प्रभासाक्षी की 23वीं वर्षगांठ पर 'हिंदी सेवा सम्मान' सम्मानित की गयी मीडिया जगत की ये हस्तियां

Hindi Seva Samman
Prabhasakshi

भारत के प्रमुख हिंदी समाचार पोर्टल प्रभासाक्षी की 23वीं वर्षगांठ पर मीडिया जगत से जुड़े पत्रकारों/लेखकों को 'हिंदी सेवा सम्मान' दिया गया।

भारत के प्रमुख हिंदी समाचार पोर्टल प्रभासाक्षी की 23वीं वर्षगांठ पर मीडिया जगत से जुड़े पत्रकारों/लेखकों को 'हिंदी सेवा सम्मान' दिया गया। इस वर्ष प्रो. के.के. सिंह, प्रो. पवित्र श्रीवास्तव, डॉ. धनंजय चोपड़ा, अर्पण जैन 'अविचल', डॉ. प्रमोद कुमार, डॉ. हरीश अरोड़ा, डॉ. विनीत उत्पल, शेफाली चतुर्वेदी, मालविका जोशी, आदर्श प्रकाश सिंह, शीरीन सिद्दीकी, राजेंद्र सिंह, दुर्गा सोलंकी, निधि भारद्वाज, रमेश ठाकुर, सचिन बुधौलिया, सोनाली मिश्रा, डॉ. वेद मित्र शुक्ल, डॉ. मलखान सिंह, देवांशु झा और कंत शरण सम्मान दिया गया।

नई दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में 'विचार संगम' कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके तहत शाम चार बजे से रात्रि 8 बजे तक विभिन्न सामयिक विषयों पर परिचर्चाएं आयोजित की गयी, जिनमें राजनीति, धर्म और रक्षा-सुरक्षा क्षेत्र से जुड़ी नामचीन हस्तियां अपने विचार प्रस्तुत किए।

परिचर्चाओं के दौरान अर्थव्यवस्था से जुड़े मुद्दों पर जहां भाजपा नेता और प्रमुख अर्थशास्त्री गौरव वल्लभ अपने विचार प्रस्तुत किए। वहीं भारत की विदेश नीति में आये बदलावों से जुड़े मुद्दों पर एम्बेसडर जितेंद्र त्रिपाठी और रक्षा-सुरक्षा मामलों के विशेषज्ञ रोबिन्दर सचदेव अपने विचार रखे। जीएसटी से जुड़े तमाम विषयों पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल अपने विचार रखेंगे और भारत के आयात-निर्यात और व्यापार असंतुलन से जुड़े सवालों पर स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह-संयोजक अश्विनी महाजन अपनी बात की। इसके अलावा बढ़ती भूराजनीतिक चुनौतियों पर आरआईएस के महानिदेशक प्रो. सचिन चतुर्वेदी अपना संबोधन दिया। वहीं इतिहास से जुड़े विषयों पर उठने वाले विवादों पर प्रख्यात इतिहासकार प्रो. कपिल कुमार अपने विचार रखे।

इसके अलावा, रक्षा-सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा में ब्रिगेडियर डीएस त्रिपाठी (रि), ग्रुप कैप्टन डीके पांडे (रि), कैप्टन श्याम कुमार (रि) और उत्तम कुमार देबनाथ (रि) हिस्सा लिया। साथ ही धर्म से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के दौरान आचार्य मुनि लोकेश, साध्वी प्रज्ञा भारती और अजमेर के सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती उपस्थित रहे।

परिचर्चाओं की इस श्रृंखला में किसानों से जुड़े मुद्दे पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत अपनी बात रखी। इसके अलावा कानून व्यवस्था से जुड़े मुद्दों पर पूर्व आईपीएस डॉ. करुणा सागर, पूर्व आईपीएस उदय सहाय, अधिवक्ता अश्विनी दुबे और पत्रकार आशुतोष पाठक अपने विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम के दौरान प्रभासाक्षी की ओर से इस वर्ष भी देशभर से चयनित 21 लोगों को वार्षिक हिंदी सेवा सम्मान से पुरस्कृत किया गया।

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