Rahul Gandhi ने फिर साधा भाजपा पर निशाना, पूछा- अडानी की कंपनी में 20 हजार करोड़ किसके हैं
कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी दल अडानी मुद्दे को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर है। संसद में भी इस मुद्दे को लेकर हंगामा जारी है। विपक्ष लगातार इस मामले पर जेपीसी की मांग कर रहा है।
राहुल गांधी लगातार भाजपा पर जबरदस्त तरीके से हमलावर है। एक बार फिर से अडानी मुद्दे को लेकर उन्होंने साफ तौर पर भाजपा से सवाल पूछा है। उन्होंने कहा है कि अडानी की सेल कंपनी में 20000 करोड़ रुपए किसके हैं। भाजपा को इसका जवाब देना चाहिए। राहुल गांधी से पूछा गया था कि भाजपा कह रही है कि आप न्यायपालिका पर दबाव बना रहे हैं? इसी पर उन्होंने पलटवार किया है। उन्होंने साफ तौर पर पूछा कि अडानी की सेल कंपनी में 20,000 करोड़ रुपए किसके हैं? इसका जवाब देना चाहिए कि यह पैसे किसके हैं। दरअसल, कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी दल अडानी मुद्दे को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर है। संसद में भी इस मुद्दे को लेकर हंगामा जारी है। विपक्ष लगातार इस मामले पर जेपीसी की मांग कर रहा है।
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अपने बयान में उन्होंने कहा कि यह जो 20,000 करोड़ रुपए अडाणी जी के शेल कंपनी में हैं ये किसके हैं? यह बेनामी हैं, यह किसके हैं? इससे पहले राहुल गांधी ने एक ट्वीट किया था। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा था कि ये ‘मित्रकाल’ के विरुद्ध, लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है। इस संघर्ष में, सत्य मेरा अस्त्र है, और सत्य ही मेरा आसरा राहुल गांधी का यह ट्वीट सूरत कोर्ट से जमानत मिलने के बाद आया था। राहुल गांधी को मानहानि मामले में सूरत कोर्ट से 13 अप्रैल तक जमानत दे दी गई है। वहीं, निचली अदालत के फैसले को चुनौती देने की याचिका पर अब 3 मई को सुनवाई होगी। राहुल गांधी ने ‘मोदी उपनाम’ के संदर्भ में उनकी 2019 की टिप्पणी से संबंधित मानहानि के एक मामले में दोषसिद्धि के खिलाफ सोमवार को सत्र अदालत में अपील दायर की।
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अदालत ने उन्हें जमानत दे दी। एक अधिकारी ने बताया कि सत्र अदालत मामले की सुनवाई 13 अप्रैल को करेगी। राहुल को पिछले महीने यहां की निचली अदालत ने दोषी ठहराया था और दो साल के लिए जेल की सजा सुनाई थी। दो भगोड़े कारोबारियों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘उपनाम’ के बारे में अपनी टिप्पणी में राहुल गांधी ने कहा था कि सारे ‘चोरों’ के ‘उपनाम’ मोदी क्यों हैं।
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