UP की बड़ी खबरें: किसानों और युवाओं के लिए योगी सरकार में हुए सबसे अधिक काम, रोजगार दिलाने में बनाया रिकार्ड
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रसिद्ध धावक मिल्खा सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। अपने संदेश में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि ‘फ्लाइंग सिक्ख मिल्खा सिंह’ ने हमेशा देश का गौरव बढ़ाया।
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने प्रेस प्रतिनिधियों से बात करते हुए कहा कि योगी सरकार ने जो कहा, उसे करके भी दिखाया है।भाजपा के संकल्प पत्र के बारे में उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार झूठी घोषणाओं में यकीन नही करती है बल्कि जो कहती है वह करके दिखाती है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने अपने संकल्प पत्र में जितने वायदे किए सभी को पूरा किया और यह विपक्ष ही नही बल्कि समस्त जनता के सामने है। उन्होंने कहा कि अपने आप को युवाओं का हितैषी बताने वाली पूर्व की सरकारों में भले ही युवाओं के लिए कुछ नहीं किया गया हो लेकिन योगी सरकार ने चार सालों में चार लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने का काम किया है। यहां तक की प्रदेश सरकार ने कोरोना काल में लाखों प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देने का काम किया।
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डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि पिछली सरकारों में प्रदेश भर में चीनी मिलों को बेचने का काम किया गया। इससे किसानों का बड़े पैमाने नुकसान हुआ। वहीं, प्रदेश सरकार ने बंद चीनी मिलों को चालू किया। वैश्विक महामारी कोरोना काल की कठिन चुनौतियों के दौरान भी टीकाकरण, टेस्ट, सभी 119 चीनी मिलों के संचलन, गेहूं की रिकॉर्ड खरीद और भुगतान, एथनॉल उत्पादन में भी यूपी देश में नंबर वन बना हुआ है। योगी सरकार में 50 लाख किसानों को ड्रिप स्पिंकलर सिचाई योजना का लाभ दिया गया। बुंदेलखंड में किसानों के बिजली बिल के फिक्स चार्ज में 50 से 75 प्रतिशत तक छूट दी गई। प्रदेश की 27 से अधिक मंडियों को आधुनिक किसान मंडी के रूप में डेवलप किया जा रहा है। किसानों को तकनीक से जोड़ने के लिए 69 कृषि विज्ञान केन्द्रों के अलावा 20 अन्य कृषि विज्ञान केन्द्र निर्मित कराने का काम योगी सरकार में संभव हो सका है।
डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि अपने को युवाओं की हितैषी कहने वाली पूर्व की सरकारें अपने कार्यकाल में युवाओं को रोजगार उपलब्धि कराने में फिसडडी रही है। वहीं, योगी सरकार ने 4 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने का काम किया है जबकि दिसम्बर तक 1 लाख और युवाओं को नौकरी देने की योजना है। कोरोना काल के दौरान विभिन्न राज्यों से 34 लाख से अधिक प्रवासी मजदूर प्रदेश के अंदर आए थे। इस दौरान सरकार ने प्रवासी मजूदरों के लिए खाने पीने की व्ययवस्था के साथ इन्हें रोजगार उपलब्ध कराने का बीड़ा उठाया। सरकार की ओर से प्रवासी मजूदरों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए उनकी स्किल मैपिंग कराई ताकि मजूदरों को उनको हुनर के हिसाब से रोजगार उपलब्ध हो सकें। सरकार अब तक 25 लाख से अधिक मजदूरों की स्किल मैपिंग का काम करा चुकी है। सरकार की ओर से प्रवासी श्रमिक राहत पोर्टल बनाया था। इसमें मजूदरों का डाटा उनकी दक्षता के हिसाब से तैयार किया गया है। इससे उनको रोजगार दिलाने में आसानी होगी। डॉ. शर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को कोविड-19 महामारी के प्रकोप के बाद से 66,000 करोड़ रुपये के निवेश के 96 प्रस्ताव मिले हैं। यह योगी सरकार की नीतियों से ही संभव हो सका है। इसमें से 16,000 करोड़ रुपये के प्रस्ताव जमा करने वाले 18 निवेशकों को भूमि आवंटित की जा चुकी है। वहीं, 2017 से पहले यूपी में माफिया राज के चलते निवेशक यहां आना नहीं चाहते थे। योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के चलते बड़े-बड़े माफिया या तो जेल में है या यूपी छोड़कर चले गए है। जिसकी वजहह से यूपी में तेजी से निवेश बढ़ रहा है।
छात्र हित में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की वर्ष 2021 की कक्षा-10 एवं कक्षा-12 की बोर्ड परीक्षा के परीक्षाफल का पारदर्शी प्रक्रिया द्वारा निर्धारण
