प्रवासी मजदूरों की वापसी को लेकर मुख्यमंत्रियों से बातचीत कर रहा है महाराष्ट्र: अनिल देशमुख
राकांपा के मंत्री ने दोहराया कि राज्य सरकार कोविड-19 को काबू करने की कोशिशों में मदद कर रहे पुलिसकर्मियों, चिकित्सकों और नर्सों पर किसी प्रकार के हमले को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी।
देशमुख ने अन्य राज्यों का नाम नहीं लिया, लेकिन महाराष्ट्र में उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों से आए प्रवासी मजदूर रहते हैं। महाराष्ट्र में बड़ी संख्या में प्रवासी कर्मी रहते हैं। इनमें अधिकतर लोग मुंबई में रहते हैं। अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ इस विषय पर बात चल रही है कि प्रवासी श्रमिकों को नियोजित तरीके से बसों या ट्रेन के माध्यम से कैसे उनके मूल राज्यों में भेजा जा सकता है। राकांपा के मंत्री ने दोहराया कि राज्य सरकार कोविड-19 को काबू करने की कोशिशों में मदद कर रहे पुलिसकर्मियों, चिकित्सकों और नर्सों पर किसी प्रकार के हमले को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी।नाशिक येथे जिल्हाधिकारी कार्यालयात पालकमंत्री ना. @ChhaganCBhujbal जी, आरोग्य मंत्री ना. @rajeshtope11 जी, कृषी मंत्री ना. @dadajibhuse जी यांच्यासह प्रशासकीय अधिकाऱ्यांची #Covid19 संदर्भातील उपाययोजनांची आढावा बैठक पार पडली.#WarAgainstVirus pic.twitter.com/TIzYRHCKxv
— ANIL DESHMUKH (@AnilDeshmukhNCP) April 29, 2020
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उन्होंने कहा, ‘‘चौबीसों घंटे काम कर रहे पुलिसकर्मियों, चिकित्सकों और नर्सों पर हमला करने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’’ इससे पहले, देशमुख ने नासिक जिले में कोविड-19 से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्रों (हॉटस्पाट) में शामिल मालेगांव में इस महामारी को फैलने से रोकने को लेकर राज्य के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल, स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे और कृषि मंत्री दादा भुसे से बातचीत की।
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