फडणवीस की पत्नी अमृता से क्यों भिड़ गयीं प्रियंका चतुर्वेदी, जानें क्या हैं मामला
देवेंद्र फडणवीस की बैंकर पत्नी अमृता फडणवीस और शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी के बीच जुबानी जंग प्रदेश के सियासी हलकों में चर्चा का विषय बनी हुई है। इसकी शुरुआत अमृता के एक ट्वीट से हुई जिन्होंने आठ दिन पहले अपने पति द्वारा किये गए एक ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा था।
मुंबई/पुणे। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की बैंकर पत्नी अमृता फडणवीस और शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी के बीच जुबानी जंग प्रदेश के सियासी हलकों में चर्चा का विषय बनी हुई है। इसकी शुरुआत अमृता के एक ट्वीट से हुई जिन्होंने आठ दिन पहले अपने पति द्वारा किये गए एक ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा था। देवेंद्र फडणवीस ने अपने ट्वीट में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की उनके उस बयान के लिये आलोचना की थी जिसमें उन्होंने कहा था कि- मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं है।
Very true @Dev_Fadnavis ji ! One cannot be a ‘Thackeray’ also by just putting ‘Thackrey’ surname after his name ! One needs to be true, principled & should think for betterment of people & party members above his own family & power dynamics ! @ShivSena @OfficeofUT https://t.co/3W0AsvcTeG
— AMRUTA FADNAVIS (@fadnavis_amruta) December 22, 2019
फडणवीस ने कहा था कि राहुल गांधी हिंदुत्व विचारक वीर सावरकर की परछाई तक नहीं छू सकते हैं। पति की टिप्पणी के बाद अमृता फडणवीस ने रविवार को शिवसेना अध्यक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अपने नाम के पीछे सिर्फ ठाकरे लगा लेने से कोई “ठाकरे” नहीं हो सकता। इस पर अमृता ने ट्वीट किया, “बिलकुल सही देवेंद्र फडणवीस जी! अपने नाम के बाद केवल ठाकरे उपनाम लगाने से कोई भी ठाकरे नहीं बन सकता! इसके लिए अपने परिवार और सत्ता की ललक से ऊपर उठकर लोगों और पार्टी के सदस्यों की बेहतरी के लिए सच्चा, सैद्धांतिक और ईमानदार होने की जरूरत होती है!” इस पर पलटवार करते हुए चतुर्वेदी ने सोमवार को कहा कि ठाकरे अपने नाम पर खरा उतर रहे हैं लेकिन पेशेवर बैंकर अमृता फडणवीस को यह बात समझ नहीं आयी।
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उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हां, वह अपने नाम पर खरा उतर रहे हैं लेकिन हमेशा की तरह आपने यह खबर नहीं देखी- उन्होंने वादे पूरे किए हैं । अपने लोगों के कल्याण के लिए काम करने, किसानों का कर्ज माफ करने, 10 रुपये में भोजन जैसी अपनी मूल प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिये हर क्षेत्र में मुख्यमंत्री कार्यालय काम कर रहा है। चतुर्वेदी ने अमृता फडणवीस पर कटाक्ष करते हुए कहा, “यह सब कुछ सरकार गठन के एक महीने के अंदर। शुक्र है अपनी ही तारीफ में गाने नहीं गा रहे।”
Yes he is living up to his surname, but you as usual missed the news-promises fulfilled,principled commitment&working for welfare of his people-farmer loan waiver,₹10 meal,CM office in every div.All this in a month of forming govt
— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) December 23, 2019
PS:Thankfully not into ‘singing’ his own praises https://t.co/V7LZZzC2zB
गौरतलब है कि अमृता एक प्रशिक्षित शास्त्रीय गायिका हैं और विभिन्न सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रस्तुति दे चुकी हैं। अमृता फडणवीस पर निशाना साधते हुए शिवसेना पार्षद अमय घोले ने उनकी तुलना आनंदीबाई से कर दी जो अपनी जेठानी के बेटे 17 वर्षीय पेशवा नारायणराव की हत्या की साजिश के लिये महाराष्ट्र के इतिहास में कुख्यात है। उनका पति रघुनाथराव, नारायणराव की मौत के बाद गद्दी के वारिस की दौड़ में था।
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घोले ने एक ट्वीट में कहा कि अपने पति को खलनायक के तौर पर पेश करवाने के लिये आनंदीबाई जिम्मेदार थी और सलाह दी कि बैंकर (अमृता फडणवीस) को इतिहास नहीं भूलना चाहिए। इस मुद्दे पर जब देवेंद्र फडणवीस से प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा कि कुछ राजनीतिक कार्यकर्ता उनकी पत्नी को ट्रोल करने के लिये बेहद निचले स्तर तक चले जाते हैं। उनके मुताबिक उनकी पत्नी की स्वतंत्र शख्सियत है। उन्होंने पुणे में रात को संवाददाताओं से कहा, ‘‘अमृता फडणवीस एक स्वतंत्र शख्सियत हैं। वह अपने फैसले खुद लेती हैं। वह जो करना चाहती हैं करती हैं और इसका खामियाजा भी भुगतती है। उन्हें ट्रोल करने के लिये कुछ राजनीतिक कार्यकर्ता बेहद निचले स्तर तक गिर जाते हैं।’’ एक सवाल के जवाब में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां तक वह जानते हैं उनकी पत्नी कभी राजनीति में नहीं आएंगी। इससे पहले भी इसी महीने प्रियंका चतुर्वेदी और अमृता फडणवीस के बीच सोशल मीडिया पर उन खबरों को लेकर बयानबाजी हो चुकी है जिनमें कहा गया था कि ठाकरे सरकार औरंगाबाद में बाल ठाकरे का स्मारक बनवाने के लिये 1000 पेड़ों को कटवाने की योजना बना रही है।
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