मंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा ने कहा इंदौर का जो हाल है वो जमातीयों और कमलनाथ सरकार के कारण
मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने इंदौर में कोरोना संक्रमण फैलने का कारण जमातीयों को बताया है। उन्होनें कहा कि कमलनाथ सरकार को आईफा, जैक्लीन और सलमान की चिंता थी इसलिए प्रदेश में कोरोना संक्रमण की यह स्थिति बिगड़ी है।
भोपाल। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना संक्रमण के लिए जमाती और कमलनाथ सरकार जिम्मेदार है। यह कहना है प्रदेश के गृह, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा का। मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने इंदौर में कोरोना संक्रमण फैलने का कारण जमातीयों को बताया है। उन्होनें कहा कि कमलनाथ सरकार को आईफा, जैक्लीन और सलमान की चिंता थी इसलिए प्रदेश में कोरोना संक्रमण की यह स्थिति बिगड़ी है। उन्होनें कहा कि अब मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में है।
मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि राज्य सरकार अभी तक 3 लाख 80 हजार प्रवासी मजदूरों को विभिन्न साधनों से प्रदेश वापस ला चुकी है। वही कल फिर शनिवार को आठ ट्रेन मजदूरों को लेकर आ रही है। जबकि 96 हजार मजदूर अपने स्वमं के साधन से प्रदेश आ चुके है। जबकि दूसरे राज्यों के मजदूरों को उनके घर पहुँचाने के लिए पाँच सौ बसे राज्य सरकार ने चलाई है। मुख्यमंत्री सभी श्रमिकों की चिंता कर रहे है उनको दूध और जलेवी खिलाने की बात कह रहे है। मंत्री मिश्रा ने कांग्रेस नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि सेवा करने के लिए पत्र लिखना काफी नहीं होता मैदान में उतरकर सेवा करनी पड़ती है।
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वही कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के पिछले छह महिने के कार्यकाल में किए गए निर्णयों की समीक्षा के लिए बनाई गई मंत्री परिषद की बैठक शुक्रवार को हुई। जिसके बारे में बताते हुए मंत्री मिश्रा ने बताया कि बैठक में रेत माइनिंग और शराब की दुकानों के बारे में चर्चा हुई। उन्होनें बताया कि अधिकारीयों को निर्देश दिए गए है कि सिंचाई विभाग के टेंडर का रिकॉर्ड, जनसंपर्क विभाग के यूबी प्रिंटर की खरीद का रिकॉर्ड सहित लोक निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय, जल संसाधन तथा महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जारी किए गए टेंडरों की फाइलें अगली बैठक में प्रस्तुत करें। जिसके अध्ययन के बाद पूर्ववर्ती सरकार द्वारा लिए गए फैसलें पर निर्णय लिया जाएगा।
जबकि प्रदेश में लॉक डाउन 4.0 के स्वरूप को लेकर मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जनप्रतिनिधियों और जिला कलेक्टरों से चर्चा हुई है। कई तरह के सुझाव आए है उनके आधार पर ही अंतिम रिपोर्ट तैयार कर केन्द्र सरकार को भेजी जाएगी। इस दौरान भोपाल, इंदौर और उज्जैन जैसे कोरोना हॉट स्पॉट बने जिलों में कोरोना संक्रणम में भी स्थिति नियंत्रण में होने की बात गृह, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने कही।
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