गो रक्षकों के मुद्दे पर लोकसभा में विपक्षी सदस्यों का भारी हंगामा
देश में गो रक्षा के नाम पर कथित गो रक्षकों द्वारा लोगों की पीट पीट कर हत्या किए जाने की घटनाओं का मुद्दा लोकसभा में उठा और कांग्रेस, वाम दलों समेत कुछ विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर भारी हंगामा किया।
देश में गो रक्षा के नाम पर कथित गो रक्षकों द्वारा लोगों की पीट पीट कर हत्या किए जाने की घटनाओं का मुद्दा आज लोकसभा में उठा और कांग्रेस, वाम दलों समेत कुछ विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर भारी हंगामा किया। हंगामे के बीच कार्यवाही आगे बढ़ाते हुए लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने प्रश्नकाल के बाद किसी भी विषय पर बात रखने की अनुमति देने का आश्वासन दिया है लेकिन विपक्ष ‘चर्चा ही नहीं चाहता।’
सुबह सदन की बैठक शुरू होते ही कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सदस्य आसन के समक्ष आकर गो रक्षा के नाम पर हमलों एवं कथित हत्याओं पर रोक लगाने के लिए केंद्र सरकार से आवश्यक कदम उठाने की मांग करने लगे। कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यह राष्ट्रीय महत्व का विषय है। उन्होंने कहा कि देश में लोकतंत्र की हत्या हो रही है और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। लोकसभा अध्यक्ष ने इन सदस्यों से अपने स्थानों पर जाने और शून्यकाल में उन्हें अपने मुद्दे उठाने की अनुमति दिए जाने की बात कही और हंगामे के बीच ही प्रश्नकाल की कार्यवाही संचालित की।
उन्होंने कहा कि सदन को संचालित करने के नियम सभी ने मिल कर बनाए हैं और सभी सदस्यों का दायित्व है कि वे इन नियमों का पालन करें। उन्होंने हंगामा कर रहे सदस्यों से कहा कि मुद्दे को उठाने का यह कोई तरीका नहीं है और वह प्रश्नकाल स्थगित कर उन्हें यह मुद्दा उठाने की अनुमति कतई नहीं देंगी लेकिन शून्यकाल में जरूर वह ऐसा करेंगी। हंगामे के बीच ही प्रश्नकाल चला और कई मंत्रियों ने अपने विभागों से संबंधित सदस्यों द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब दिया। हालांकि हंगामे के बीच मंत्रियों के जवाब ठीक से नहीं सुने जा सके। कांग्रेस के सदस्य आसन के पास बैठकर नारेबाजी करने लगे।
प्रश्नकाल के बीच ही संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि वह आसन के माध्यम से सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से अनुरोध करते हैं कि विपक्ष के सांसद आसन के पास नहीं बैठें और और अपनी अपनी सीट पर चले जाएं। कुमार ने कहा, ‘‘जैसा कि हम सबने तय किया है कि मिलकर प्रश्नकाल चलाएं। सरकार किसी भी विषय पर चर्चा के लिए तैयार है। हम किसी विषय पर चर्चा से मुकर नहीं रहे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जिस तरह पिछले हफ्ते हमने कृषि पर चर्चा की थी, उसी तरह इस विषय (कथित गोरक्षकों के हमलों) पर भी चर्चा कर सकते हैं।’’
इस बीच नाराजगी जताते हुए लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा, ‘‘वो चर्चा ही नहीं चाहते।’’ उन्होंने विपक्षी कांग्रेस से मुखातिब होते हुए कहा, ‘‘मैंने शुरू में ही कहा था कि प्रश्नकाल के बाद इस विषय पर बोलने की अनुमति दी जाएगी। अगर आप चर्चा चाहते तो इस तरह से हल्ला नहीं करते। आप केवल हल्ला चाहते हैं।’’ आसन के समीप बैठे हुए कांग्रेस के सदस्य खड़े हो गये, लेकिन उनकी नारेबाजी जारी रही। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सदन में उपस्थित थीं। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी प्रश्नकाल के बीच सदन में पहुंचे।
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