प्रदूषण को लेकर नीतीश सरकार पर बरसे प्रशांत किशोर, कहा- प्रदूषण मापने वालों को ज्ञान ही नहीं
प्रशांत किशोर ने लिखा कि दिल्ली के वायु प्रदूषण की चर्चा है, जबकि देश के 10 सबसे प्रदूषित शहरों में 7 शहर बिहार के हैं। नीतीश कुमार जी लगता है, प्रदूषण नापने वालों को भी कोई ज्ञान नहीं हैं या फिर सब आपके Home Delivery वाले शराबबंदी से नाराज होकर ग़लत आँकड़े दे रहे हैं!
भले ही बिहार में महागठबंधन की सरकार स्थिरता के साथ चल रही है लेकिन कहीं ना कहीं प्रसाद शोर जबरदस्त तरीके से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर एक बार फिर से प्रशांत किशोर ने प्रदूषण को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है उन्होंने अपने जन सुराज यात्रा के दौरान साफ तौर पर कहा कि बिहार में प्रदूषण मापने वालों को कोई भी ज्ञान नहीं है प्रशांत किशोर ने कहा कि सभी जगह दिल्ली में वायु प्रदूषण की चर्चा हो रही है लेकिन देश के 10 सबसे प्रदूषित शहरों में 7 बिहार में है उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार में प्रदूषण मापने वालों को कोई ज्ञान नहीं है या फिर सरकार की होम डिलीवरी वाली शराबबंदी से नाराज होकर अधिकारी गलत आंकड़े दे रहे हैं
इसे भी पढ़ें: 1 लाख की आबादी पर 170 पुलिसकर्मी, नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में CM नीतीश- पुलिस की संख्या बढेगी तभी गश्ती ठीक से होगी
प्रशांत किशोर ने यह बातें अपनी ट्वीट में लिखी है। प्रशांत किशोर ने लिखा कि दिल्ली के वायु प्रदूषण की चर्चा है, जबकि देश के 10 सबसे प्रदूषित शहरों में 7 शहर बिहार के हैं। नीतीश कुमार जी लगता है, प्रदूषण नापने वालों को भी कोई ज्ञान नहीं हैं या फिर सब आपके Home Delivery वाले शराबबंदी से नाराज होकर ग़लत आँकड़े दे रहे हैं! आपको बता दें कि प्रशांत किशोर लगातार बिहार के मुख्यमंत्री पद हमलावर है। बिहार में 13 शहरों में वायु प्रदूषण खराब श्रेणी में है। इसमें सीवान, बेतिया, बेगूसराय, पूर्णिया समेत कई जिले हैं। लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। इससे पहले प्रशांत किशोर ने खुद के चुनाव लड़ने की संभावना से इनकार किया था लेकिन अपने गृह राज्य बिहार के लिए एक ‘‘बेहतर विकल्प’’ बनाने की अपनी प्रतिज्ञा दोहराई।
इसे भी पढ़ें: जातीय जनगणना को बिहार में जारी है सियासी बवाल, CM नीतीश पर बरसे सुशील मोदी, लगाया टालने का आरोप
प्रशांत किशोर राज्य की 3500 किलोमीटर लंबी पद यात्रा पर हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी जिलों में इसी तरह से जनता से राय ली जाएगी, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। जदयू के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने दावा किया कि अगर मैं नीतीश कुमार के राजनीतिक उद्यम में शामिल हो जाता हूं तो वह एक बार फिर से मुझ पर मेहरबान दिखेंगे। चूंकि मैंने अपने लिए एक अलग रास्ता चुना इसलिए वह और उनके समर्थक मुझसे नाखुश हैं। किशोर ने जदयू के नेताओं पर प्रहार करते हुए कहा कि उन्हें नीतीश कुमार से पूछना चाहिए “अगर मेरी कोई राजनीतिक समझ नहीं थी तो मैं दो साल तक उनके आवास पर क्या कर रहा था।
अन्य न्यूज़