बालासाहेब थोराट का दावा, महाराष्ट्र कांग्रेस ने 27,865 प्रवासियों का यात्रा खर्च उठाया
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पिछले हफ्ते कहा था कि अपने-अपने कार्यस्थलों पर फंसे जो प्रवासी श्रमिक एवं मजदूर घर लौटना चाहते हैं, ऐसे सभी जरूरतमंदों की रेल यात्रा का खर्च उनकी पार्टी की राज्य इकाइयां उठाएंगी।
मुंबई। कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई ने करीब 27,865 प्रवासी मजदूरों का यात्रा खर्च वहन कर उन्हें उनके पैतृक स्थानों पर भेजा है। प्रदेश पार्टी अध्यक्ष बालासाहेब थोराट ने मंगलवार को यह दावा किया। थोराट ने कहा कि करीब 24,000 और प्रवासी मजदूरों को महाराष्ट्र से उनके गृह राज्यों में भेजने के प्रबंध कर लिए गए हैं। उन्होंने एक बयान में कहा, “अब तक, महाराष्ट्र कांग्रेस ने 27,865 कामगारों का यात्री खर्च वहन किया है।” कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन के बीच, अपने घरों को लौटने के लिए कई प्रवासी मजदूरों ने मीलों की यात्रा पैदल ही शुरू कर दी जबकि कुछ को परिवहन का जो साधन मिला, उसी से लौटने लगे। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पिछले हफ्ते कहा था कि अपने-अपने कार्यस्थलों पर फंसे जो प्रवासी श्रमिक एवं मजदूर घर लौटना चाहते हैं, ऐसे सभी जरूरतमंदों की रेल यात्रा का खर्च उनकी पार्टी की राज्य इकाइयां उठाएंगी।
थोराट ने कहा कि घोषणा के बाद, कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई ने प्रवासी श्रमिकों को उनके घर भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी। कामगारों ने जिला स्तर पर पंजीकरण कराया और उन्हें गृह राज्यों में भेजने के लिए विशेष रेलगाड़ियों की व्यवस्था की गई। श्रमिक स्पेशल ट्रेनें नागपुर से मुजफ्फरपुर, लखनऊ, बलिया और दरभंगा, वर्धा से पटना, पुणे से लखनऊ, भोपाल, मिराज से गोरखपुर, चंद्रपुर से पटना और अहमदनगर से उन्नाव के लिए चलाई गईं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा मुंबई से राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए जाने वाली रेलगाड़ियों में सवार ज्यादातर श्रमिकों की यात्रा का खर्च भी कांग्रेस ने उठाया।
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उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान श्रमिकों को भोजन, मास्क और सैनिटाइजर उपलब्ध कराए गए। थोराट ने कहा कि ऊर्जा मंत्री नितिन राउत ने चार विशेष ट्रेनों के लिए भुगतान किया जबकि कृषि राज्य मंत्री विश्वजीत कदम और पशुपालन एवं दुग्ध विकास मंत्री सुनील केदार ने दो रेलगाड़ियों का खर्च उठाया। थोराट ने यह भी कहा कि 3,567 श्रमिकों को सतारा, अहमदनगर, पुणे, नागपुर, चंद्रपुर, कोल्हापुर और सांगली से निजी वाहनों में उनके गृह राज्यों में भेजा गया और उनका यात्रा खर्च भी कांग्रेस ने उठाया।
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