Madhya Pradesh: उपराष्ट्रपति धनखड़ का लोगों से विश्व एकता के प्रतीक योग को अपनाने का आह्वान

Jagdeep Dhankhar
प्रतिरूप फोटो
ANI

वसुधैव कुटुम्बकम के लिए योग थीम पर आयोजित यह कार्यक्रम धनखड़ के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ, जिसमें मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल,मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति भी शामिल हुए।

जबलपुर। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर देशवासियों और विश्व समुदाय से विश्व एकता के प्रतीक योग को अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर के गैरीसन ग्राउंड में 9वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2023 कार्यक्रम में यह बात कही। वसुधैव कुटुम्बकम के लिए योग थीम पर आयोजित यह कार्यक्रम धनखड़ के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ, जिसमें मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल,मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति भी शामिल हुए। धनखड़ ने कहा, ‘‘सभी को 9वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं।

मध्य प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर से मैं अपने देश के भाइयों बहनों और विश्व समुदाय से विश्व एकता के प्रतीक योग को अपनाने का आह्वान करता हूं।’’ उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस विश्व-बंधुत्व के संदेश का दिवस है और इस वर्ष की थीम वसुधैव कुटुम्बकम के लिए योग हमारी साझा आकांक्षाओं और सांस्कृतिक चेतना का प्रतीक है। यह इस साल भारत की मेज़बानी में आयोजित किए जा रहे जी-20 शिखर सम्मेलन की विषयवस्तु के भी पूर्णत: अनुकूल है। धनखड़ ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा इतने अधिक वोटों से और कम से कम समय में योग को अंतरराष्ट्रीय रूप में स्वीकृति देना एक तरह से भारतीय नेतृत्व की दूरदृष्टि की स्वीकृति है। उन्होंने कहा, ‘‘अत्यंत संतोष का विषय है कि भारत के प्रयासों से योग अब एक वैश्विक पर्व बन गया है।

इसे भी पढ़ें: Kejriwal ने विपक्षी दलों से सेवाओं पर नियंत्रण संबंधी केंद्र के अध्यादेश पर चर्चा का अनुरोध किया

आज देश के हर कोने में और दुनिया के हर देश में यह पर्व मनाया जा रहा है। योग किसी व्यक्ति मात्र के लिए नहीं, संपूर्ण मानवता के लिए है।’’ धनखड़ ने कहा कि अब तो योग ने आर्थिक स्वरूप भी ले लिया है जो अर्थव्यवस्था को सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। हमारे प्रशिक्षित योग शिक्षक दुनिया भर में कार्यरत हैं और योग शिक्षकों की मांग बढ़ रही है। उन्होंने कहा ‘‘ हमारे ऋषि-मुनि कह गए हैं, पहला सुख निरोगी काया और इसमें दो मत नहीं हैं कि योग इसे सार्थक करता है। योग स्वस्थ जीवन की कुंजी है। इस महान परंपरा को प्रणाम करते हुये मैं आप सभी के उज्ज्वल और स्वस्थ भविष्य की कामना करता हूँ।’’ धनखड़ ने कहा कि योग को विश्व के पटल पर लाने का सार्थक सफल प्रयासप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़