बगैर सबूत के संजय सिंह की गिरफ्तारी भाजपा की हताशा को दिखाती है: आप

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पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को वरिष्ठ आप नेता संजय सिंह की गिरफ्तारी के लिए भाजपा नीत केंद्र सरकार की आलोचना की और आरोप लगाया कि प्रवर्तन निदेशालय के माध्यम से विपक्षी नेताओं को ’डराना’ प्रधानमंत्री का स्वभाव बन गया है। मान ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में पंजाबी में लिखा, ‘‘जहां जनता समर्थन नहीं करती, वहां ईडी के जरिए डराना मोदी जी का स्वभाव बन गया है।

आम आदमी पार्टी (आप) ने बुधवार को दिल्ली आबकारी नीति मामले के संबंध में अपने नेता संजय सिंह की गिरफ्तारी के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई ‘पूरी तरह से अवैध’ है और यह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हताशा को दर्शाती है क्योंकि वह वर्ष 2024 के आम संसदीय चुनाव में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ से हारने वाली है। उनके कई परिसर में दिनभर की तलाशी के बाद ईडी द्वारा उन्हें हिरासत में लेने से पहले रिकॉर्ड किए गए एक वीडियो संदेश में सिंह ने दावा किया कि उन्हें ‘बिना किसी सबूत‘ के गिरफ्तार किया जा रहा है और उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाते रहने का संकल्प व्यक्त किया। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे मौत मंजूर है, लेकिन झुकना नहीं।

मैंने अडाणी के घोटालों का पर्दाफाश किया और ईडी के पास कई शिकायतें दर्ज कराईं, लेकिन अडाणी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। मोदी जी 2024 का चुनाव बुरी तरह हार रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि भाजपा ‘अत्याचार’ करके और लोगों को सलाखों के पीछे डालकर नहीं जीत सकती। संजय सिंह ने कहा, ‘‘मैंने पहले भी अडाणी के घोटालों के खिलाफ बोला था, मैं भविष्य में भी ऐसा करना जारी रखूंगा। हम (अरविंद) केजरीवाल के सैनिक हैं और अत्याचार के सामने पीछे नहीं हटेंगे।’’ आप के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘संजय सिंह की गिरफ्तारी पूरी तरह से अवैध है। यह (प्रधानमंत्री नरेन्द्र) मोदी जी की घबराहट को दर्शाता है। वे चुनाव तक कई और विपक्षी नेताओं को गिरफ्तार करेंगे।’’

इससे पहले दिन में, केजरीवाल ने सिंह के आवास पर ईडी की छापेमारी को उस पार्टी का ‘आखिरी हताशापूर्ण प्रयास’ करार दिया और कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी को 2024 के लोकसभा चुनावों में हार की आशंका है। केजरीवाल ने ओखला ‘लैंडफिल साइट’ का दौरा करने के दौरान संवाददाताओं से कहा, ‘‘पिछले एक साल से, हमने देखा है कि एक कथित शराब घोटाले को लेकर हंगामा हो रहा है। आज तक पैसे की कोई बरामदगी नहीं हुई है, एक हजार से अधिक ऐसे छापे मारे गए हैं और कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘चुनाव के नजदीक आते ही ईडी, सीबीआई, आयकर और पुलिस, सब सक्रिय हो जाएंगे। इस तरह के और छापे मारे जाएंगे। लेकिन डरने की जरूरत नहीं है।’’

गिरफ्तारी के बाद केजरीवाल ने सिंह के घर का दौरा किया और उनके परिवार से मुलाकात की। राजद सांसद मनोज झा भी राज्यसभा सांसद संजय सिंह के घर गये। सिंह को प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार शाम हिरासत में ले लिया, वह मनीष सिसौदिया के बाद इस मामले में गिरफ्तार किए गए आप के दूसरे बड़े नेता हैं। आज सुबह-सुबह, ईडी के अधिकारियों ने नॉर्थ एवेन्यू में सिंह के आधिकारिक आवास पर छापा मारा और तलाशी ली। दिन भर की पूछताछ के बाद सिंह को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया। पार्टी ने एक वीडियो साझा किया जिसमें सिंह घर से निकलने से पहले अपनी मां के पैर छू रहे हैं। उन्होंने उससे कहा, ‘‘चिंता ना करो, हिम्मत से रहो।’’