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने प्रेस प्रतिनिधियों से वार्ता करते हुए बताया कि छात्र हित में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की वर्ष 2021 की कक्षा-10 एवं 12 की बोर्ड परीक्षाओं के परीक्षाफल का पारदर्शी प्रक्रिया द्वारा निर्धारण किया गया है। इण्टर मीडिएट परीक्षाफल हेतु हाईस्कूल के परीक्षाफल के 50 प्रतिशत, कक्षा-11 के वार्षिक/अर्द्धवार्षिक परीक्षाफल के 40 प्रतिशत तथा कक्षा-12 के प्री-बोर्ड परीक्षा का 10 प्रतिशत अंक निर्धारित किया गया है। हाईस्कूल परीक्षाफल हेतु कक्षा-09 के परीक्षाफल का 50 प्रतिशत तथा कक्षा-10 के प्री-बोर्ड परीक्षाफल का 50 प्रतिशत अंक निर्धारित किया गया है।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि इण्टरमीडिएट परीक्षा में 05 विषय वर्गों में यथा मानविकी, विज्ञान, वाणिज्य, कृषि तथा व्यवसायिक वर्गों में परीक्षाएं सम्पादित होती हैं। इन विषय वर्गों में कई विषय ऐसे हैं जिनमें प्रयोगात्मक परीक्षाएं भी सम्पादित होती हैं। वर्ष 2021 की इण्टरमीडिएट परीक्षा के अंको के निर्धारण हेतु बोर्ड की वेबसाईट पर सम्बन्धित परीक्षार्थियों के कक्षा-10 की बोर्ड परीक्षा, कक्षा-11 की वार्षिक/अद्धवार्षिक परीक्षा, कक्षा-12 की प्री-बोर्ड परीक्षा एवं प्रयोगात्मक विषयों के अंक उपलब्ध हैं। इन अंको आधार पर वर्ष 2021 की इण्टरमीडिएट परीक्षा के परीक्षार्थियों के अंको के निर्धारण का फार्मूला निम्नवत हैः-
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गैर प्रयोगात्मक विषय (अर्थात जिन विषयों में प्रयोगात्मक परीक्षाएं नही होती है) जिनका पूर्णांक 100 अंको का होता है।
1-कक्षा-10 बोर्ड परीक्षा के कुल प्राप्तांक के औसत का 50 प्रतिशत। औसत का आगणन कक्षा-10 के सम्पूर्ण विषयों के कुल प्राप्तांक को कुल विषयों की संख्या अर्थात 6 से विभाजित करके आगणित किया जायेगा।
2-कक्षा-11 की वार्षिक परीक्षा में सम्बन्धित विषय विशेष के 100 अंक के पूर्णांक का 40 प्रतिशत अंक।
3-कक्षा-12 की प्री-बोर्ड परीक्षा में सम्बन्धित विषय विशेष के 100 अंक के पूर्णांक का 10 प्रतिशत अंक।
उपर्युक्तानुसार आगणन के पश्चात प्राप्त तीनो अंको को जोड़कर सम्बन्धित परीक्षार्थी के विषयवार अंको का निर्धारण किया जायेगा।
उदाहरणार्थ- यदि परीक्षार्थी ने कक्षा-10 की वार्षिक लिखित परीक्षा में 600 में से 300 अंक प्राप्त किये है ंतब उसका औसत अंक 300/6=50अंक होगा। इसमें से 50 प्रतिशत देयता के अनुसार उसे 25 अंक देय होगा। कक्षा-11 में किसी विषय विशेष में यदि उसे 100 अंक में से 60 अंक मिले हैं तब उसका 40 प्रतिशत 24 अंक होगा। इसी प्रकार प्रीबोर्ड परीक्षा से कक्षा-12 में उस विषय में उसे 50 अंक मिले हैं तब उसका 10 प्रतिशत 5 अंक होगा। इस प्रकार उसके कुल अंक 25$24$5=54 अंक होगे।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि हाईस्कूल परीक्षाफल हेतु कक्षा 9 के 50 प्रतिशत कक्षा 10 प्री-बोर्ड के 50 प्रतिशत अंक निर्धारित किये गये हैं। उन्होंने बताया कि हाईस्कूल परीक्षा में 70 अंको की लिखित परीक्षा तथा 30 अंको की आन्तरिक मूल्यॉकन परीक्षा कुल 100 अंको की परीक्षा सम्पादित होती है। वर्ष 2021 की आन्तरिक मूल्यॉकन परीक्षा के अंक बोर्ड की वेबसाईट पर अपलोड हैं। इसके साथ ही कक्षा-9 की वार्षिक परीक्षा के अन्तर्गत सम्पादित 70 अंको की लिखित परीक्षा तथा कक्षा-10 की 70 अंक की लिखित प्री-बोर्ड परीक्षा के अंक बोर्ड की वेबसाईट पर अपलोड है जिनके आधार पर वर्ष 2021 की हाईस्कूल परीक्षा के परीक्षार्थियों के अंको का निर्धारण का फार्मूला निम्नवत हैः-
1-कक्षा-9 की 70 अंको की वार्षिक विषयवार लिखित परीक्षा का 50 प्रतिशत अंक।
2-कक्षा-10 की 70 अंको की प्री-बोर्ड विषयवार लिखित परीक्षा का 50 प्रतिशत अंक।
3-वर्ष 2021 में विद्यालय स्तर पर सम्पादित 30 अंको की आन्तरिक मूल्यॉकन परीक्षा के अंक।
उपर्युक्तानुसार आगणन के पश्चात प्राप्त तीनो अंको को जोड़कर सम्बन्धित परीक्षार्थी के विषयवार अंको का निर्धारण किया जायेगा।
उदाहरणार्थ- यदि परीक्षार्थी ने कक्षा-9 की वार्षिक लिखित परीक्षा में 70 अंको में से 60 अंक पायें हैं तब 50 प्रतिशत देयता के अनुसार उसके 30 अंक लिये जायेंगे। कक्षा-10 की प्री-बोर्ड लिखित परीक्षा में 70 अंको में से 40 अंक पायें हैं तब 50 प्रतिशत देयता के अनुसार उसके 20 अंक लिये जायेंगे। आन्तरिक मूल्यॉकन परीक्षा में यदि उसने 30 अंक में से 28 अंक पायें हैं तब सम्बन्धित परीक्षार्थी को कुल अंक 30$20$28=78 अंक प्राप्त होंगे।
