ देने के लिए कांग्रेस पर हमला बोला। सिंधिया ने राहुल गांधी पर सीधा हमला करते हुए कहा कि इस पार्टी ने पिछड़े वर्गों का अपमान किया है, सशस्त्र बलों की बहादुरी का सबूत मांगा है और चीन द्वारा सैनिकों को पीटे जाने के बारे में बात की है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि कांग्रेस के पास कोई विचारधारा नहीं बची है। इस कांग्रेस के पास अब केवल एक विचारधारा बची है जो देशद्रोही की है, एक विचारधारा जो देश के खिलाफ काम करती है। सिंधिया ने कहा कि कुछ लोग कांग्रेस के लिए ‘प्रथम श्रेणी के नागरिक’ हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के एक नेता ने दावा किया था कि गांधी परिवार पर सामान्य कानूनी प्रक्रिया लागू नहीं की जानी चाहिए।
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सिंधिया काफी लंबे समय तक कांग्रेस में रहे। उन्हें राहुल गांधी का करीबी सहयोगी माना जाता था। लेकिन पार्टी नेतृत्व के साथ मतभेदों के बाद उन्होंने 2020 में अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस छोड़ दी थी। कई विधायकों के साथ वह भाजपा में शामिल हो गए थे। भाजपा नेता ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि जब गांधी ने आपराधिक मानहानि के मामले में वहां की एक अदालत में अपील दायर की, तब उसके नेताओं और समर्थकों की फौज सूरत पहुंचकर न्यायपालिका पर दबाव बनाने और डराने की कोशिश कर रही थी। उन्होंने कहा कि संसद नहीं चलने दी जा रही है और इसके नेता काले कपड़े पहन रहे हैं। उन्होंने तर्क दिया कि राहुल गांधी से पहले कई अन्य नेताओं को अयोग्य ठहराया जा चुका है। उन्होंने सवाल किया कि क्या यह ‘गांधीवाद’ का दर्शन है और एक व्यक्ति के लिए इतना कुछ क्यों किया जा रहा है?
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