दिल्ली में मतदाता सूची पर धोखे की राजनीति कर रही है दिल्ली सरकार: मीनाक्षी लेखी
लोकसभा में भाजपा सदस्य मीनाक्षी लेखी ने कहा कि दिल्ली में जिस तरह की धोखे की राजनीति चल रही है, उसे लोग देख रहे हैं... मैं पुलिस से ऐसे मामलों में कार्रवाई करने की अपील करती हूं।
नयी दिल्ली। लोकसभा में भाजपा सदस्य मीनाक्षी लेखी ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली सरकार मतदाता सूची को लेकर ‘धोखे की राजनीति’ कर रही है, फोन करके सूची से नाम काटे जाने की बात कहकर लोगों को गुमराह कर रही है और इस पर कार्रवाई करने की जरूरत है। शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए लेखी ने कहा कि कई लोगों को यह फोन कॉल आ रहे हैं कि मतदाता सूची से उनके नाम हटा दिये गए हैं। लेकिन उन्हें आश्चर्य होता है जब जानकारी लेने पर यह पता चलता है कि उनका नाम नहीं हटा है। उन्होंने कहा कि इस तरह की धोखाधड़ी हो रही है और इस मामले में पुलिस ने मामला दर्ज किया है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
इसे भी पढ़ें: मतदाता सूची मामले में आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच आरोप प्रत्यारोप
लेखी ने कहा कि दिल्ली में जिस तरह की धोखे की राजनीति चल रही है, उसे लोग देख रहे हैं.. मैं पुलिस से ऐसे मामलों में कार्रवाई करने की अपील करती हूं। उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग ने रविवार को दिल्ली पुलिस से कहा कि फोल कॉल के माध्यम से राष्ट्रीय राजधानी में ऐसे गुमराह करने वाले कॉल को लेकर जरूरी कार्रवाई की जाए। भाजपा के एक शिष्टमंडल ने भी आयोग से इस मामले में मुलाकात की थी। भाजपा के ही रमेश बिधूड़ी ने दिल्ली में अनधिकृत कॉलोलियों को नियमित करने की मांग की दिशा में ठोस कदम उठाने की मांग की और आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार का इस दिशा में उदासीन रूख है।
इसे भी पढ़ें: AAP का आरोप, मतदाता सूची से बड़े पैमाने पर काटे गए मतदाताओं के नाम
उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार उनके संसदीय क्षेत्र वाले इलाके में कालेज और स्वास्थ्य केंद्र खोलने के लिये जमीन मुहैया नहीं करा रही है। भाजपा के उदित राज ने उच्चतम न्यायालय की निगरानी वाली समिति के तहत दिल्ली में सीलिंग के कारण लोगों को परेशानी का विषय उठाया और इस निगरानी समिति को भंग किये जाने की मांग की। माकपा के एम बी राजेश ने अमृतसर के ऐतिहासिक जलियांबाला बाग में लाइट एंड साउंड शो रोकने का मुद्दा उठाया और कहा कि यह मामला संस्कृति मंत्रालय के तहत आता है और इसे फिर शुरू करने के लिये तत्काल कदम उठाये जाएं। बीजद के भतृहरि माहताब और तृणमूल कांग्रेस के सौगत राय ने इस मुद्दे का समर्थन किया।
अन्य न्यूज़