मुशर्रफ ने खुद को लश्कर-ए-तैयबा का ‘‘सबसे बड़ा समर्थक’ बताया
स्वयं को लश्कर-ए-तैयबा और उसके संस्थापक हाफिज सईद का सबसे बड़ा समर्थक बताते हुए पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह परवेज मुशर्रफ ने कहा कि वह कश्मीर में भारतीय सेना के ‘‘दमन’’ में आतंकवादी समूह की भूमिका का समर्थन करते हैं।
कराची/दुबई। स्वयं को लश्कर-ए-तैयबा और उसके संस्थापक हाफिज सईद का सबसे बड़ा समर्थक बताते हुए पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह परवेज मुशर्रफ ने कहा कि वह कश्मीर में भारतीय सेना के ‘‘दमन’’ में आतंकवादी समूह की भूमिका का समर्थन करते हैं। स्व-निर्वासन में दुबई में रह रहे 74 वर्षीय मुशर्रफ का कहना है कि मुंबई हमले का मास्टर माइंड ‘‘कश्मीर में संलिप्त’’ है और वह इस संलिप्तता का समर्थन करते हैं।
हाल ही में 23 राजनीतिक दलों के महागठबंधन की घोषणा करने वाले मुशर्रफ हमेशा से जम्मू-कश्मीर में ‘‘कार्रवाई’’ करने और ‘‘भारतीय सेना को दबाने’’ के पक्ष में हैं। उन्होंने कहा, ‘‘वह (लश्कर-ए-तैयबा) सबसे बड़ी ताकत हैं। भारत ने अमेरिका के साथ साझेदारी करने के बाद उन्हें आतंकवादी घोषित करवा दिया है। हां वह (लश्कर-ए-तैयबा) कश्मीर में संलिप्त है लेकिन कश्मीर मुद्दा हमारे और भारत के बीच है।’’
स्वयं को लश्कर-ए-तैयबा और सईद का सबसे बड़ा समर्थक बताते हुए मुशर्रफ ने कहा कि वह जानते हैं कि आतंकवादी समूह और जमात-उद-दावा भी उन्हें पसंद करता है। पाकिस्तान में जमात-उद-दावा का प्रमुख सईद है। लश्कर-ए-तैयबा पाकिस्तान में प्रतिबंधित है और उसपर प्रतिबंध लगाने का फैसला मुशर्रफ सरकार ने ही लिया था। इस संबंध में सवाल करने पर मुशर्रफ ने कहा कि उन्होंने ‘‘अलग परिस्थितियों’’ में समूह पर प्रतिबंध लगाया था।हालांकि उन्होंने हालात के संबंध में कुछ नहीं कहा। सईद के नजरबंदी से रिहाई के कुछ ही दिन बाद मुशर्रफ ने आज यह टिप्पणी की है। सईद जनवरी से ही अपने आवास में नजरबंद था।
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