डॉ. शर्मा ने बताया कि वर्ष 2021 की परीक्षा में पंजीकृत कुल परीक्षार्थियों की संख्या 56,04,628 है। हाईस्कूल परीक्षा में कुल 29,94,312 परीक्षार्थी पंजीकृत हुये हैं, जिसमें संस्थागत परीक्षार्थी 29,74,487 (99.34 प्रतिशत) तथा व्यक्तिगत परीक्षार्थी 19,825 (0.66 प्रतिशत) हैं। इण्टरमीडिएट परीक्षा में कुल 26,10,316 परीक्षार्थी पंजीकृत हुये हैं जिनमें संस्थागत परीक्षार्थी 25,17,658 (96.45 प्रतिशत) तथा व्यक्तिगत परीक्षार्थी 92,658 (3.55 प्रतिशत) हैं। कोरोना वायरस (कोविड-19) के कारण उत्पन्न असाधारण परिस्थितियों में परीक्षार्थियों के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के दृष्टिगत तथा सत्र को नियमित करने एवं छात्र हित में कक्षा-10 एवं कक्षा-12 की बोर्ड परीक्षाएं निरस्त की गयी। निरस्त की गयी बोर्ड परीक्षाओं से सम्बन्धित परीक्षार्थियों के परीक्षाफल को तैयार करने हेतु अंकों को आगणित किये जाने वाली प्रक्रिया एवं आधारों को निर्धारित किये जाने के सम्बन्ध में अपर मुख्य सचिव, माध्यमिक शिक्षा विभाग, उ0प्र0 शासन, लखनऊ की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय 11 सदस्यीय समिति का गठन किया गया जिसमें शासन, निदेशालय, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के साथ-साथ विद्यालयों के प्रधानाचार्य एवं अन्य विशेषज्ञों को सम्मिलित किया गया। उच्च स्तरीय समिति द्वारा हित धारकों, शिक्षकों, शिक्षकजन-प्रतिनिधियों, प्रधानाचार्य परिषद व शिक्षक संघों के प्रतिनिधियों, जनसामान्य तथा जनपदीय एवं मण्डलीय शिक्षा अधिकारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा की गयी। समाचार पत्रों में विज्ञप्ति प्रकाशित कर सभी हित धारकों, जन-मानस एवं छात्रों से सुझाव आमंत्रित किये गये जिसके लिए एक विशिष्ट ई-मेल आईडी बनाया गया। उक्त ई-मेल पर 3910 सुझाव प्राप्त हुए जिसके विश्लेषण के लिए 6 विशिष्ट विशेषज्ञ उप समिति गठित की गयी। गहन विश्लेषण, परीक्षण एवं सम्यक विचारोपरान्त उच्च स्तरीय समिति द्वारा अपनी आख्या प्रस्तुत की गयी जिस पर मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा सहर्ष स्वीकृति दी गयी।
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डा0 दिनेश शर्मा, ने बताया कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के पोर्टल पर परीक्षार्थियों कक्षा 9 की वार्षिक परीक्षा, कक्षा 11 की वार्षिक/अर्द्ध वार्षिक परीक्षा, कक्षा 10 व 12 प्री बोर्ड परीक्षा कक्षा 10 बोर्ड परीक्षा के लिखित परीक्षा के अंक तथा कक्षा-10 की बोर्ड परीक्षा के आंतरिक मूल्यांकन एवं 12 की बोर्ड परीक्षा के प्रयोगात्मक परीक्षा के अंक उपलब्ध हैं। उन्होेंने बताया कि अधिकांश परीक्षार्थियों के लिखित परीक्षा के अंकों के आंगणन का फार्मूला इण्टरमीडिएट हेतुः- हाईस्कूल 50 प्रतिशत कक्षा 11 अर्धवार्षिक 40 प्रतिशत कक्षा 12 प्री-बोर्ड 10 प्रतिशत हाईस्कूल हेतुः- कक्षा 9 50 प्रतिशत कक्षा 10 प्री-बोर्ड 50 प्रतिशत संस्थागत परीक्षार्थियों से इतर अन्य परीक्षार्थियों के परीक्षाफल का आगणन की प्रक्रिया उनके उपलब्ध डाटा के आधार पर संस्थागत परीक्षार्थियों से भिन्न होगी। शेष परीक्षार्थियों-व्यक्तिगत, पत्राचार, इत्यादि के फार्मूला संलग्न तालिका में प्रस्तुत है।
यदि परीक्षार्थियों के कक्षा-12 की प्रयोगात्मक परीक्षा/कक्षा-10 के आंतरिक मूल्यांकन के अंक उपलब्ध नहीं हैं, तो ऐसी स्थिति में प्रत्येक परीक्षार्थी को उस विषय विशेष के लिये लिखित परीक्षा हेतु निर्धारित प्रक्रिया से प्राप्त अंक को उस विषय विशेष के पूर्णाक के आधार पर समानुपातिक रूप से आगणित कर प्रयोगात्मक परीक्षा के अंक प्रदान किये जायेंगे। इण्टरमीडिएट के जिस किसी भी परीक्षार्थी (व्यक्तिगत/संस्थागत) के कक्षा-11 की दोनो परीक्षाओं (वार्षिक परीक्षा व अर्धवार्षिक) एवं/अथवा कक्षा-12 की प्री-बोर्ड परीक्षा तथा हाईस्कूल के जिस किसी भी परीक्षार्थी (व्यक्तिगत/संस्थागत) के कक्षा-9 की वार्षिक परीक्षा एवं/अथवा कक्षा-10 की प्री-बोर्ड परीक्षा के अंक उपलब्ध नहीं होंगे उन्हें बिना अंको के सामान्य रूप से प्रोन्नत कर दिया जायेगा। किसी परीक्षार्थी वार्षिक, अर्धवार्षिक, प्री-बोर्ड परीक्षा के अधिकतम 03 विषयों तक अंक अप्राप्त होने पर उस परीक्षा के शेष विषयों के प्राप्तांक का औसत उन तीन विषयों में दिया जायेगा। लिखित परीक्षा में न्यूनतम उत्तीर्णांक प्राप्त नहीं होने किन्तु आंतरिक मूल्यांकन प्रयोगात्मक परीक्षा में उत्तीर्ण होने की स्थिति में परीक्षार्थी को बिना अंक के सामान्य प्रोन्नति प्रदान की जायेगी। प्रयोगात्मक विषयों में कक्षा 9/10/11/12 के उपलब्ध अंकों को बोर्ड की लिखित परीक्षा के निर्धारित अंकों पर स्केल करके प्रयोगात्मक/आंतरिक मूल्यांकन के अंक (जो भी लागू होते हैं) से जोड़ा जायेगा। अन्य बोर्डों के परीक्षार्थियों, जिनके पूर्णांक माध्यमिक शिक्षा परिषद, उ0प्र0 प्रयागराज के संगत विषयों से भिन्न हैं, के प्राप्तांक का आगणन माध्यमिक शिक्षा परिषद, उ0प्र0 प्रयागराज के पूर्णांक के सापेक्ष स्केल करके किया जायेगा। वर्ष 2021 की परीक्षा में उत्तीर्ण हुये परीक्षार्थियों की मेरिट सूची नहीं तैयार करायी जायेगी। समस्त वर्ष 2021 के पंजीकृत परीक्षार्थी, जो अंक सुधार हेतु पुनः परीक्षा में सम्मिलित होना चाहते हैं, उन्हें आगामी बोर्ड परीक्षा में शुल्क दिये बिना, अंक सुधार हेतु एक या एक से अधिक, कितने भी विषयो में परीक्षा में बैठने का अवसर दिया जायेगा तथा उनका परीक्षाफल वर्ष 2021 का ही माना जायेगा।
