Modi Government 3.0 | इन मंत्रालयों को अपने पास रख सकती है BJP, देखें डिटेल
शपथ ग्रहण समारोह शाम 7:15 पर आयोजित होगा। यह शपथ ग्रहण समारोह बेहद खास होने वाला है जिसमें कई विदेशी मेहमानों को भी आमंत्रित किया गया है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शपथ लेने के साथ ही अब संभावित मंत्रियों की सूची भी जारी होने लगी है जिन्हें शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया गया है।
भारतीय लोकतंत्र के लिए आज का दिन बहुत खास है। आज 9 जून को नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं। लगातार तीन बार प्रधानमंत्री बने वाले नरेंद्र मोदी देश के दूसरे प्रधानमंत्री बन जाएंगे।
बता दें कि शपथ ग्रहण समारोह शाम 7:15 पर आयोजित होगा। यह शपथ ग्रहण समारोह बेहद खास होने वाला है जिसमें कई विदेशी मेहमानों को भी आमंत्रित किया गया है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शपथ लेने के साथ ही अब संभावित मंत्रियों की सूची भी जारी होने लगी है जिन्हें शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया गया है। सुरक्षा संबंधी कैबिनेट समिति में चार मंत्रालय हैं जिसमें गृह रक्षा वित्त और विदेश जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय शामिल है जो भाजपा अपने पास रखने वाली है। यह मंत्रालय किसी भी अन्य सहयोगी दल को नहीं सौंपे जाएंगे।
संभावना जताई गई है कि बीजेपी गृह मंत्रालय, वित्त मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय जैसे बेहद महत्वपूर्ण मंत्रालय को अपने पास ही रखेगी। इससे पहले के दो कार्यकाल के दौरान भी यह मंत्रालय भाजपा के पास ही थे। मंत्री परिषद में शामिल होने के लिए कई पूर्व मंत्रियों को कॉल भी गया है जिसमें राजनाथ सिंह, पीयूष गोयल, अश्विनी वैष्णव, मनसुख मांडवीया, ज्योतिरादित्य सिंधिया, नितिन गडकरी, जितेंद्र सिंह का नाम शामिल है।
मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के लिए अब तक लोकसभा स्पीकर पर कोई फैसला नहीं किया गया है। लोकसभा स्पीकर को किसे बनाया जाएगा इस पर सहयोगी दलों की भी नजरें टिकी हुई है। इससे पहले बीजेपी की पहली सरकार में सुमित्रा महाजन और दूसरी सरकार में ओम बिरला लोकसभा स्पीकर थे।
पीएम ने हासिल की उपलब्धि
प्रधानमंत्री मोदी (73) शपथ ग्रहण करने के साथ ही प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की उपलब्धि की बराबरी करेंगे, जिन्होंने 1952, 1957 और 1962 के आम चुनावों में जीत हासिल की थी। राष्ट्रपति भवन में शाम सवा सात बजे प्रधानमंत्री और उनके मंत्रिपरिषद के सदस्य शपथ ग्रहण करेंगे। इस समारोह में भारत के पड़ोसी देशों और हिंद महासागर क्षेत्र के नेताओं समेत कई गणमान्य एवं विशेष आमंत्रितों के शामिल होने की उम्मीद है।
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