राहुल गांधी अचानक पहुंचे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, लोको पायलटों से की मुलाकात, जानिए क्या हुई बात

Rahul Gandhi
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अंकित सिंह । Jul 5 2024 7:57PM

बयान में कहा गया है कि विशाखापत्तनम में दुर्घटना की हालिया जांच सहित कई रिपोर्टों में रेलवे द्वारा यह स्वीकार किया गया है। पार्टी ने कहा कि लोको पायलटों की मांग है कि उन्हें साप्ताहिक 46 घंटे का आराम मिले। इसका मतलब यह है कि शुक्रवार दोपहर को घर लौटने वाला ट्रेन चालक रविवार की सुबह से पहले ड्यूटी पर लौट आएगा।

लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भारतीय रेलवे के लगभग 50 लोको पायलटों से मुलाकात की। पार्टी के मुताबिक, उनसे बातचीत के दौरान लोको पायलटों ने मुख्य रूप से 46 घंटे के साप्ताहिक आराम की मांग करते हुए अपर्याप्त आराम की शिकायत की। पार्टी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि पर्याप्त ब्रेक के बिना लंबे समय तक काम करने से अत्यधिक तनाव होता है और एकाग्रता में कमी आती है जो दुर्घटनाओं का एक प्रमुख कारण है।

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बयान में कहा गया है कि विशाखापत्तनम में दुर्घटना की हालिया जांच सहित कई रिपोर्टों में रेलवे द्वारा यह स्वीकार किया गया है। पार्टी ने कहा कि लोको पायलटों की मांग है कि उन्हें साप्ताहिक 46 घंटे का आराम मिले। इसका मतलब यह है कि शुक्रवार दोपहर को घर लौटने वाला ट्रेन चालक रविवार की सुबह से पहले ड्यूटी पर लौट आएगा। रेलवे अधिनियम 1989 और अन्य नियमों में पहले से ही प्रति सप्ताह 30 + 16 घंटे आराम का प्रावधान है, जिसे लागू नहीं किया जा रहा है। हवाई जहाज के पायलटों को भी आम तौर पर इतनी ही छूट मिलती है। उनकी यह भी मांग है कि लगातार दो रात की ड्यूटी के बाद एक रात का आराम होना चाहिए और ट्रेनों में ड्राइवरों के लिए बुनियादी सुविधाएं होनी चाहिए। 

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वहीं, प्रियंका गांधी ने एक्स पोस्ट में लिखा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आज नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर देश भर के लोको पायलटों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने लिखा कि भारतीय रेलवे में ट्रेन चलने वाले लोको पायलट बहुत कठिन परिस्थितियों में काम करते हैं। लंबी दूरी की ट्रेनें, कई-कई घंटे की ड्यूटी, न नींद, न आराम, वे तनाव में काम करते हैं और इस वजह से भी दुर्घटनाएं होती हैं। रेलवे में 3 लाख से ऊपर पद खाली हैं। लोको पायलट के भी हजारों पद खाली हैं। भाजपा सरकार भर्तियां नहीं कर रही है। पायलटों को आशंका है कि मोदी सरकार रेलवे का निजीकरण करने के मकसद से जान-बूझकर ऐसा कर रही है। राहुल जी ने लोको पायलटों को भरोसा दिलाया कि वे विपक्ष के नेता के रूप में उनका मुद्दा संसद में उठाएंगे।

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