उत्तर प्रदेश सिंधी अकादमी द्वारा ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन
उत्तर प्रदेश सिंधी अकादमी द्वारा आज दिनांक 20 जून 2021 को ऑनलाइन वेबिनार विषय- ’’जिंदगी खे दिशा डींदड़ सिंधी सकाफती रवायतू’’ (जिंदगी को दिशा देती सिंधी सांस्कृतिक परम्पराएं) पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अकादमी उपाध्यक्ष श्री नानक चंद लखमानी जी द्वारा वेबिनार में उपस्थित वक्ताओं अतिथियों का स्वागत करते हुए अकादमिक कार्यक्रमों एवं गतिविधियों के संबंध में अवगत कराया गया। उन्होंने बताया कि कोविड-19 महामारी के कारण अकादमी द्वारा आनलाईन संगोष्ठी, लोकगीत, सिंधी भगत, सिंधी छात्र प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाना प्रस्तावित है। वर्तमान में सिन्धी गायन प्रतियोगिता का आयोजन बाबा ठाकुरदास इण्टर कालेज के प्रधानाचार्य श्री सुधामचंद चदवानी (मो0 नं0 9335925927) के संयोजन में किया जा रहा है। कार्यक्रम में 10 वर्ष से लेकर वरिष्ठ जन उक्त प्रतियोगिता मे सम्मिलित होने हेतु कार्यक्रम संयोजक के उपरोक्त मोबाईल नंबर पर सिंधी गायन के विडियों बनाकर भेज सकते है। अकादमी द्वारा दिनांक 27 जून, 2021 को सिंधी भाषा में वैदिक गणित के संबंध में आनलाईन कार्यक्रम कराया जाना प्रस्तावित है।
वेबिनार में 05 वक्ताओं क्रमशः डॉ. जेठो लालवानी, अहमदाबाद, डॉ. सुरेश बबलानी, अजमेर, श्रीमती रीतू आर भाटिया, अहमदाबाद, श्री नरेश कुमार बजाज, गोरखपुर, श्रीमती स्वाती पंजवानी, लखनऊ द्वारा अपने अपने वक्तव्य प्रस्तुत किए गए। डॉ. जेठो लालवानी द्वारा वक्ताओं को अवगत कराया गया है कि ’’लोक संस्कृति किसी भी राष्ट्र का अस्मिता मंत्र है। परम्पराओं के युगानुरूप शोधन-परिशोधन करते हुए यह मनुष्य के प्रकृति और सहज रूप में संशोधित है। संस्कृति सीखने की प्रक्रिया एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को मिलती रहती है। अतः सीखा हुआ व्यवहार संस्कृति सकाफत सिंधी समाज में किसी रूप में सर्वत्र व्याप्त है, की ओर दिशा निर्देश करते सिन्धी सकाफत की विशालता को समझाने का प्रयास किया गया है।’’ डॉ. सुरेश बबलानी, अजमेर द्वारा अपने वक्तव्य में कहा गया है कि ’’सिंधु संस्कृति एक प्राचीन संस्कृति है जिसने भारतीय समाज में ही नहीं अपितु विदेशों में भी अपनी पहचान स्थापित की है। सिंधी समाज सुसंस्कृत है इसलिए यह समाज आर्य समाज भी कहलाता है। आर्य अर्थात सर्वश्रेष्ठ। और इसकी सामाजिक रीति नीतियां और परंपराएं विज्ञान पर आधारित है यदि हम इनका गहराई से अध्ययन करेंगे तो हमें ज्ञात होगा कि प्रत्येक दिन की दिनचर्या न केवल आयुर्वेदिक शास्त्रों के अनुसार है अपितु वह वैदिक संस्कृति के अनुरूप भी है।’’
कार्यक्रम में उपस्थित वक्ता नरेश कुमार बजाज, श्रीमती रीतू भाटिया, श्रीमती स्वाती पंजवानी द्वारा अपने-अपने वक्तव्य के माध्यम से सिंधी सांस्कृतिक परम्पराओं के अन्तर्गत सिंधी लोक कथाओं, सिन्धी भगत, सिन्धी खानपान, रीति रिवाजों पर प्रकाश डालते हुए भाषा को बढ़ावा दिए जाने हेतु सुझाव दिए गए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री प्रताप पंजानी द्वारा सिंधी सांस्कृतिक परम्पराओं के संबंध में प्रकाश डाला गया। इसके साथ ही उनके द्वारा राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद, नयी दिल्ली तथा प्रदेश की अन्य संस्थाओंध्अकादमियों की योजनाओं को साझा किये जाने का सुझाव भी दिये गये। कार्यक्रम में कार्यक्रम संचालन का कार्य श्री प्रकाश गोधवानी, लखनऊ द्वारा किया गया। अकादमी के उपाध्यक्ष जी द्वारा वेबिनार में उपस्थित सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
अंत्योदय और पात्र गृहस्थी के 3681543 राशन कार्डधारकों मिला 90479.78 मीट्रिक टन मुफ्त राशन
उत्तर प्रदेश सरकार कोविड-19 से उत्पन्न परिस्थितियों के कारण गरीबों और जरूरतमंदों को राहत पहुंचाने के लिए राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम-2013 के अंतर्गत आच्छादित सभी अंत्योदय एवं पात्र गृहस्थी राशन कार्डधारकों को 03 माह (जून, जुलाई एवं अगस्त) तक मुफ्त राशन उपलब्ध करा रही है। इस योजना के तहत जून माह के दूसरे चरण के वितरण के अन्तर्गत आज अंत्योदय और पात्र गृहस्थी के 3681543 राशन कार्डधारकों को 90479.782 मीट्रिक टन खाद्यान्न का मुफ्त वितरण किया गया है।
