सिंधिया समर्थक विधायकों ने जारी किया वीडियो, कहा- हर हाल में सिंधिया के साथ
बेंगलुरु गए विधायकों को गुमराह करके ले जाया गया है और सिंधिया के भाजपा में शामिल होने पर ये विधायक कांग्रेस में बने रहेंगे। प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने इन विधायकों से संपर्क में होने का दावा भी किया था।
भोपाल। मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार से बागी होकर बेंगलुरु गए सिंधिया खेमे के 19 विधायकों ने बुधवार को एक वीडियो जारी कर कहा कि वे किसी दबाव में नहीं है और हर हाल में अपने नेता सिंधिया के साथ हैं। सिंधिया खेमे के छह मंत्रियों इमरती देवी, गोविंद सिंह राजपूत, तुलसी सिलावट, महेन्द्र सिंह सिसोदिया, प्रद्युम्न सिंह तोमर और डॉ प्रभुराम चौधरी सहित 19 विधायकों ने बुधवार को यहां वीडियो जारी कर सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के फैसले का समर्थन किया और उनका साथ देने की बात कही।मंत्री इमरती देवी ने कहा, ‘‘महाराज ने अच्छा निर्णय लिया है। हमको वे किसी जगह ले जा रहे हैं। अगर महाराज साहब कहीं नहीं ले जाते और मुझसे कहते कि कुंए में गिरना है तो मैं कुंए में भी गिरुंगी, पर महाराज के साथ रहूंगी। जहां हमारे महाराज साहब हैं वहां इमरती है। हम सब 22 विधायक हैं सब उनके साथ हैं।’’
Imarti Devi, recently resigned Congress MLA from Madhya Pradesh: All 22 MLAs are here (in Bengaluru) on their own will. We're happy Scindia ji has taken this decision. I'll always stay with him even if I had to jump in a well. When we were in Congress,Kamal Nath ji never heard us pic.twitter.com/rz8hqIJSgj
— ANI (@ANI) March 11, 2020
इमरती देवी ने वीडिया में आगे कहा,‘‘ प्रदेश की कांग्रेस सरकार में हमारी बिल्कुल सुनवाई नहीं थी। हम सबसे ज्यादा परेशान थे उसे पार्टी में रहकर जिस पार्टी से आज हम त्यागपत्र देकर श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया जी के साथ खड़े हैं।’’सिंधिया खेमे के मंत्री तुलसी सिलावट ने वीडियो में कहा, ‘‘परम श्रद्धेय ज्योतिरादित्य सिंधिया जी ने जो निर्णय लिया है उसमें हम साथ हैं। वे किसी भी पार्टी ,चाहेबीजेपी में जाएं तो यहां 22 के 22 विधायक सब एक साथ हैं। सब स्वेच्छा से आए हैं, किसी के दबाव में नहीं हैं। सिंधिया जो निर्णय करेंगे पूरे 22 विधायक उनके साथ थे, हैं और रहेंगे।’’ एक अन्य मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया ने वीडियो में कहा, ‘‘गद्दारी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नहीं की है। उनके साथ गद्दारी कांग्रेस पार्टी और कमलनाथ जी ने की। यह जानते हुए कि सिंधिया जी की मेहनत से 15 साल बाद कांग्रेस ने सरकार बनाई है।’’ उन्होंने कहा कि एक ओर खजाना खाली होने की बात करते हैं वहीं मुख्यमंत्री अपने क्षेत्र छिंदवाड़ा में 12,000 करोड़ की योजनाएं बनवाते हैं तो क्या बाकी विधायक और मंत्री झक मार रहे हैं। क्या ये हमारी उपेक्षा नहीं है। क्या यह मध्यप्रदेश की जनता के साथ छलावा नहीं है।
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सिसोदिया ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने का समर्थन करते हुए कहा कि महाराज जिस भी पार्टी में जायेंगे हम उनके साथ जायेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हम 20 के 20 विधायक पूरी तरह से एक हैं। मैं बाकी विधायक भाईयों से कहना चाहता हूं कि आने वाले समय में कांग्रेस पार्टी मध्यप्रदेश में नेस्तनाबूद हो जायेगी।’’एक अन्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी ने कहा, ‘‘मैं हमारे नेता सिंधिया जी के साथ था, आज भी हूं और आगे भी रहूंगा। हम 22 लोगों ने स्वेच्छा से इस्तीफा दिया है।’’ इन विधायकों का यह वीडियो जारी होने के बाद प्रदेश कांग्रेस के इस दावे की हवा निकलती नजर आ रही है कि बेंगलुरु गए विधायकों को गुमराह करके ले जाया गया है और सिंधिया के भाजपा में शामिल होने पर ये विधायक कांग्रेस में बने रहेंगे। प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने इन विधायकों से संपर्क में होने का दावा भी किया था।
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