पश्चिम बंगाल में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पद पर कोई बदलाव नहीं: विजयवर्गीय
राज्य में दशकों तक राजनीतिक रूप से सीमित मौजूदगी के बाद भाजपा सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की मुख्य प्रतिद्वंद्वी के रूप में उभरी है। पिछले साल हुए आम चुनाव में पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से भगवा पार्टी ने 18 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
इसे भी पढ़ें: कांग्रेस पर आने वाले 15 सालों तक कोई विश्वास नहीं करेगाः कैलाश विजयवर्गीय
घोष के करीबी माने जाने वाले एवं पश्चिम बंगाल भाजपा महासचिव सायंतन बसु ने कहा, ‘‘दिलीप दा को अपना पहला कार्यकाल पूरा करने के बाद इस जनवरी में तीन साल के लिए फिर से चुना गया था। उन्हें हटाने का कोई सवाल ही नहीं है।’’ घोष ने खुद कहा है कि वह पार्टी के ‘‘वफादार सिपाही’’ हैं और ऐसी किसी भी खबर के बारे में नहीं जानते हैं। पार्टी की प्रदेश इकाई में हाल ही में एक बड़ा संगठनात्मक बदलाव देखे जाने के बाद इन अटकलों को बल मिला था।
इसे भी पढ़ें: अवैध तरीके से सीमा पार करने के आरोप में BSF ने पांच बांग्लादेशियों और 12 भारतीयों को पकड़ा
राज्य में दशकों तक राजनीतिक रूप से सीमित मौजूदगी के बाद भाजपा सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की मुख्य प्रतिद्वंद्वी के रूप में उभरी है। पिछले साल हुए आम चुनाव में पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से भगवा पार्टी ने 18 सीटों पर जीत दर्ज की थी। भाजपा नेताओं ने विश्वास जताया है कि वे अगले साल अप्रैल-मई में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के 10 साल के शासन को समाप्त कर देंगे।
अन्य न्यूज़