Maharashtra: डैमेज कंट्रोल में जुटी एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, एक और विज्ञापन किया गया प्रकाशित
विज्ञापन की टैगलाइन "भारत के लिए मोदी, महाराष्ट्र के लिए शिंदे" थी। बाद में मुख्यमंत्री ने यह कहते हुए इसे कम करने की कोशिश की कि वह और भाजपा नेता फडणवीस दोनों "लोगों के दिमाग में" थे और एक साथ काम कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना के विज्ञापन पर मंगलवार को जारी हुए विवाद के बाद बुधवार को एक और विज्ञापन प्रकाशित किया गया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने मंगलवार को एक सर्वेक्षण का हवाला देते हुए एक विज्ञापन जारी किया, जिसमें दिखाया गया था कि शिंदे राज्य के शीर्ष राजनीतिक पद के लिए अपने डिप्टी देवेंद्र फडणवीस की तुलना में सबसे लोकप्रिय पसंद हैं।
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अब डैमेज कंट्रोल की कोशिश
विज्ञापन की टैगलाइन "भारत के लिए मोदी, महाराष्ट्र के लिए शिंदे" थी। बाद में मुख्यमंत्री ने यह कहते हुए इसे कम करने की कोशिश की कि वह और भाजपा नेता फडणवीस दोनों "लोगों के दिमाग में" थे और एक साथ काम कर रहे हैं। आज के विज्ञापन में कहा गया है कि शिवसेना-बीजेपी गठबंधन लोगों की पहली पसंद है। कल सीएम की शिवसेना ने दावा किया था कि राज्य के शीर्ष पद के लिए एकनाथ शिंदे को तरजीह दी जा रही है। वहीं, आज के विज्ञापन में बीजेपी के चुनाव चिन्ह के बाद शिवसेना का चुनाव चिन्ह दिखाया गया है। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर है तो दूसरी तरफ शिवसेना के बालासाहेब ठाकरे की भी तस्वीर है।
फिर हुई गलती
आज के विज्ञापन में एकनाथ शिंदे के साथ देवेंद्र फडणवीस की तस्वीर भी छपी है। हालांकि, आज के विज्ञापन में सीएम के नेतृत्व वाली शिवसेना ने एक बार फिर गलती की है। सरकार जिस तस्वीर में लोगों का शुक्रिया अदा कर रही है, उसमें सिर्फ शिवसेना के मंत्री हैं, बीजेपी नेताओं को नजरअंदाज किया गया है।
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अजित पवार ने क्या कहा
महाराष्ट्र के नेता प्रतिपक्ष अजित पवार ने कहा कि मैंने आज तक अपने राजनीतिक जीवन में इस तरह का विज्ञापन नहीं देखा जो आज के अखबारों में देखा। विज्ञापन में पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम शिंदे की फोटो थी। उन्होंने कहा कि वे (शिवसेना) कहते हैं कि वे बालासाहेब ठाकरे के सैनिक हैं, जबकि विज्ञापन से बालासाहेब ठाकरे और आनंद दीघे की तस्वीरें गायब थीं।
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