दिल्ली की सीमाओं पर जाम से मुक्ति की मांग को लेकर जनहित याचिका
जनहित याचिका दायर कर दिल्ली की सीमाओं पर यातायात को सुगम बनाने के लिए कदम उठाने की मांग की गयी है। वहां टोल संग्रहकर्ताओं द्वारा वाणिज्यिक वाहनों को रोकने से भयंकर जाम लग जाता है।
दिल्ली उच्च न्यायालय में आज एक जनहित याचिका दायर कर दिल्ली की सीमाओं पर यातायात को सुगम बनाने के लिए कदम उठाने की मांग की गयी है। वहां टोल संग्रहकर्ताओं द्वारा वाणिज्यिक वाहनों को रोकने से भयंकर जाम लग जाता है। अर्जी में कहा गया है कि वाणिज्यिक वाहनों के कर संग्रहण में बिल्कुल कुप्रबंधन है जिससे अन्य वाहनों के लिए बड़ी परेशानी खड़ी हो जाती है। याचिकाकर्ता वकील अमित साहनी की अर्जी में कहा गया है, ‘‘वाणिज्यिक वाहनों से टोल संग्रहण के कारण अन्य वाहनों के लिए बड़ी समस्या खड़ी हो जाती है, भयंकर जाम लग जाता है, हजारों लोगों का बेशकीमती समय बर्बाद हो जाता है, वायु प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण फैलता है।’’
अर्जी में आरोप लगाया गया है, ‘‘टोल संग्रहकर्ता जानबूझकर जाम पैदा करते हैं ताकि वे जाम में दखल दे सकें तथा वाणिज्यिक वाहनों से टोल ले सकें।’’ याचिकाकर्ता का कहना था कि गुरुग्राम में टोल संग्रहकर्ताओं को टोल वसूली के लिए बिल्कुल बायें के छह लेनों का इस्तेमाल करने को कहा गया है लेकिन जब वाणिज्यिक वाहन अनजाने में या जानबूझकर निर्धारित लेनों से नहीं गुजरते हैं तब कर संग्रहकर्ता दखल देते हैं और भयंकर जाम लग जाता है। उन्होंने अदालत से भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण एवं दिल्ली सरकार को दिल्ली की सीमाओं पर यातायात को सुगम बनाने का निर्देश देने की मांग की है।
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