पार्टी द्वारा साझा किए गए एक अन्य वीडियो में सिंह की पत्नी ने आरोप लगाया कि एजेंसी के अधिकारियों को छापेमारी के दौरान कुछ भी नहीं मिला। उन्होंने कहा, ‘‘उन पर संजय सिंह को गिरफ्तार करने का दबाव था और उन्होंने यही किया। मैं उनके साथ हूं। हमारे बच्चे, हमारा परिवार उनके साथ है।’’ दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आबकारी मामला एक काल्पनिक घोटाला है जिसकी पिछले 15 महीनों से जांच चल रही है। उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा,‘‘ईडी और सीबीआई ने कम से कम एक हजार छापे मारे हैं, लेकिन भ्रष्टाचार का एक भी रुपया नहीं मिला। अब कहा जा रहा है कि संजय सिंह भी इस काल्पनिक घोटाले में शामिल हैं, लेकिन उनके यहां भी कुछ नहीं मिलेगा।

उनके सूत्र निश्चित रूप से कहेंगे कि उन्हें बहुत कुछ मिला है, लेकिन जब वे अदालत जाएंगे, तो वे दावा करेंगे कि उन्हें कुछ भी नहीं मिला।’’ सिंह की गिरफ्तारी के बाद भारद्वाज ने वरिष्ठ नेता आतिशी और पार्टी प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ के साथ संयुक्त रूप से एक और संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने आरोप लगाया कि जमीनी स्तर पर बहुत ज्यादा भाजपा विरोधी भावनाएं हैं। उन्होंने कहा, ‘‘कल नामी पत्रकारों को देशद्रोही दिखाने की कोशिश की गई और आज बिना किसी सबूत के संजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया।’’ राय की कैबिनेट सहयोगी आतिशी ने जोर देकर कहा कि भाजपा ‘आप‘ से डरती है।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं विश्वास के साथ कह सकती हूं कि 15 महीने से जारी जांच की तरह, संजय सिंह के घर, गांव या कार्यालय से भ्रष्टाचार का कोई भी सबूत नहीं मिलेगा, भले ही वे दस बार छापेमारी करें।’’ इसी तरह के विचार व्यक्त करते हुए कैबिनेट मंत्री आतिशी ने कहा कि भाजपा उन लोगों से डरती है जो पार्टी के खिलाफ आवाज उठाते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा संजय सिंह से डरी हुई है। भाजपा आप से डरी हुई है। इतिहास गवाह है कि जब भी कोई अत्याचारी सरकार किसी को अपने खिलाफ आवाज उठाते हुए देखती है, तो वह उसे दबाने की कोशिश करती है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन हम सैनिक हैं। हम चुप नहीं बैठेंगे। अगर आप एक संजय सिंह को गिरफ्तार करेंगे तो हजारों संजय सिंह खड़े होकर अपनी आवाज उठाएंगे। संजय सिंह की गिरफ्तारी भाजपा के अंत की शुरुआत है।’’

आतिशी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘कौन जानता है कि अपने डर के कारण भाजपा और कितना गिरेगी...चुनाव से पहले ‘इंडिया’ से हार को लेकर उनकी हताशा साफ दिख रही है। मनीष जी और सत्येन्द्र जी के बाद जनता की आवाज मजबूती से उठाने वाले संजय भैया को भी सरकार ने गिरफ्तार कर लिया।’’ आप की मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने छापेमारी को ‘प्रतिशोध’ की राजनीति करार दिया। दिल्ली के कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने भी इसी तरह के विचार व्यक्त किए और दावा किया कि छापे के पीछे लोकसभा चुनाव में हार का डर है। राय ने कहा, ‘‘जिस तरह से तीन अक्टूबर को पत्रकारों को निशाना बनाया गया, वह सत्ता में बैठे लोगों के खिलाफ किसी भी आवाज को दबाने की कोशिश की ओर भी इशारा करता है, जो मेरे विचार से लोकतंत्र के खिलाफ है।

भाजपा को लोगों पर भरोसा करना चाहिए। आवाजों को दबाने के लिए एजेंसियों का दुरुपयोग करने से चुनाव नहीं जीता जा सकता है, यह इतिहास बताता है।’’ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को वरिष्ठ आप नेता संजय सिंह की गिरफ्तारी के लिए भाजपा नीत केंद्र सरकार की आलोचना की और आरोप लगाया कि प्रवर्तन निदेशालय के माध्यम से विपक्षी नेताओं को ’डराना’ प्रधानमंत्री का स्वभाव बन गया है। मान ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में पंजाबी में लिखा, ‘‘जहां जनता समर्थन नहीं करती, वहां ईडी के जरिए डराना मोदी जी का स्वभाव बन गया है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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