Rajya Sabha: पीयूष गोयल ने विपक्ष पर लगाया सदन को नहीं चलने देने का आरोप, माफी की मांग की
अपने बयान में पीयूष गोयल ने कहा कि जिस तरह से सदन में आकर विपक्ष हंगामा कर के कार्यवाही नहीं चलने दे रही ये बहुत ही गलत है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जिन्होंने चेयर का अपमान किया, नियम तोड़े उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
संसद का बजट सत्र चल रहा है। राज्यसभा में आज जबरदस्त तरीके से हंगामा देखने को मिला। हंगामे की वजह से राज्यसभा की कार्यवाही 13 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई। अडाणी मुद्दे को लेकर विपक्षी सांसदों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जबरदस्त तरीके से नारेबाजी की। इन सबके बीच केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने विपक्ष पर सदन को नहीं चलने देने का आरोप लगाया है। अपने बयान में पीयूष गोयल ने कहा कि जिस तरह से सदन में आकर विपक्ष हंगामा कर के कार्यवाही नहीं चलने दे रही ये बहुत ही गलत है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जिन्होंने चेयर का अपमान किया, नियम तोड़े उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
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पीयूष गोयल ने यह भी कहा कि इसके बाद वे अपना प्रस्ताव ले आए, सदन अपने विवेक से उसपर निर्णय लेगा। उन्होंने कहा कि बार-बार अनुरोध करने के बावजूद विपक्ष ने सदन को चलने नहीं दिया। उन्होंने आरोप लगया कि विपक्ष सदन न चलने देने का फैसला कर के ही सदन में आते हैं। राज्यसभा में सदन के नेता ने कहा कि दुख होता है जब सदस्य बहुत ही गंभीर विषय उठाना चाहें लेकिन उन्हें मौका नहीं मिले। ये सदस्यों के अधिकारों का भी उल्लंघन है। उल्लेखनीय है कि संसद के बजट सत्र के पहले चरण का आज आखिरी दिन था। सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत 13 मार्च को होगी।
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एक बार के स्थगन के बाद 11:50 बजे बैठक शुरू होने पर भी सदन में हंगामा जारी रहा और सत्ता पक्ष ने एक बार फिर अडाणी समूह से जुड़े मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने और रजनी पाटिल का निलंबन वापस लेने की मांग की। इस मुद्दे पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच ही सभापति जगदीप धनखड़ ने पहले शून्यकाल और फिर प्रश्नकाल चलाने का प्रयास किया। लेकिन जेपीसी की मांग कर रहे विपक्षी सदस्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। धनखड़ ने हंगामा कर रहे सदस्यों से सदन चलने देने की बार-बार अपील की। लेकिन अपनी अपील का असर नहीं होते देख उन्होंने 12:05 बजे बैठक 13 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी।
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