Rahul Gandhi ने बदली ट्विटर बायो, लिखा Disqualified MP, सांसदी जाने के बाद हुआ बदलाव
कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सूरत की एक अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद दो साल की सजा सुनाई गई है जिसके बाद उन्हें लोकसभा सदस्यता गंवानी पड़ी है। कांग्रेस पार्टी ने इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया है, जिसे लेकर आज देश भर में विरोध प्रदर्शन जारी है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी संसद सदस्यता गंवाए जाने के बाद से लगातार आक्रामक रुख अपनाए हुए है। इसे लेकर 26 मार्च यानी रविवार को जहां कांग्रेस पार्टी प्रदर्शन कर रही है वहीं राहुल गांधी ने अपने ट्विटर बायो में 'डिसक्वालीफाइड MP' को खास मेंशन किया है। राहुल गांधी को उनके मोदी सरनेम पर की गई टिप्पणी को लेकर आपराधिक मानहानि मामले में सुरत की एक अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद लोकसभा सांसद के तौर पर अयोग्य घोषित कर दिया गया है। इसी को मद्देनजर राहुल गांधी ने ट्विटर पर अपनी बायो को बदला है।
राहुल गांधी द्वारा ट्विटर बायो बदले जाने के बाद कांग्रेस पार्टी भी इस मुद्दे पर लगातार बवाल कर रही है। इस मामले पर कांग्रेस पार्टी ने महात्मा गांधी की प्रतिमाओं के सामने एक दिवसीय संकल्प सत्याग्रह का आयोजन किया है। पार्टी के कार्यकर्ता केंद्र सरकार के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन कर रहे है। दिल्ली सेमत देश भर में कांग्रेस के जिला मुख्यालयों में सत्याग्रह किया जा रहा है। पार्टी का कहना है कि राहुल गांधी के प्रति एकजुटका दिखाने के लिए सत्याग्रह का आयोजन किया गया है।
ये है मामला
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मोदी सरनेम मामले में सूरत की सेशंस अदालत ने दो साल की सजा 24 मार्च को सुनाई है। इस सजा को सुनाए जाने के बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने उनकी संसद सदस्यता को रद्द कर दिया था। राहुल की जेल की एक महीने की सजा को भी निलंबित किया गया है। वैसे राहुल के पास ऊपर की अदालत में अपील करने का मौका है।
कॉन्फ्रेंस में राहुल ने साधा निशाना
लोकसभा से अयोग्य घोषित किए जाने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 25 मार्च को पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान में लोकतंत्र पर आक्रमण हो रहा है। सवाल मैंने एक ही पूछा था। अडानी जी की फाउंडेशन कंपनी है, जिसमें 20 हजार करोड़ किसी ने इंवेस्ट किया। सवाल ये है कि ये 20 हजार करोड़ किसके हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि संसद का नियम है कि किसी सदस्य पर कोई आरोप लगाता है तो उस सदस्य को जवाब देने का हक होता है। मैंने चिट्ठी लिखी कोई जवाब नहीं आया। स्पीकर के चैंबर में जाकर भी कहा कि इन्होंने झूठा आरोप लगाया और कहा कि आप मुझे बोलने क्यों नहीं दे रहे हैं। फिर स्पीकर मुस्कुरा कर करते हैं कि मैं कुछ नहीं कर सकता। राहुल ने कहा कि मैं हिन्दुस्तान के लोकतंत्र के लिए लड़ रहा और किसी से नहीं डरता हूं।
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