मुर्मू ने मलयालम लेखक वासुदेवन नायर के निधन पर शोक व्यक्त किया
वासुदेवन नायर के निधन से साहित्य की दुनिया में अपूरणीय क्षति हुई है। उन्होंने वासुदेवन के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा, ‘‘उनके लेखन से ग्रामीण भारत जीवंत हो उठा।’’
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रसिद्ध मलयालम लेखक एम. टी. वासुदेवन नायर के निधन पर बृहस्पतिवार को शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनके निधन से साहित्य जगत में एक अपूरणीय क्षति हुई है।
प्रसिद्ध मलयालम लेखक एवं ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित एम. टी. वासुदेवन नायर का बुधवार को निधन हो गया। वह 91 वर्ष के थे। मुर्मू ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा कि वासुदेवन नायर के निधन से साहित्य की दुनिया में अपूरणीय क्षति हुई है। उन्होंने वासुदेवन के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा, ‘‘उनके लेखन से ग्रामीण भारत जीवंत हो उठा।’’
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘उन्हें प्रतिष्ठित साहित्यिक पुरस्कारों से सम्मानित किया गया और उन्होंने फिल्मों में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। मैं उनके परिवार के सदस्यों और बड़ी संख्या में उनके पाठकों एवं प्रशंसकों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करती हूं।
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