विक्रमादित्य सिंह की ओर से कर्मचारियों व अधिकारियों को लेकर दिये गये बयान को लेकर प्रदेश की राजनीति गरमा गई
एक जनसभा के मंच पर आक्रामक तेवर दिखाते हुए कहा कि प्रदेश के ऐसे कर्मचारी, अधिकारी और शिक्षक जो राजनीतिक द्वेष की भावना से काम कर रहे हैं उन्हें पटक-पटक कर दूसरे कोने में ट्रांसफर किया जाएगा। उन्होंने कहा था कि कई कर्मचारी, अध्यापक और अधिकारी 20-20 का मैच खेल रहे हैं। प्रदेश में भाजपा की सरकार है।
शिमला । हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के महासचिव व शिमला ग्रामीण से विधायक विक्रमादित्य सिंह की ओर से कर्मचारियों व अधिकारियों को लेकर दिये गये बयान को लेकर प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। इस मामले को लेकर सत्तारूढ़ दल भाजपा उन्हें घेरने में लगी है तो वहीं सोशल मीडिया में भी अच्छी खासी बहस छिडी है। जिससे मामला तूल पकडता जा रहा है। इस मामले पर भाजपा नेताओं ने विक्रमादित्य सिंह को खूब खरी खोटी सुनाई है।
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दरअसल, एक जनसभा के मंच पर आक्रामक तेवर दिखाते हुए कहा कि प्रदेश के ऐसे कर्मचारी, अधिकारी और शिक्षक जो राजनीतिक द्वेष की भावना से काम कर रहे हैं उन्हें पटक-पटक कर दूसरे कोने में ट्रांसफर किया जाएगा। उन्होंने कहा था कि कई कर्मचारी, अध्यापक और अधिकारी 20-20 का मैच खेल रहे हैं। प्रदेश में भाजपा की सरकार है। यह सोचकर उनके नेताओं का गुणगान कर अपनी ट्रांसफर रुकवाने में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि जिस दिन प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी पकड़-पकड़ दूसरे कोने में भेजा जाएगा।
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उन्होंने कहा कि राजनैतिक द्वेश की भावना से काम करने वाले कर्मचारी यह न समझे की विक्रमादित्य सिंह को कुछ भी पता नहीं ऐसा सोचना गलत है। विक्रमादित्य सिंह को सब पता है। हमारी नजर गिद्ध की नजर है। पत्थर के अंदर से निकाल निकाल कर हिसाब करेंगे। इस बयान पर अब राजनीति शुरू हो गई है। भाजपा उन पर हमलावर है तो कई कर्मचारी संगठनों को भी यह बयान नागवार गुजरा है।
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