रामदेव ने मदरसों पर किया ध्वजारोहण, मुस्लिम समाज के साथ निकाली तिरंगा यात्रा
देश के 76वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर योग गुरु स्वामी रामदेव ने तिरंगा यात्रा आयोजित की जिसमें पतंजलि परिवार और मुस्लिम समाज के लोग एक साथ शामिल हुए। पतंजलि योगपीठ से प्रारंभ होकर यह यात्रा ग्राम बुडाहेडी से होते हुए ग्राम कासमपुर पर जाकर समाप्त हुई जहां दोनों गांवों में स्थित मदरसों पर स्वामी रामदेव और उनके करीबी सहयोगी आचार्य बालकृष्ण ने ध्वजारोहण किया।
हरिद्वार (उत्तराखंड), 16 अगस्त। देश के 76वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर योग गुरु स्वामी रामदेव ने तिरंगा यात्रा आयोजित की जिसमें पतंजलि परिवार और मुस्लिम समाज के लोग एक साथ शामिल हुए। पतंजलि योगपीठ से प्रारंभ होकर यह यात्रा ग्राम बुडाहेडी से होते हुए ग्राम कासमपुर पर जाकर समाप्त हुई जहां दोनों गांवों में स्थित मदरसों पर स्वामी रामदेव और उनके करीबी सहयोगी आचार्य बालकृष्ण ने ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर बोडाहेडी ग्रामप्रधान मौलाना रियासत, कासमपुर ग्रामप्रधान मौलाना अनीस तथा समाजसेवी कारी शमीम अहमद के साथ बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग भी शामिल हुए।
यात्रा के दौरान पूरा वातावरण भारत माता की जय, वन्दे मातरम के नारों से गूंज उठा। कार्यक्रम में स्वामी रामदेव ने कहा कि इस यात्रा से मत, धर्म, जाति, सम्प्रदाय के भेद मिटेंगे और हमारा संकल्प है कि आजादी के अमृत महोत्सव से प्रारंभ होकर देश के आजादी के शताब्दी दिवस तक हम देश को विश्व की सर्वोच्च महाशक्ति बनाएंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हिन्दू-मुसलमान सब साथ मिलकर चलेंगे। हम भारत की एकता, आपसी सौहार्द, सम्प्रभुता और भाई-चारा जिन्दा रखेंगे।’’ कार्यक्रम में आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि इस तिरंगा यात्रा से पूरे विश्व में एकता, अखण्डता, सम्प्रभुता तथा भाईचारे का संदेश जाएगा। जहां एक ओर पूरी दुनिया धर्म व जाति के नाम पर आपसी मतभेद, युद्ध व विनाश की ओर जा रही है, वहीं यह तिरंगा यात्रा आपसी भाईचारे की मिसाल बनेगा। मदरसा मे ध्वजरोहण कार्यक्रम से पूर्व रामदेव ने पतंजलि में भी राष्ट्रीय ध्वज फहराया।
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