Maharashtra में बेटे की धोखाधड़ी के कारण माता-पिता वृद्धाश्रम में रहने को मजबूर

Maharashtra Police
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12 मार्च, 2024 को नागपुर लौटने पर बुजुर्ग दंपती को अभिजीत ने अपने ही घर में नहीं घुसने दिया। उन्होंने बताया कि तब पता चला कि उसने न केवल उनकी संपत्ति बेची थी, बल्कि जाली आधार कार्ड सहित कानूनी दस्तावेजों में भी हेराफेरी की थी।

महाराष्ट्र के नागपुर में एक बुजुर्ग दंपती के साथ उनके बेटे ने कथित तौर पर धोखाधड़ी की और उनके घर तथा संपत्ति को धोखे से बेच दिया, जिस कारण उन्हें वृद्धाश्रम में रहने को मजबूर होना पड़ा। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी अभिजीत निपाने (39) ने एक महिला को अपनी मां बताकर मौजा गोरेवाड़ा में दो भूखंड 60-60 लाख रुपये में बेचे थे। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही आरोपी ने झिंगाबाई टाकली क्षेत्र में परिवार के आवास पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया।

अधिकारियों के अनुसार, यह घटना तब हुई जब स्वास्थ्य विभाग की सेवानिवृत्त अधिकारी मीना निपाने (70) और उनके पति मुरलीधर कोविड-19 महामारी के दौरान गोवा में अपने छोटे बेटे अनिकेत के घर चले गए थे। उन्होंने कहा कि उनकी गैर-मौजूदगी का फायदा उठाकर अभिजीत ने दूसरों के साथ मिलकर उनकी संपत्तियों को धोखाधड़ी से बेच दिया।

अधिकारियों ने बताया कि 12 मार्च, 2024 को नागपुर लौटने पर बुजुर्ग दंपती को अभिजीत ने अपने ही घर में नहीं घुसने दिया। उन्होंने बताया कि तब पता चला कि उसने न केवल उनकी संपत्ति बेची थी, बल्कि जाली आधार कार्ड सहित कानूनी दस्तावेजों में भी हेराफेरी की थी।

उन्होंने बताया कि दंपती ने मनकापुर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद अभिजीत और उसके साथियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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