क्या मोदी सरकार ने जासूसी सॉफ्टवेयर खरीदा है या नहीं, इसकी जानकारी दे: असदुद्दीन ओवैसी
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पूछा कि क्या आपने इन तमाम लोगों को निशाना बनाया या नहीं ? आप कतरा क्यों रहे है। आपने एनएसओ से यह सॉफ्टवेयर खरीदा है या नहीं ? अगर खरीदा है तो फिर इसका इस्तेमाल किया गया है क्या ?
नयी दिल्ली। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पेगासस जासूस सॉफ्टवेयर मामले को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने कई सवाल भी दागे। उन्होंने कहा कि क्या आपने इस स्पाईवेयर का इस्तेमाल किया या नहीं किया ? क्या आपने इन तमाम लोगों को निशाना बनाया या नहीं ? आप कतरा क्यों रहे है। आपने एनएसओ से यह सॉफ्टवेयर खरीदा है या नहीं ? अगर खरीदा है तो फिर इसका इस्तेमाल किया गया है क्या ?
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उन्होंने कहा कि एनएसओ यह कहता है कि हम सिर्फ सरकारों को यह सॉफ्टवेयर देते हैं। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इजरायल गए थे उसी के बाद तो यह सबकुछ हुआ है। आखिर सरकार इतना असुविधाजनक क्यों महसूस कर रही है।
इस दौरान ओवैसी ने पेगासस के संबंध में वास्तविक नियंत्रण रेखा की भी बात कही। उन्होंने कहा कि डेमचोक, डेपसांग , हॉट स्प्रिंग, एलएसी में चीन की सेना बैठी हुई है, वहां पर क्यों नहीं किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि न कोई बैठा है और न है वहां पर। लेकिन आपने देश के अंदर इन लोगों की जासूसी की। एक समाचार चैनल के साथ बातचीत में असदुद्दीन ओवैसी ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि आईटी एक्ट के तहत हैकिंग की अनुमति नहीं है।इसे भी पढ़ें: राहुल गांधी, प्रशांत किशोर के फोन को किया गया टैप! रिपोर्ट में दावा, दो केंद्रीय मंत्रियों के नाम भी शामिल
गौरतलब है कि विदेशी मीडिया ने रविवार को दावा किया कि केवल सरकारी एजेंसियों को ही बेचे जाने वाले इजराइल के जासूसी सॉफ्टवेयर के जरिए भारत के दो केन्द्रीय मंत्रियों, 40 से अधिक पत्रकारों, विपक्ष के तीन नेताओं और एक न्यायाधीश सहित बड़ी संख्या में कारोबारियों और अधिकार कार्यकर्ताओं के 300 से अधिक मोबाइल नंबर हो सकता है कि हैक किए गए हों।
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