दिग्विजय सिंह की इस आदत के कायल हुए नितिन गडकरी, मंच से कर दी तारीफ, कहा- आपसे मैं छोटा हूं पर...

nitish gadkari
ANI
अंकित सिंह । Jun 30 2023 3:12PM

गडकरी और दिग्विजय सिंह गुरुवार को पुणे के पास पिंपरी चिंचवाड़ में दिवंगत कांग्रेस नेता रामकृष्ण मोरे पर एक किताब का विमोचन करने के लिए एक साथ आए थे। इस दौरान दिग्विजय सिंह की गडकरी ने खुले मंच से तारीफ कर दी।

पुणे में एक दुर्लभ राजनीतिक परिदृश्य देखने को मिला जब शीर्ष भाजपा और कांग्रेस नेताओं ने एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में मंच साझा किया। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह पुणे शहर के पास एक पुस्तक विमोचन समारोह में शामिल हुए। गडकरी और दिग्विजय सिंह गुरुवार को पुणे के पास पिंपरी चिंचवाड़ में दिवंगत कांग्रेस नेता रामकृष्ण मोरे पर एक किताब का विमोचन करने के लिए एक साथ आए थे। इस दौरान दिग्विजय सिंह की गडकरी ने खुले मंच से तारीफ कर दी। 

इसे भी पढ़ें: Nitin Gadkari का कमाल, दुनिया में सड़क नेटवर्क के मामले में China को पछाड़ कर दूसरे नंबर पर पहुँचा India

गडकरी ने क्या कहा

अपने भाषण के दौरान, गडकरी ने आषाढ़ी एकादशी पर पंढरपुर की वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए दिग्विजय सिंह की प्रशंसा की, जो गुरुवार को मनाई गई थी। सिंह हर साल आषाढ़ी एकादशी पर भगवान की पूजा करने के लिए पंढरपुर जाते हैं, जहां सोलापुर जिले में भगवान विठ्ठल और देवी रुक्मिणी का प्रसिद्ध मंदिर है। दिग्विजय सिंह की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि मैं उस तरह का साहस (चलने के लिए) नहीं जुटा पाऊंगा, हालांकि मैं आपसे छोटा हूं। लेकिन आप (तीर्थ यात्रा के दौरान) इतना पैदल चलते हैं... मैं आपको बधाई देता हूं और धन्यवाद देता हूं। सिंह ने जवाब देते हुए कहा कि गडकरी को भी इसे आज़माना चाहिए ताकि वह नियमित रूप से इसमें भाग लेना शुरू कर दें।

इसे भी पढ़ें: 'कांग्रेस में शामिल होने के बजाय कुएं में कूद जाऊंगा', एक घटना को याद करते हुए बोले नितिन गडकरी

मानहानि का मामला 

गडकरी ने 2018 में दिग्विजय सिंह के खिलाफ मानहानि का मामला वापस ले लिया था, क्योंकि बाद में उन्होंने अपने बयान पर खेद व्यक्त किया था। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में केस वापसी के लिए संयुक्त याचिका दायर की गई थी। कोयला ब्लॉक आवंटन में कथित अनियमितताओं में उनका नाम घसीटने के आरोप में गडकरी ने 2012 में सिंह के खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया था। भाजपा नेता ने तब मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री पर कोयला ब्लॉक आवंटन पर नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट से लोगों का ध्यान हटाने की कोशिश करने का आरोप लगाया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि गडकरी के एक व्यापारिक साझेदार ने छत्तीसगढ़ में कोयले खदानें से 490 करोड़ रुपये का लाभ कमाया। 

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़