कोरोना वायरस के चलते MP के भोपाल और जबलपुर शहरों में कर्फ्यू
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूरी तरह लॉकडाउन की स्थिति में दूध, किराना, सब्जी और दवाई जैसे अत्यावश्यक सामानों की आपूर्ति श्रृंखला को और ज्यादा सक्षम बनाने के निर्देश दिये। चौहान ने कहा कि कोरोना प्रभावित जिलों की स्थिति की रोजाना समीक्षा होगी। उन्होंने कहा कि अभी तक प्रदेश में 39 जिलों में लॉकडाउन की स्थिति है।
भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के प्रयासों के तहत राजधानी भोपाल एवं जबलपुर शहर में मंगलवार से कर्फ्यू लगा दिया है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह जानकारी देते हुए कहा कि यह कदम कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए उठाया गया है। उन्होंने लोगों से कर्फ्यू का सख्ती से पालन करने का अनुरोध किया है। चौहान सोमवार की रात चौथी बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद राजभवन से सीधे मंत्रालय पहुंचे और कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए उठाए जा रहे कदमों की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने जबलपुर और भोपाल में कोरोना वायरस के प्रभाव को गंभीरता से लेते हुए पूरी तरह लॉकडाउन करने के निर्देश दिए। इस दौरान सिर्फ अत्यावश्यक वस्तुएं और सेवाएं ही उपलब्ध रहेंगी। इन जिलों के शहरी क्षेत्र में पूरी तरह कर्फ्यू की स्थिति रहेगी। चौहान ने कहा कि यह कड़ा कदम लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा की दृष्टि से उठाना जरूरी है।
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मुख्यमंत्री ने पूरी तरह लॉकडाउन की स्थिति में दूध, किराना, सब्जी और दवाई जैसे अत्यावश्यक सामानों की आपूर्ति श्रृंखला को और ज्यादा सक्षम बनाने के निर्देश दिये। चौहान ने कहा कि कोरोना प्रभावित जिलों की स्थिति की रोजाना समीक्षा होगी। उन्होंने कहा कि अभी तक प्रदेश में 39 जिलों में लॉकडाउन की स्थिति है। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि वे कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए घरों से न निकले। इसके बारे में जानकारी लेने के लिए टोल फ्री नम्बर 104 और 181 का भी उपयोग कर सकते है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि पूरी तरह से लॉकडाउन को प्रभावी तरीके से लागू करें। उन्होंने सभी कलेक्टरों को भी निर्देश दिए कि वे अपने-अपने जिलों में सतर्कता बरतें और लोगों को एक जगह जमा नहीं होने दें। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने का सबसे अच्छा तरीका है कि इसके फैलाव की चैन को खत्म करें। यह तभी संभव है कि लोग आपस में न मिलें।
चौहान के कहा कि लॉकडाउन की स्थिति में संसाधन उद्योग को चालू रखें ताकि जरूरी उपकरण जैसे मास्क, सेनेटाइजर आदि की कमी न पड़े। उन्होंने संक्रमण की आशंका वाले क्षेत्रों के लिए बनाये गए प्रतिक्रिया दल को सतर्क रहने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने सभी जिला अस्पतालों में संक्रमण से संभावित व्यक्तियों को अलग रखने के लिए पर्याप्त बिस्तरों की व्यवस्था करने को भी कहा। उन्होंने कहा कि अगले तीन माह की तैयारियाँ रखें। चौहान ने कहा कि अन्य प्रदेशों की स्थिति का संज्ञान लेते हुए प्रदेश में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए हर जरूरी उपाय करें जो संभव हो। जरूरी उपकरणों की आवश्यकता का अनुमान लगाकर अभी से आदेश प्रेषित करें। इस संबंध में भारत सरकार से भी सहायता का आग्रह किया जाएगा।
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उन्होंने कहा कि प्रदेश में उपलब्ध पाँच प्रयोगशालाओं की संख्या बढ़ाते हुए सागर और ग्वालियर में नई प्रयोगशालाएँ स्थापित करें और इन्हें 24 घण्टे खुला रखें। फिलहाल एम्स भोपाल, आईसीएमआर जबलपुर, डीआरडीओ ग्वालियर, एमवाय हॉस्पिटल इंदौर, गांधी मेडिकल कॉलेज भोपाल में प्रयोगशाला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि निजी अस्पतालों के चिकित्सा कर्मचारियों को कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए तैनात करें। उन्होंने विदेशों से आ रही उड़ानों पर विशेष नजर रखने और धार्मिक और पर्यटन स्थलों, राष्ट्रीय उद्यानों में आए पर्यटकों की विशेष जाँच करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने सभी अस्पतालों को एहतियात के तौर पर सूक्ष्म माइक्रो प्लान तैयार रखने के निर्देश देते हुए कहा कि इनमें बिस्तरों की पर्याप्त संख्या सुनिश्चित रखी जानी चाहिए। उन्होंने सभी जिला कलेक्टरों को भी निर्देश दिए कि भारत सरकार द्वारा दी गई सलाह का कड़ाई से पालन करवाएं। बैठक में मुख्य सचिव एम. गोपाल रेड्डी और सभी विभागों के प्रमुख सचिव उपस्थित थे।
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