नए मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने संभाला पदभार, इन राज्यों में चुनाव कराने की जिम्मेदारी
सुशील चंद्रा का जन्म 15 मई 1957 को हुआ। चंद्रा 1980 बैच के आईआरएस अधिकारी हैं। चंद्रा ने आईआईटी रुड़की से बीटेक की पढ़ाई की है। इन्होंने देहरादून के डीएवी कॉलेज से एलएलबी भी की है।
देश के कई राज्यों में चुनाव चल रहे हैं। चुनावी माहौल के बीच चुनाव आयोग ने नए चीफ इलेक्शन कमिश्नर के नाम की घोषणा की। जिसके बाद सुशील चंद्रा ने आज देश के 24 वें मुख्य चुनाव आयुक्त का पदभार ग्रहण किया। चंद्रा ने रिटायर हुए मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा की जगह ली। हर कोई जानना चाहता है कि आखिर कौन हैं देश के नए मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा? ऐसे में आपको बताते हैं देश के नए मुख्य चुनाव आयुक्त के बारे में साथ ही उनके गुजरात कनेक्शन के बारे में भी।
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सुशील चंद्रा का जन्म 15 मई 1957 को हुआ। चंद्रा 1980 बैच के आईआरएस अधिकारी हैं। चंद्रा ने आईआईटी रुड़की से बीटेक की पढ़ाई की है। इन्होंने देहरादून के डीएवी कॉलेज से एलएलबी भी की है। आईआरएस अधिकारी के तौर पर सुशील चंद्रा ने उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र आदि राज्यों में अपनी सेवाएं दी हैं। अंतरराष्ट्रीय टैक्सेशन और इन्वेस्टिगेशन के क्षेत्र में काम किया है। मुंबई में निदेशक और गुजरात में महानिदेशक रहते हुए उन्होंने संमृद्ध अनुभव हासिल किया है।
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सुशील चंद्रा ने प्रधानमंत्री मोदी के गृह राज्य गुजरात में भी काम किया है। चंद्रा वहां महानिदेशक के पद पर तैनात थे। आईआईएम में बेंगलुरु, व्हार्टन जैसे शीर्ष संस्थानों से चंद्रा ने अलग-अलग तरह का प्रशिक्षण भी लिया है। उन्हें इंटरनेशनल टैक्शेसन का अच्छा जानकार माना जाता है।
14 मई 2022 तक होगा कार्यकाल
निर्वाचन आयोग में सबसे वरिष्ठ आयुक्त को ही मुख्य निर्वातन आयुक्त बनाए जाने की परंपरा है। चंद्रा को संसदीय चुनाव से पहले 14 फरवरी 2019 को चुनाव आयुक्त बनाया गया था। सुशील चंद्रा इस पद पर 14 मई 2022 तक रहेंगे।
इन राज्यों में चुनाव कराने की जिम्मेदारी
सुशील चंद्रा के कार्यकाल में गोवा, मणिपुर, उत्तराखंड, पंजाब और उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव संपन्न होंगे। गोवा, मणिपुर, उत्तराखंड और पंजाब की विधानसभाओं का कार्यकाल अगले साल मार्च की अलग-अलग तारीखों पर खत्म हो रहा है। वहीं उत्तर प्रदेश विधानसभा का कार्यकाल अगले साल 14 मई को समाप्त होगा।
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