घोषणापत्रों को भगवद्गीता की तरह मानें राजनीतिक दलः नायडू

[email protected] । Apr 10 2017 11:16AM

पार्टियों को चुनावी घोषणाओं के प्रति जवाबदेह होने संबंधी प्रधान न्यायाधीश के बयान के बाद केन्द्रीय मंत्री नायडू ने कहा है कि पार्टियों को अपने घोषणाप़त्रों को भगवद्गीता की तरह मानना चाहिए।

गांधीनगर। राजनीतिक पार्टियों को चुनावी घोषणाओं के प्रति जवाबदेह होने संबंधी प्रधान न्यायाधीश जेएस खेहर के बयान के एक दिन बाद केन्द्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा है कि पार्टियों को अपने घोषणाप़त्रों को भगवद्गीता की तरह मानना चाहिए। नायडू ने रविवार को यहां आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राजनीतिक पार्टियों को अपने घोषणापत्रों को भगवद्गीता की तरह मानना चाहिए। इसे पवित्र ग्रंथ की तरह मानना चाहिए। आपको वह काम करना चाहिए जिनका वादा आपने किया था।

उन्होंने कहा, ''मैं चुनाव पूर्व किए गए वादों पर सीजेआई के विचारों से सहमत हूं। कुछ पार्टियां चुनाव के दौरान गैर जिम्मेदाराना बयान देतीं हैं। अंतत: पार्टियों को हर पांच वर्ष बाद अपने काम के आधार पर ही जनता से वोट मांगना होता है।’’ कार्यक्रम में गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी तथा रियल एस्टेट सेक्टर के अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।

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