सहारनपुर में मोदी की पहली फिजिकल रैली, बोले- घोर परिवारवादी लोग सरकार में होते तो रास्ते में ही बिक जाती वैक्सीन
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि हम गन्ना किसानों को एक और परेशानी से मुक्ति दिलाने का स्थायी उपाय भी कर रहे हैं। हमारे गन्ना किसानों के सामने एक ऐसी समस्या होती है कि चीनी की कीमतें कम हो, या फिर चीनी मिलें बन्द हो तो गन्ना किसान परेशान हो जाता है।
एक ओर जहां उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान जारी है तो वहीं दूसरी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सहारनपुर में एक चुनावी सभा को संबोधित किया। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने किसानों के लिए किए जा रहे कामों का जिक्र किया और बताया कि भाजपा क्यों जरूरी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सहारनपुर क्षेत्र के लोगों ने ठान लिया है, जो यूपी को विकास की नई ऊंचाई पर पहुंचाएगा उसको ही वोट देंगे। जो यूपी को दंगा मुक्त रखेगा, उसे ही वोट देंगे। जो हमारी बहन-बेटियों को भय मुक्त रखेगा, हम उसे ही वोट देंगे। जो अपराधियों को जेल भेजेगा, हम उसे ही वोट देंगे। इसके साथ ही मोदी ने प्रथम चरण के मतदाताओं से क्षमा मांगते हुए कहा कि मेरा ये फर्ज बनता था कि चुनाव घोषित होने के बाद उनके बीच जाऊं। लेकिन मैं जा नहीं पाया था, चुनाव आयोग ने कुछ मर्यादाएं रखी थी। वर्चुअल रूप से तो उनसे मिल लिया था।
मोदी ने कहा कि भाजपा ने यूपी चुनावों के लिए अपना जो घोषणा पत्र जारी किया है, ये घोषणा पत्र लोक कल्याण का संकल्प पत्र है। डबल इंजन की सरकार जो काम कर रही है, उसके लिए यूपी में भाजपा सरकार बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि गरीबों को कोरोना की वैक्सीन मुफ्त लगने में दिक्कत ना हो, इसके लिए यूपी में भाजपा सरकार जरूरी है। क्योंकि ये घोर परिवारवादी लोग सरकार में होते तो वैक्सीन रास्ते में ही कहीं बिक जाती। किसानों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि छोटे किसानों के खाते में पीएम किसान का पैसा सीधे उनके खाते में पहुंचता रहे, इसके लिए यूपी में भाजपा सरकार बहुत जरूरी है। गरीबों को इस महामारी के समय मुफ्त राशन मिलता रहे, इसके लिए यूपी में भाजपा सरकार बहुत जरूरी है। मोदी ने कहा कि भाजपा सरकार का ये इतिहास है, ये परंपरा है कि भाजपा सरकार जो संकल्प लेती है उसे पूरा करके दिखाती है। ये हमारी ही सरकार है, जिसने गन्ना किसानों को पहले के मुकाबले कई ज्यादा का भुगतान किया है।घोर परिवारवादी लोग सरकार में होते तो वैक्सीन शायद रास्ते में ही कहीं बिक जाती और आप कोरोना के भय से आतंकित होकर जीवन-मृत्यु की लड़ाई लड़ने के लिए मजबूर हो जाते: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/MUzaXaUl9r
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 10, 2022
इसे भी पढ़ें: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मतदाताओं से बढ़-चढ़कर मतदान करने का अनुरोध किया
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि हम गन्ना किसानों को एक और परेशानी से मुक्ति दिलाने का स्थायी उपाय भी कर रहे हैं। हमारे गन्ना किसानों के सामने एक ऐसी समस्या होती है कि चीनी की कीमतें कम हो, या फिर चीनी मिलें बन्द हो तो गन्ना किसान परेशान हो जाता है। दुनिया के बाजार में चीनी की पैदावार बढ़ जाए, तो भी भारत मे चीनी कारखाने चीनी की पैदावार से डरते हैं,कारखाने बंद करते हैं, गन्ना किसान को परेशानी होती है। उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों को जितना पैसा, पहले की सरकारों को 10 साल में मिला था उससे ज्यादा राशि योगी आदित्यनाथ की सरकार ने उन्हें दी है। मोदी ने दावा किया कि योगी जी की सरकार यूपी के अलग-अलग जिलों को अच्छी सड़कों से जोड़ रही है, कनेक्टिविटी बढ़ा रही है। गंगा एक्सप्रेसवे, दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे, दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे, दिल्ली-सहारनपुर फोरलेन, सहारनपुर एयरपोर्ट, यूपी में इतनी तेजी से, इतने बड़े-बड़े काम पहले कभी नहीं हुए।
इसे भी पढ़ें: लोकसभा में तमिल में पूछे गये सवाल का हिंदी में जवाब देने पर विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तीखी बहस
मोदी ने कहा कि मैं इन दिनों देख रहा हूं कि घोर परिवारवादी पूरी पार्टी जनता से लगातार खोखले वादे किए जा रहे हैं। वो इसी सोच पर चल रहे हैं कि उनको मालूम है कि यूपी की जनता इनके पुराने कारनामों को याद करके फिर से कभी उनको घुसने देने वाली नहीं है। उत्तर प्रदेश की जनता ने उनको नकार दिया है। अपना हमला जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि इन लोगों ने शहरो को 22 घंटे और गांवों को 20 घंटे बजली देने की बात कही थी, ऐसे वादे किए थे। लेकिन उन्होंने ऐसा पूरे उत्तर प्रदेश में नहीं किया, उत्तर प्रदेश को अंधेरे में रखा और अपने परिवार के जिले में किया। परिवारवादी सोच बिजली में भी वहीं पर अटक गई। इन लोगों के बहकावे में आपको नहीं आना है। इन लोगों को जब आपने मौका दिया, तब इन्होंने क्या किया ये कभी मत भूलना। लेकिन उन्होंने ऐसा पूरे उत्तर प्रदेश में नहीं किया, उत्तर प्रदेश को अंधेरे में रखा और अपने परिवार के जिले में किया। परिवारवादी सोच बिजली में भी वहीं पर अटक गई।
अन्य न्यूज़