बिजली संकट पर बरसे दिग्विजय सिंह, बोले- मध्य प्रदेश सरकार पावर स्टेशन को बंद करने का दे रही पैसा
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि बिजली का संकट आज इसलिए है क्योंकि बिजली स्थापित बिजली घर बंद हैं जिस वजह से बिजली का उत्पादन नहीं हो पा रहा है। मध्य प्रदेश की सरकार पावर स्टेशन को बंद करने का पैसा दे रही है। आज पूरे देश में बिजली संकट है।
भोपाल। देश में भीषण गर्मी के चलते बिजली की बढ़ी हुई मांगों के बीच में बिजली संकट बना हुआ है। जिसको लेकर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह का बयान सामने आया। उन्होंने केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कोयले की कमी को षडयंत्र बताया है।
इसे भी पढ़ें: ऊर्जा, कोयला, रेल मंत्रालयों के बीच समन्वय सबसे निचले स्तर पर ;आम आदमी को परेशानी हो रही:मोइली
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि बिजली का संकट आज इसलिए है क्योंकि बिजली स्थापित बिजली घर बंद हैं जिस वजह से बिजली का उत्पादन नहीं हो पा रहा है। मध्य प्रदेश की सरकार पावर स्टेशन को बंद करने का पैसा दे रही है। आज पूरे देश में बिजली संकट है जबकि कोल इंडिया बता रहा कि उन्होंने कोयले की सप्लाई ज़्यादा की है तो कोयला गया कहां ?
इसके साथ ही दिग्विजय सिंह ने कोयले की कमी को षडयंत्र बताया। उन्होंने कहा कि कोयले की कमी का हवाला देकर विदेशों से कोयला आयात करने का बहाना ढूंढा जा रहा है। देश में कोयले की कोई कमी नहीं है। इसी बीच दिग्विजय सिंह ने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा और कहा कि लाउडस्पीकर, हिजाब को मुद्दा बनाया जा रहा है। जबकि महंगाई और बेरोजगारी पर कोई बात नहीं करता है।
इसे भी पढ़ें: बिजली संकट को लेकर एक्शन में केंद्र सरकार, गृह मंत्री ने की उच्च स्तरीय बैठक, आरके सिंह समेत कई मंत्री रहे मौजूद
देश में बढ़ा कोयला उत्पादन
देश के कई हिस्सों में बिजली संकट के बीच अप्रैल में कोयला उत्पादन 28 प्रतिशत बढ़कर 6.61 करोड़ टन हो गया। कोयला मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि अप्रैल, 2022 के दौरान भारत का कुल कोयला उत्पादन 661.54 लाख टन था। कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) और उसकी अनुषंगी कंपनियों ने पिछले महीने 5.34 करोड़ टन कोयले का उत्पादन किया, जबकि सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड (एससीसीएल) द्वारा 53 लाख टन और खुद के इस्तेमाल वाली (कैप्टिव) खानों द्वारा 73 लाख टन कोयला उत्पादन किया गया।
अन्य न्यूज़