केरल निपाह वायरस : नमूनों की रिपोर्ट निगेटिव आने पर निरूद्ध क्षेत्रों मेंछूट दी गयी
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि निपाह वायरस के संक्रमण के खतरे के मद्देनजर कोविड-19 टीकाकरण रोक दिया गया था, जिसे बुधवार से दोबारा शुरू किया जाएगा।
सितंबर केरल सरकार ने मंगलवार को कोझिकोड जिले के निरूद्ध क्षेत्रों में प्रतिबंधों में ढील देने का फैसला किया, जहां निपाह वायरस के संक्रमण से 12 साल के एक बच्चे की मौत हो गई थी।
निपाह वायरस के मद्देनजर 14 दिनों की रोगोद्भवन अवधि समाप्त होने के बाद यह फैसला लिया गया है। इस क्षेत्र से वायरस के संक्रमण का कोई नया मामला सामने नहीं आया है।
इसे भी पढ़ें: केरल: निपाह वायरस से जान गंवाने वाले लड़के के घर के तीन किमी के दायरे में सर्वेक्षण
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने एक विज्ञप्ति में कहा, हालांकि, चथमंगलम पंचायत में वार्ड-9 एक निरूद्ध क्षेत्र बना रहेगा। यह निर्णय मेडिकल बोर्ड और विशेषज्ञ समिति के निर्देश के अनुसार लिया गया।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि निपाह वायरस के संक्रमण के खतरे के मद्देनजर कोविड-19 टीकाकरण रोक दिया गया था, जिसे बुधवार से दोबारा शुरू किया जाएगा।
वीणा जॉर्ज ने कहा, आगे का टीकाकरण एक कार्य योजना के अनुसार होगा। लक्षणों वाले लोगों को टीकाकरण के लिए नहीं जाना चाहिए। निरूद्ध क्षेत्र में 9,593 ऐसे लोग भी हैं जिन्हें अभी तक टीके की पहली खुराक नहीं मिली है।
इसे भी पढ़ें: केरल में निपाह वायरस का संक्रमण एक बार फिर बढ़ा , 66 लोग हुए संक्रमित
उन्होंने कहा कि मृत बच्चे के निकट संपर्क में आए तीन लोगों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। अब तक कुल 143 नमूनों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। केरल के कोझिकोड जिले में 12 साल की बच्चे के निपाह वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद से चार सितंबर से स्वास्थ्य विभाग काफी सतर्क था।
बच्चे के घर से तीन किलोमीटर के दायरे को घेर लिया गया था और घर-घर जाकर निगरानी की गई और नमूनों की जांच की गई। बच्चे की पांच सितंबर को मौत हो गयी थी।
अन्य न्यूज़