PM Modi ने की LIC बीमा सखी योजना की शुरुआत, बोले- हमारी सरकार ने बेटियों के सामने से हर बाधा को हटाने की ठानी है
मोदी ने कहा कि 9 दिसंबर के दिन ही संविधान सभा की पहली बैठक हुई थी। आज जब देश संविधान के 75 वर्ष का महोत्सव मना रहा है, 9 दिसंबर की ये तारीख हमें समानता और विकास को सर्वस्पर्शी बनाने की प्रेरणा देती है।
हरियाणा के पानीपत में पीएम नरेंद्र मोदी ने एलआईसी बीमा सखी योजना की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि हरियाणा ने जिस प्रकार 'एक हैं तो सेफ हैं' के मंत्र को स्वीकार किया है, वह पूरे देश के लिए एक उदाहरण है। उन्होंने कहा कि आज महिला सशक्तिकरण की दिशा में भारत एक और मजबूत कदम उठा रहा है। आज का दिन और भी वजहों से विशेष है। आज 9 तारीख है, शास्त्रों में 9 अंक को बहुत शुभ माना जाता है। 9 अंक नवदुर्गा की नव शक्तियों से जुड़ा है।
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मोदी ने कहा कि 9 दिसंबर के दिन ही संविधान सभा की पहली बैठक हुई थी। आज जब देश संविधान के 75 वर्ष का महोत्सव मना रहा है, 9 दिसंबर की ये तारीख हमें समानता और विकास को सर्वस्पर्शी बनाने की प्रेरणा देती है। उन्होंने कहा कि अभी यहां (पानीपत) देश की बहनों-बेटियों को रोजगार देने वाली 'बीमा सखी योजना' का शुभारंभ किया गया है। मैं देश की सभी बहनों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। मोदी ने कहा कि कुछ वर्ष पहले मुझे, पानीपत से 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' अभियान शुरू करने का सौभाग्य मिला था। इसका सकारात्मक प्रभाव हरियाणा के साथ-साथ पूरे देश में हुआ। अब 10 वर्ष बाद, इसी पानीपत की धरती से बहनों-बेटियों के लिए 'बीमा सखी योजना' का प्रारंभ हुआ है। हमारा पानीपत नारीशक्ति की प्रतीक भूमि बन गया है।
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प्रधानमंत्री ने कहा कि नारी को सशक्त करने के लिए बहुत आवश्यक है कि उन्हें आगे बढ़ने के खूब अवसर मिलें, उनके सामने से हर बाधा हटे। जब नारी को आगे बढ़ने का अवसर मिलता है, तो वो देश के सामने अवसरों के नए द्वार खोल देती हैं। उन्होंने कहा कि लंबे समय तक हमारे देश में ऐसे अनेक काम थे जो महिलाओं के लिए वर्जित थे। भाजपा की हमारी सरकार ने बेटियों के सामने से हर बाधा को हटाने की ठानी है।
उन्होंने कहा कि आजादी के 60-65 साल बाद भी अधिकतर महिलाओं के पास बैंक खाते नहीं थे, यानी महिलाएं बैंकिंग सुविधाओं से कटी हुई थीं। इसलिए हमारी सरकार ने सबसे पहले माताओं-बहनों के जनधन खाते खुलवाए। आज मुझे गर्व है कि जनधन योजना से 30 करोड़ से अधिक महिलाओं के खाते खुले हैं।
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