Kolkata doctor rape murder Case को मोहन भागवत ने बताया शर्मनाक, बोले- अपराधियों को बचाने की कोशिश की गई
मोहन भागवत ने कहा कि बहुदलीय लोकतंत्र में क्षुद्र स्वार्थ आपसी सौहार्द, राष्ट्र के गौरव और अखंडता से अधिक महत्वपूर्ण हो गए हैं। उन्होंने कहा कि पार्टियों के बीच प्रतिस्पर्धा में इन प्रमुख पहलुओं को गौण माना जाता है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने कोलकाता बलात्कार-हत्याकांड को शर्मनाक बताया और कहा कि अपराधियों को बचाने की कोशिश की गई। उन्होंने कहा कि अपराध, राजनीति और जहरीली संस्कृति का गठजोड़ समाज को बर्बाद कर रहा है। अगस्त में आरजी कर अस्पताल में कथित तौर पर बलात्कार और हत्या की शिकार महिला चिकित्सक के लिए न्याय की मांग को लेकर देश भर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है।
इसे भी पढ़ें: शस्त्र पूजन उत्सव में बोले Mohan Bhagwat, भयावह साजिशें हमारे संकल्प की ले रही परीक्षा, हमें एकजुट और सशक्त होने की ज़रूरत
मोहन भागवत ने कहा कि बहुदलीय लोकतंत्र में क्षुद्र स्वार्थ आपसी सौहार्द, राष्ट्र के गौरव और अखंडता से अधिक महत्वपूर्ण हो गए हैं। उन्होंने कहा कि पार्टियों के बीच प्रतिस्पर्धा में इन प्रमुख पहलुओं को गौण माना जाता है। समाज में विभाजन पैदा करने की कोशिशें राष्ट्रहित से बड़ी हो गई हैं।' उन्होंने कहा, उनकी कार्यप्रणाली एक पार्टी के समर्थन में खड़े होना और "वैकल्पिक राजनीति" के नाम पर उनके विनाशकारी एजेंडे को आगे बढ़ाना है। भागवत ने कोलकाता रेप-हत्याकांड को शर्मनाक बताया और कहा कि अपराधियों को बचाने की कोशिश की गई। उन्होंने कहा कि अपराध, राजनीति और जहरीली संस्कृति का गठजोड़ समाज को बर्बाद कर रहा है।
इसे भी पढ़ें: राजनीति, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्राथमिकता में आज भी नहीं है
वह नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की वार्षिक विजया दशमी रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘हर किसी को लगता है कि पिछले कुछ वर्षों में भारत अधिक सशक्त हुआ है तथा विश्व में उसकी साख भी बढ़ी है। कोई भी देश लोगों के राष्ट्रीय चरित्र से महान बनता है। संघ के शताब्दी वर्ष में कदम रखने के कारण यह साल महत्वपूर्ण है।’’ भागवत ने कहा कि भारत में आशाओं और आकांक्षाओं के अलावा चुनौतियां और समस्याएं भी मौजूद हैं। संघ प्रमुख ने कहा, ‘‘हमें अहिल्याबाई होल्कर, दयानंद सरस्वती, बिरसा मुंडा और कई ऐसी हस्तियों से प्रेरणा लेनी चाहिए जिन्होंने अपना जीवन देश के कल्याण, धर्म, संस्कृति और समाज के प्रति समर्पित कर दिया।’’
अन्य न्यूज़