काफिला छोड़कर उबर कैब में बैठे राहुल गांधी, ड्राइवर से गिग वर्कर्स की चुनौतियों पर की चर्चा
राहुल ने एक्स पर लिखा कि आमदनी कम और महंगाई से निकलता दम - ये है भारत के गिग वर्कर्स की व्यथा! सुनील उपाध्याय जी के साथ एक उबेर यात्रा के दौरान चर्चा में और फिर उनके परिवार से मिल कर देश के कैब ड्राइवर और डिलीवरी एजेंट जैसे गिग वर्कर की समस्याओं का जायज़ा लिया।
लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उत्साह में जबरदस्त इजाफा हुआ है। यही कारण है कि वह अलग-अलग लोगों से लकातार मुलाकात कर रहे हैं। लोकसभा में विपक्ष के नेता और वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को एक वीडियो साझा किया, जिसमें वह एक लोकप्रिय राइड-हेलिंग ऐप के माध्यम से कैब बुक कर रहे हैं और वाहन की अगली सीट पर बैठकर राजधानी भर में यात्रा करते हुए ड्राइवर से अपने दैनिक संघर्षों के बारे में बात कर रहे हैं।
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राहुल ने एक्स पर लिखा कि आमदनी कम और महंगाई से निकलता दम - ये है भारत के गिग वर्कर्स की व्यथा! सुनील उपाध्याय जी के साथ एक उबेर यात्रा के दौरान चर्चा में और फिर उनके परिवार से मिल कर देश के कैब ड्राइवर और डिलीवरी एजेंट जैसे गिग वर्कर की समस्याओं का जायज़ा लिया। उन्होंने आगे लिखा कि 'हैंड टू माउथ इनकम' में इनका गुज़ारा तंगी से चल रहा है - न कोई बचत और न ही परिवार के भविष्य का आधार। इनके समाधान के लिए कांग्रेस की राज्य सरकारें ठोंस नीतियां बना कर न्याय करेंगी - और INDIA जनबंधन पूरे संघर्ष के साथ इसका देशव्यापी विस्तार सुनिश्चित करेगा।
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गांधी ने उपाध्याय को बताया कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने कंपनियों को गिग वर्कर्स के लिए पेंशन देने का आदेश दिया है। जब गांधी ने उपाध्याय से पूछा कि वे क्या बदलाव देखना चाहेंगे, तो उपाध्याय ने ड्राइवरों के लिए कटौतियों के बाद इतनी आय की आवश्यकता पर जोर दिया कि वे अपने घर का खर्च चला सकें, और न्यूनतम वेतन की स्थापना की वकालत की। अगले दिन गांधी ने उपाध्याय के परिवार से एक भोजनालय में मुलाकात की, जहाँ उन्होंने उनसे उनकी चुनौतियों, सपनों और आकांक्षाओं के बारे में पूछा। उन्होंने उन्हें आश्वासन दिया कि कांग्रेस शासित दो राज्य तेलंगाना और कर्नाटक राइड-हेलिंग ऐप के लिए काम करने वाले गिग वर्कर्स की स्थिति में सुधार के लिए एक कानून का मसौदा तैयार करने की प्रक्रिया में हैं।
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