यह जानकारी प्रदेश के अपर खाद्य आयुक्त, श्री अनिल कुमार दुबे ने आज यहां देते हुए बताया कि 488967 अंत्योदय कार्डधारकों को 18551.317 मीट्रिक टन और 3192576 पात्र गृहस्थी राशन कार्डधारकों को 71928.465 मीट्रिक टन खाद्यान्न उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने बताया कि अन्त्योदय कार्डधारकों को जून माह में 03 किलोग्राम चीनी का वितरण 18 रू प्रति किलोग्राम की दर से किया जा रहा है। जिसके अन्तर्गत आज 495852 अंत्योदय कार्डधारकों को 1487.556 मीट्रिक टन चीनी का वितरण किया गया है। उन्होंने बताया कि जून माह का वितरण आगामी 30 जून तक जारी रहेगा।
दुबे ने बताया कि इस अवधि में अन्त्योदय कार्डधारकों को 35 किग्रा0 खाद्यान्न (20 किग्रा0 गेहूं तथा 15 किग्रा0 चावल) तथा पात्र गृहस्थी राशन कार्डों से सम्बद्ध यूनिटों पर 05 किग्रा0 खाद्यान्न प्रति यूनिट (03 किग्रा0 गेहूं व 02 किग्रा0 चावल) का निःशुल्क वितरण लाभार्थियों में सुनिश्चित कराया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि इस योजना के तहत वितरण की अन्तिम तिथि 30 जून, 2021 होगी, जिस दिन आधार प्रमाणीकरण के माध्यम से खाद्यान्न प्राप्त न कर सकने वाले उपभोक्ताओं हेतु मोबाइल ओ.टी.पी. वेरीफिकेशन के माध्यम से वितरण सम्पन्न किया जा सकेगा।
साफ सफाई में बरती लापरवाही तो होगी कार्रवाई, 50 लाख से ऊपर वाले कामों की टीम बनाकर कराई जाए जांच
उत्तर प्रदेश सरकार के नागरिक उड्डयन, राजनैतिक पेंशन, अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी की अध्यक्षता में कानून व्यवस्था एवं विकास प्राथमिकता कार्यक्रमों, नीति आयोग के बिंदुओं, कोविड नियंत्रण आदि विभिन्न बिंदुओं की समीक्षा बैठक चित्रकूट के तहसील मऊ के सभागार में संपन्न हुई। नंदी ने उप जिलाधिकारियों से कहा कि जमीन के जो भी मामले हैं उन्हें त्वरित निस्तारण करें। हमारी सरकार की मंशा के अनुरूप कार्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुखिया माननीय मुख्यमंत्री जी इस प्रदेश के अंतिम व्यक्ति तक विकास की रोशनी कैसे पहुंचे इस पर कार्य कर रहे हैं। पूरी जिम्मेदारी के साथ आप लोग कार्य करें किसी कार्य में फॉर्मेलिटी नहीं होना चाहिए। बैठकों में सभी अधिकारी सूचनाओं सहित बैठें, ताकि उसकी जानकारी हो सके। उन्होंने कहा कि हम लोग नहीं चाहते कि आप लोगों के खिलाफ कार्यवाही हो।
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कुछ विकास कार्यों के निर्माण कार्य कई वर्षों से पूर्ण नहीं हुए हैं उन्हें तत्काल पूर्ण करा दे। उन्होंने कहा कि आप लोग यह ध्यान दें कि जो माह जून में कार्य पूर्ण हो और माह जुलाई में कितने कार्य पूर्ण होंगे उसका भी एक अलग से विवरण बनाया जाए। मंत्री नन्दी ने जिलाधिकारी से कहा कि 50 लाख रुपए से ऊपर के जो विकास कार्य कराए जा रहे हैं, उसमें एक टीम बनाकर जांच कराएं तथा कुछ कार्य माह में रैंडम चेकिंग आप भी करें तो निश्चित रूप से कार्य में बदलाव होगा। उन्होंने कहा कि गांव में साफ सफाई अच्छी तरह से कराया जाए जो सफाई कर्मी गांव में कार्य नहीं कर रहे हो तो उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि स्वच्छता हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी तथा मुख्यमंत्री जी की मुख्यधारा पर है जिन कार्यों के लिए जमीन चिन्हित करना है वह तत्काल कर ले।
उन्होंने जिलाधिकारी से यह भी कहा कि जिन योजनाओं के बैंकों में ऋण हेतु लाभार्थियों के आवेदन पत्र लंबित हैं उसके लिए बैंक अधिकारियों तथा लाभार्थियों के साथ एक बैठक करें। ताकि उन्हें लाभ दिलाया जा सके। मंत्री नन्दी ने संबंधित योजनाओं के विभागों के अधिकारियों को भी कहा कि आप लोग जो आवेदन पत्र बैंकों को भेजते हैं अगर बैंकों द्वारा स्वीकृत नहीं किए जाते हैं उसके लिए पत्राचार भी करें और आप लोग स्वयं बैंकों से संपर्क कर अधिक से अधिक आवेदन पत्रों का निस्तारण करा कर लाभार्थियों को लाभ दिलाया जाए। ताकि वह लोग रोजगार से जुड़ सके तभी हमारी सरकार की मंशा पूरी होगी।
