क्षेत्रीय दल कभी देश और प्रदेश और समाज का भला नहीं कर सकते : जितिन प्रसाद
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने के बाद शनिवार को पहली बार लखनऊ के दौरे पर आये पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने क्षेत्रीय दलों का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधते हुए कहा कि क्षेत्रीय दल कभी देश, प्रदेश और समाजका भला नहीं कर सकते हैं।
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने के बाद शनिवार को पहली बार लखनऊ के दौरे पर आये पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने क्षेत्रीय दलों का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधते हुए कहा कि क्षेत्रीय दल कभी देश, प्रदेश और समाज का भला नहीं कर सकते हैं। भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में अपने स्वागत समारोह के दौरान प्रसाद ने पत्रकारों से कहा, क्षेत्रीय पार्टियों के लिए देश और प्रदेश की प्राथकिमता दूसरे नंबर पर आती है और इन पार्टियों ने नेता नहीं बनाया बल्कि इसे नेता लोगों ने बनाया है और ये व्यक्ति विशेष के इर्द-गिर्द घूमती हैं।
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उत्तर प्रदेश की प्रमुख क्षेत्रीय पार्टी समाजवादी पार्टी (सपा) मुख्य विपक्षी दल है और सपा अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भाजपा के खिलाफ लगातार आक्रामक हैं। भाजपा में शामिल होने की अपनी खुशी व्यक्त करते हुए प्रसाद ने कहा, मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में भाजपा परिवार की सदस्यता ग्रहण करने का सुअवसर मिला और आज मेरी इस नई राजनीतिक यात्रा में अपने गृह प्रदेश में आप सबके बीच आने का अवसर मिला। गौरतलब है कि लंबे समय से कांग्रेस से नाराज चल रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री और युवा नेता प्रसाद ने नौ जून को नई दिल्ली में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए इसे एक बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है।
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प्रसाद भाजपा में शामिल होने के बाद पहली बार उत्तर प्रदेश में आये तो राजधानी लखनऊ में भाजपा की ओर से उनका भव्य स्वागत किया गया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि इनका जहां जहां दौरा होगा, वहां वहां भाजपा का कद बढ़ेगा। भाजपा राज्य मुख्यालय में स्वागत के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रसाद ने कहा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के कुशल नेतृत्व में जो तमाम जनहित की योजना और नीतियां चल रही हैं, मैं विश्वास दिलाता हूं किसशक्त रूप से मेहनत करके जन जन तक पहुंचाने का प्रयास करूंगा। भाजपा में शामिल होने पर उन्होंने कहा कि यह निर्णय सोच समझकर, जन भावना और समर्थकों की इच्छा के अनुरूप लिया और यह बात आई कि अगर देश-प्रदेश के सुनहरे भविष्य का सवाल है तो वह मोदी और भाजपा की छत्रछाया में ही संभव है। ब्राह्मण चेतना परिषद के जरिये भाजपा सरकार पर लगातार प्रसाद द्वाराकिये जा रहे हमले और अब नई भूमिका के बारे में पूछे जाने पर प्रसाद ने कहा कि ब्राह्मण चेतना परिषद का मैं संरक्षक था और मैंने उसके कार्यक्रमों में खूब भाग लिया। यह गैर राजनीतिक संगठन है और वहां यह तय नहीं होता था कि समाज कहां वोट देगा या जितिन प्रसाद किस पार्टी में जाएंगे या रहेंगे।
उन्होंने कहा, वहां (ब्राह्मण चेतना परिषद) ये तय होता था और ये चर्चा होती थी कि समाज को कैसे संगठित किया जाए और समाज के नौजवानों का भविष्य कैसे सुरक्षित किया जाए। कहां उत्पीड़न और शिकायत है, उसका कैसे निस्तारण किया जाए। मैं समझता हूं कि भारतीय जनता पार्टी में आने के बाद और सशक्त रूप से वह कार्य कर सकूंगा। भाजपा की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा, देश में एक ही दल (भाजपा) रह गया है जहां कोई भी फैसला कार्यकर्ताओं की भावनाओं के अनुरूप होता है, एक ही यह पार्टी है जहां सामान्य परिवार का व्यक्ति भी शीर्ष पदों पर जा सकता है।
ज्ञात हो कि जितिन प्रसाद उन 23 नेताओं में शामिल थे, जिन्होंने पिछले साल कांग्रेस में सक्रिय नेतृत्व और संगठनात्मक चुनाव की मांग को लेकर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी थी।पत्र से जुड़े विवाद को लेकर उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले की कांग्रेस कमेटी ने प्रस्ताव पारित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी, जिसे लेकर विवाद भी हुआ था। हालांकि बाद में प्रसाद ने कहा था कि उन्हें कांग्रेस के मौजूदा नेतृत्व में पूरा विश्वास है।
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