आतंकियों को मलिक ने किया आगाह, बोले- अगर गोली चलाओगे तो मिलेगा जवाब
जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि वह घाटी के युवाओं को ‘आतंकवाद और हिंसा के दुष्चक्र’ से निकालने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारा मकसद आतंकवादियों को मारना नहीं है।
जम्मू। जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने घाटी के युवाओं को ‘हिंसा के चक्र’ से निकालने पर जोर देते हुए कहा कि हमारा मकसद किसी भी आतंकवादी को मारना नहीं है, बल्कि उन्हें मुख्यधारा से फिर से जोड़ना है। मलिक ने लोगों को मुठभेड़ स्थल पर इकट्ठा होने के खिलाफ आगाह करते हुए यह भी कहा कि अगर गोली चलाओगे, तो गोली चलेगी, कोई गुलदस्ता तो मिलेगा नहीं। राज्यपाल ने पीटीआई भाषा को दिए साक्षात्कार में कहा कि यह जम्मू कश्मीर के लोगों के साथ जुड़ने का साल होगा, खासतौर पर (कश्मीर) के युवाओं से जुड़ने का। राज्य के राज्यपाल का पदभार संभालने के बाद मैंने जम्मू कश्मीर के लोगों के लिए राजभवन के दरवाजे खोल दिए हैं।
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मलिक ने कहा कि वह घाटी के युवाओं को ‘आतंकवाद और हिंसा के दुष्चक्र’ से निकालने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारा मकसद आतंकवादियों को मारना नहीं है। मैं चाहता हूं कि एक व्यक्ति (आतंकवादी) को भी न मारा जाए। हम उन्हें वापस मुख्यधारा से जोड़ना चाहते हैं। राज्यपाल ने कहा, ‘हम एक ऐसा माहौल बनाना चाहते हैं कि लोग आक्रोशित न हों और बंदूकें न उठाएं। हम प्रशासन को कस रहे हैं ताकि किसी भी बेगुनाह शख्स के साथ जुल्म या नाइंसाफी न हो।’ उन्होंने कहा कि सेना, पुलिस और सुरक्षा बलों को मुठभेड़ के दौरान संयम बरतने की स्पष्ट हिदायत दी गई है।
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बहरहाल, मलिक ने लोगों को मुठभेड़ स्थल की ओर जाने और आतंकवादियों के खिलाफ अर्द्धसैनिक बलों के अभियान में रूकावट डालने के खिलाफ आगह करते हुए कहा कि अगर कोई बम फेंकेगा या बलों पर गोली चलाएगा तो सुरक्षाकर्मियों को मजबूरन जवाब देना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सीधी सी बात है। गोली चलाओगे तो गोली चलेगी, कोई गुलदस्ता तो मिलेगा नहीं। मलिक ने इस साल होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव से पहले, लोगों से जुड़ने पर जोर दिया और कहा कि सभी नेताओं को ऐसा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि राजनीतिक नेताओं को लोगों से मिलना जुलना चाहिए और उन्हें समझाना चाहिए कि वे हताहत होने से बचने के लिए मुठभेड़ स्थल की ओर न जाया करें।
"Hurriyat should not consider me an alien," said Jammu and Kashmir Governor Satyapal Malik
— ANI Digital (@ani_digital) January 16, 2019
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