प्रभारी मंत्री जी ने विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि कन्या सुमंगला योजना माननीय मुख्यमंत्री जी की प्राथमिकता में है इसमें लक्ष्य के अनुरूप प्रगति कम है उन्होंने जिलाधिकारी से कहा कि जिला प्रोबेशन अधिकारी का स्पष्टीकरण लिया जाए कि क्यों नहीं प्रगति हुई है, एक जनपद एक उत्पाद तथा मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के जो आवेदन पत्र लंबित है उन्हें तत्काल निस्तारित कराए जाएं उन्होंने विद्यालयों के ऑपरेशन कायाकल्प पर कहा कि यह जनपद नीति आयोग में चयनित है फिर भी 14 पैरामीटर्स के कार्य अभी तक विद्यालयों में पूर्ण नही है इस पर तत्काल कार्य कराए जाएं। प्रभारी मंत्री ने सेतुओ के निर्माण कार्यों पर तेजी लाई जाए शासन से जो समय सीमा तय की गई है उसी के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण कार्य कराए जाएं। नई सड़कों के निर्माण की समीक्षा पर लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन सड़कों की धनराशि स्वीकृत हो गई है उनके कार्य पूर्ण करा लें शेष सड़कों का निर्माण कराया जाए । माननीय राज्यमंत्री लोक निर्माण विभाग उत्तर प्रदेश सरकार श्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय, विधायक मानिकपुर श्री आनंद शुक्ला मौजूद रहे। प्रभारी मंत्री ने कानून व्यवस्था के संबंध में पुलिस अधीक्षक श्री अंकित मित्तल से विभिन्न बिंदुओं की जानकारी की तथा कहा कि महिला उत्पीड़न, पास्को एक्ट, दहेज प्रथा आदि के जो मामले हैं उनको तत्काल निस्तारण कराए उसमें जो दोषी हो उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही करें।
मां प्रभारी मंत्री जी ने कर करेत्तर, कानून व्यवस्था, सामुदायिक शौचालय निर्माण, पंचायत भवन निर्माण, सड़कों के निर्माण, सेतुओ का निर्माण, सोलर सिंचाई पंप, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, धान खरीद, खाद्यान्न वितरण, अपशिष्ट प्रबंधन, नहरों की सिल्ट सफाई, कन्या सुमंगला योजना, पशुओं का टीकाकरण, मत्स्य पालन, औद्मानीकरण, ईयर टैगिंग, चिकित्सकों की उपलब्धता, आयुष्मान भारत योजना, मातृ वंदना योजना, परिवार नियोजन, हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर, टेलीमेडिसिन, बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, जननी सुरक्षा योजना, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, टीकाकरण, संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम, प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी तथा ग्रामीण, हैंडपंपों के रिबोर, पेंशन योजनाएं शादी अनुदान, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, पोषण अभियान, आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण, वनीकरण, कौशल विकास, स्वरोजगार योजना, श्रम योगी मानधन योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, आजीविका मिशन, गेहूं क्रय केंद्रों का संचालन, उर्वरक उपलब्धता आदि विभिन्न योजनाओं की बिंदुवार समीक्षा की। जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ल ने माननीय प्रभारी मंत्री तथा मां लोक निर्माण विभाग मंत्री, और विधायक का हार्दिक अभिनंदन एवं स्वागत करते हुए कहा कि आप द्वारा जो दिशा निर्देश दिए गए हैं उसका अक्षरशः पालन कराया जाएगा। सभी अधिकारियों से कहा कि समय बद्ध तरीके से कार्य पूर्ण कराएं तथा समय से सूचना अर्थ एवं संख्या अधिकारी को भेजे ताकि उसे फीड करा कर शासन को भेजा जा सके।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अमित आसेरी,भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष चंद्र प्रकाश खरे, प्रभागीय वनाधिकारी कैलाश प्रकाश, समस्त उपजिलाधिकारी, जिला विकास अधिकारी आरके त्रिपाठी, परियोजना निदेशक अनय कुमार मिश्रा, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. इम्तियाज, उप निदेशक कृषि टीपी शाही सहित संबंधित अधिकारी व जन प्रतिनिधि मौजूद रहे।
व्यापारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष मनीष गुप्ता ने अधिक से अधिक लोगो के वैक्सिन लगवाने व लोगो को जागरूक करने की अपील की
उत्तर प्रदेश व्यापारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष मनीष गुप्ता ने व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ के सदस्यों व सभी प्रान्तों के क्षेत्रीय संयोजक व सहसंयोजक के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की जिसमे प्रदेश के सभी सदस्यों व संयोजको को अधिक से अधिक लोगो के वैक्सीन लगवाने व लोगो को जागरूक करने की अपील की जिससे पूरा प्रदेश कोरोना जैसी महामारी से मुक्त हो। उपाध्यक्ष ने आज वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से आयोजित बैठक में बताया कि पूरे उत्तर प्रदेश में 21 जून से कोरोना टीका करण अभियान व 23 जून से 6 जुलाई तक वृक्षारोपण महाअभियान चलाया जाएगा।
मनीष गुप्ता ने बताया कि पूरे प्रदेश में व्यपारी कल्याण बोर्ड व सुरक्षा प्रकोष्ठ के सभी सदस्यगण व पदाधिकारी बढ़चढ़ कर हिस्सा लेंगे जिसमे सरकार के द्वारा दिए गए दिशा निर्देश से सभी जिले व क्षेत्रों के वन विभाग द्वारा निःशुल्क वृक्ष दिए जाएंगे तथा सभी जिलों के जिला सयोजक व सदस्यों को अपने अपने जिले व मण्डल स्तर पर आम जनता के बीच मे वृक्ष का वितरण किया जाएगा व सार्वजनिक स्थल पर वृक्षारोपण किया जाएगा और यह भी बताया कि सभी क्षेत्रीय संयोजक व सदस्य अपने-अपने जिले व मण्डल स्तर पर बैठक करेंगे जिसमे व्यापारियों व लोगो की बीच हो रही समस्या व शिकायत को सुनकर समय समय पर अवगत कराएं जिनके समाधान की त्वरित कार्यवाही की जाएगी।
