माता-पिताओं को बच्चों की पढ़ाई के लिए निकालना चाहिए अधिक समय: सर्वेक्षण

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[email protected] । May 11 2019 12:57PM

इस सर्वेक्षण में टियर-2 और टियर-3 शहरों से 2,500 से अधिक छात्र-छात्राओं ने सक्रिय भागीदारी की। इससे इस विषय पर कुछ नई और महत्वपूर्ण बातें सामने आई हैं।

नई दिल्ली (प्रेस विज्ञप्ति)। नए शैक्षणिक सत्र के साथ पूरे भारत में छात्र-छात्राएं अपनी नई कक्षाओं और पाठ्यक्रम सामग्री पर चर्चा कर रहे हैं। एकेडेमिक्स के संबंध में माता-पिता के सपोर्ट का महत्व समझने के लिए दुनिया की सबसे बड़ी ऑनलाइन पीयर-टू-पीयर एकेडेमिक लर्निंग कम्युनिटी ब्रेनली ने हाल ही में अपने भारतीय यूजर्स के बीच एक सर्वेक्षण किया। इस सर्वेक्षण में टियर-2 और टियर-3 शहरों से 2,500 से अधिक छात्र-छात्राओं ने सक्रिय भागीदारी की। इससे इस विषय पर कुछ नई और महत्वपूर्ण बातें सामने आई हैं।  

सर्वेक्षण में पता चलता है कि माता-पिता अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए सक्रियता से अपना समय और प्रयास लगाते हैं लेकिन बच्चों ने महसूस किया कि उन्हें कंसेप्ट्स बेहतर ढंग से समझाए जाने की आवश्यकता है। उदाहरण के लिए लगभग 50% माता-पिता अपने बच्चों के साथ हर दिन दो घंटे से अधिक समय बिताते हैं, ताकि उन्हें अध्ययन में मदद कर सके। यह महसूस किया गया कि उन्हें और अधिक समय देना चाहिए। इसके अलावा इन बच्चों में से 50% ने स्वीकार किया कि उनके माता-पिता को उनके विषयों और पाठ्यक्रमों के बारे में पर्याप्त ज्ञान व विशेषज्ञता है, लेकिन वे चाहेंगे कि उनके माता-पिता इन विषयों के बारे में और जानें ताकि वे उनकी बेहतर मदद कर सकें।

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सकारात्मक पहलू यह है कि आधे से अधिक बच्चों (55%) ने इस बात को लेकर अपने माता-पिता की तारीफ की कि वे उन्हें सवाल पूछने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। उन्हें कोई भी संदेह होने पर वे बेझिझक अपने माता-पिता से सवाल पूछ सकते हैं। इन विषयों में गणित सबसे ऊपर है। करीब 40% बच्चों ने अपने माता-पिता से गणित के प्रश्न हल करने में मदद मांगी। इसके बाद भाषा से जुड़े विषय 24% के साथ दूसरे स्थान पर, जबकि 19% के साथ विज्ञान तीसरा विषय रहा। बच्चों ने बताया कि उनकी मां उन्हें सबसे अधिक मदद करती हैं। यह भी देखा गया कि करीब 48% माता-पिता पाठ्यपुस्तकों और नोट्स पर भरोसा करते हैं, जबकि उनमें से लगभग 24% अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए ब्रेनली जैसी ऑनलाइन लर्निंग साइट्स से मदद लेते हैं। 

इस सर्वेक्षण के पीछे अपने उद्देश्य को साझा करते हुए ब्रेनली के सीईओ माइकल बोरकोवस्की ने कहा, “स्कूली बच्चों के लिए माता-पिता का समर्थन सीखने और प्रेरणा के लिए महत्वपूर्ण होता है। भारतीय माताएं निश्चित तौर पर अपने बच्चों की पढ़ाई में अहम योगदान दे रही हैं, लेकिन इसके बावजूद हमने पाया कि दोनों माता-पिता अपने बच्चों की शैक्षणिक वृद्धि में समान रूप से योगदान दे रहे हैं। देश में ब्रेनली की विकास यात्रा जारी है, हम आगे भी हमारे छात्रों के ट्रेंड्स और आवश्यकताओं को जानने की कोशिश करते रहेंगे।” 15 मिलियन से अधिक मासिक भारतीय यूजर-बेस के साथ, जो तेजी से बढ़ रहा है, ब्रेनली डिजिटल युग में शिक्षा की सुविधा के एक प्रमुख टूल के रूप में उभरा है। पीयर-टू-पीयर लर्निंग सीखने के अपने अद्वितीय दृष्टिकोण के माध्यम से ब्रेनली छात्रों को शैक्षणिक कंसेप्ट्स से परिचित कराने में सक्षम बनाता है। ब्रेनली के बारे में अधिक जानने के लिए कृपया https://brainly.in/ पर जाएँ।

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ब्रेनली के बारे में:

ब्रेनली दुनिया का सबसे बड़ा पीयर-टू-पीयर लर्निंग कम्युनिटी है, जो 150 मिलियन से अधिक छात्रों, पैरेंट्स और शिक्षकों को उनकी शैक्षणिक समस्याएं सुलझाने और ज्ञान का आदान-प्रदान करने के लिए एकजुट करता है। छात्र गणित से विज्ञान तक, इतिहास से अन्य विषयों तक में अपने सहपाठियों को कौशल को मजबूत करने में मदद करते हैं। ब्रेनली मूल रूप से क्राकोव, पोलैंड में है, जबकि इसका अमेरिकी मुख्यालय न्यूयॉर्क शहर में है। ब्रेनली पर इस समय 35 देशों के यूजर्स हैं। यह नैस्पर्स, पॉइंट नाइन कैपिटल, जनरल कैटेलिस्ट, रूना कैपिटल, लर्न कैपिटल और कुलसजायक इन्वेस्टमेंट्स द्वारा समर्थित है। ब्रेनली  के बारे में अधिक जानकारी के लिए कृपया Https://brainly.in/ पर विजिट करें। 

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