हृदय नारायण दीक्षित ने ‘अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस’ के पूर्व संध्या पर प्रदेशवासियों को दीं हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने ‘अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस’ की पूर्व संध्या पर प्रदेशवासियों को स्वस्थ्य एवं निरोगी जीवन के लिए हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय संस्कृति परम्पराओं का सम्मान और उसका पालन करते हुए योग व प्रकृति के साथ चलने का संदेश देती है। योग साधना में जीवनशैली का पूर्ण सार समाहित किया गया है। योग भारतीय ज्ञान की हजारों वर्ष पुरानी विरासत है, जिसके प्रणेता महर्षि पतंजलि को माना जाता है। दीक्षित ने कोरोना महामारी के बीच योग के प्रति जागरुक बनाने और उससे प्रतिरोध क्षमता बढ़ाने व जन-जन को संदेश देने के लिए अह्वान किया है।
कुंवर मानवेन्द्र सिंह ने ‘अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस’ की पूर्व संध्या पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं
उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सभापति, कुंवर मानवेन्द्र सिंह ने ‘अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस’ की पूर्व संध्या पर प्रदेशवासियों के उत्तम स्वास्थ्य की कामना करते हुए हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। विधान परिषद सभापति ने अपने संदेश में कहा है कि योग भारत की प्राचीन परम्परा का एक अमूल्य उपहार है, यह दिमाग और शरीर की एकता का प्रतीक है। मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य, विचार, संयम और स्फूर्ति प्रदान कर स्वास्थ्य और भलाई के लिए एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करता है। यह हमारे भीतर एकता की भावना, दुनिया और प्रकृति की खोज को प्रेरित करता है। यह हमारी बदलती जीवन-शैली में चेतना बनकर, हमें जलवायु परिवर्तन एवं इस कोरोना महामारी से निपटने में भी मदद करता है।
मंत्रिगणों ने अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व संध्या पर प्रदेशवासियों को दी हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री श्री अनिल राजभर, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री कपिल देव अग्रवाल तथा महिला कल्याण एवं बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती स्वाति सिंह ने 21 जून 2021, अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व संध्या पर प्रदेशवासियों को स्वस्थ्य एवं निरोगी जीवन की कामना करते हुए योग दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। अपने शुभकामना संदेश में मंत्रीगण ने कहा कि योग के माध्यम से हम अपनी मानसिक शक्ति, रचनात्मकता का विकास कर सकते हैं। योग के माध्यम से तनावों से मुक्ति पाते हुए उत्तम शारीरिक क्षमता का विकास कर सकते हैं। मंत्रीगण ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस का कार्यक्रम कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए किया जाय।
कृषि मंत्री ने शासकीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरतने एवं रुचि न लेने के आरोप में किया निलंबित
उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री, सूर्य प्रताप शाही ने अयोध्या मंडल के उपनिदेशक कृषि, अशोक कुमार को शासकीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरतने एवं रुचि न लेने के आरोप में तात्कालिक प्रभाव से निलंबित कर दिया है। शाही ने बताया कि अयोध्या मंडल के उपनिदेशक कृषि, अशोक कुमार से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लाभार्थियों की संख्या एवं लंबित मामलों की जानकारी ली गयी, जिस पर उनके द्वारा कहा गया कि लाभार्थियों एवं लंबित मामलों की संख्या की जानकारी नहीं है। इसके अतिरिक्त उन्हें खरीफ के क्लस्टर की भी जानकारी न होने के कारण उनके विरुद्ध यह अनुशासनात्मक कार्यवाही की गई है। कृषि मंत्री ने बताया कि श्री अशोक कुमार के कृत्य एवं शासकीय योजनाओं, लाभार्थियों एवं लंबित मामलों की जानकारी के अभाव से परिलक्षित हो रहा है कि वे शासकीय दायित्वों के निर्वहन में रुचि नहीं ले रहे हैं और लापरवाही बरत रहे हैं।
सप्तम अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर ‘‘समग्र स्वास्थ्य के लिए योग की महत्ता‘‘ विषय पर राष्ट्रीय वेबिनार का कल आयोजन
सप्तम अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून, 2021 के अवसर पर कल ‘‘समग्र स्वास्थ्य के लिए योग की महत्ता‘‘ विषय पर राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन आयुष विभाग, उ0प्र0 द्वारा किया जा रहा है, जिसमें डॉ. धर्मसिंह सैनी, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), आयुष विभाग, उप्र सरकार, द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा। आयुष विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय वेबिनार में डॉ. एमएल भट्ट, पूर्व कुलपति किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, लखनऊ एवं प्रो जीएस तोमर, पूर्व प्रधानाचार्य लाल बहादुर शास्त्री राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय, हण्डिया प्रयागराज प्रतिभाग करेंगे।
‘‘योग के महत्वपूर्ण आसनों का प्रदर्शन एवं उनके लाभ‘‘ विषय पर ऑनलाइन व्याख्यान गोष्ठी का आयोजन कल
उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थानम्, लखनऊ द्वारा ‘‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस‘‘ के अवसर पर कल 21 जून को पूर्वाहन 10:00 बजे ‘‘योग के महत्वपूर्ण आसनों का प्रदर्शन एवं उनके लाभ‘‘ विषय पर ऑनलाइन व्याख्यान गोष्ठी का आयोजन संस्थान के कार्यालय ए-1589, इंदिरा नगर लखनऊ से किया जाएगा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाषा विभाग के प्रमुख सचिव जितेंद्र कुमार सम्मिलित होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थानम् के अध्यक्ष डॉ. वाचस्पति मिश्र द्वारा की जाएगी। यह जानकारी आज यहां उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान के निदेशक पवन कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन व्याख्यान गोष्ठी में जूम के मीटिंग आईडी 883 9448 7557, पासकोड 348532 लिंक पर जाकर प्रतिभाग किया जा सकता है।
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अन्तर्राज्यीय/अन्तर्राष्ट्रीय सीमा पर पड़ने वाले 10 चालू कार्यों हेतु रू0 40 करोड़ 58 लाख 43 हजार की धनराशि की गयी स्वीकृत
उप्र के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के निर्देशों के क्रम में अन्तर्राज्यीय/अन्तर्राष्ट्रीय सीमा पर पड़ने वाले 10 चालू कार्यों हेतु रू0 40 करोड़ 58 लाख 43 हजार की धनराशि का आवंटन उ0प्र0 शासन द्वारा किया गया है। इस सम्बन्ध में आवश्यक शासनादेश उप्र शासन लोक निर्माण विभाग द्वारा जारी कर दिया गया है। इन 10 चालू कार्यों में जनपद मथुरा में 04, बांदा में 03 तथा झांसी, सहारनपुर, व महाराजगंज में 01-01 कार्य शामिल हैं। जारी शासनादेश में आवंटित धनराशि का उपयोगिता प्रमाण-पत्र बजट मैनुअल के प्राविधानों के अनुसार अनिवार्य रूप से उप्र शासन को प्रेषित किया जाय।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने निर्देश दिये हैं कि इन कार्यों में वित्तीय नियमों का अक्षरसः अनुपालन सुनिश्चित किया जाय तथा जारी शासनादेशों में उल्लिखित दिशा-निर्देशों का अनुपालन हर हाल में सुनिश्चित किया जाय।
08 आरओबी के चालू कार्यों हेतु रू0 79 करोड़ 91 लाख 67 हजार की धनराशि की गयी अवमुक्त
उप्र के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के निर्देशों के क्रम में 08 रेल उपरिगामी सेतुओं के चालू कार्यों हेतु रू0 79 करोड़ 91 लाख 67 हजार की धनराशि का आवंटन उ0प्र0 शासन द्वारा किया गया है। इस सम्बन्ध में आवश्यक शासनादेश उप्र शासन लोक निर्माण विभाग द्वारा जारी कर दिया गया है। इन 08 चालू कार्यों में जनपद प्रयागराज में 03, सीतापुर, भदोही, फिरोजाबाद, गोण्डा व बलरामपुर में 01-01 कार्य शामिल हैं। जारी शासनादेश में आवंटित धनराशि का उपयोग निर्धारित कार्यों पर ही किया जाने हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने निर्देश दिये हैं कि इन कार्यों में वित्तीय नियमों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित किया जाय तथा जारी शासनादेशों में उल्लिखित दिशा-निर्देशों का अनुपालन हर हाल में सुनिश्चित किया जाय।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रसिद्ध धावक मिल्खा सिंह के निधन पर व्यक्त किया गहरा शोक
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रसिद्ध धावक मिल्खा सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। अपने संदेश में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि ‘फ्लाइंग सिक्ख मिल्खा सिंह’ ने हमेशा देश का गौरव बढ़ाया। उनके निधन से खेल जगत को अपूरणीय क्षति हुयी है। मौर्य ने शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुये दिवंगत आत्मा की शांति की कामना की है।
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